ind vs aus test: रोहित शर्मा पर्थ टेस्ट के दौरान ही टीम इंडिया से जुड़ेंगे, जानें कब ऑस्ट्रेलिया में पहला मैच खेलेंगे?

India vs australia 1st test
X
India vs australia 1st test: रोहित शर्मा पर्थ टेस्ट के दौरान ही भारतीय क्रिकेट टीम से जुड़ जाएंगे।
ind vs aus test: भारतीय कप्तान रोहित शर्मा पर्थ टेस्ट के दौरान ही टीम इंडिया से जुड़ जाएंगे। वो दूसरे टेस्ट के दौरान कप्तानी करते नजर आएंगे।

ind vs aus test: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 22 नवंबर यानी शुक्रवार से पहला टेस्ट पर्थ में शुरू होगा। रेगुलर कप्तान रोहित शर्मा पहले टेस्ट में नहीं खेलेंगे। वो दूसरी बार पिता बने हैं और इसी वजह से उन्होंने ब्रेक लिया है। लेकिन, अब उन्हें लेकर ये जानकारी आ रही है कि वो पर्थ टेस्ट के दौरान ही टीम इंडिया से जुड़ जाएंगे। रोहित 23 नवंबर को ऑस्ट्रेलिया के लिए उड़ान भरेंगे। इसके अगले दिन वो पर्थ पहुंच जाएंगे और इसी दिन भारतीय टीम से जुड़ जाएंगे।

बता दें कि रोहित शर्मा 10 और 11 नवंबर को अलग-अलग टुकड़ों में गई भारतीय क्रिकेट टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया नहीं गए थे। उन्होंने पैटरनिटी लीव ली थी। वो हाल ही में दूसरी बार पिता बने हैं। हालांकि, इस अवधि में रोहित मुंबई में ही अभ्यास कर रहे थे और उन्होंने बीसीसीआई को ये साफ कर दिया था कि वो पहले टेस्ट के लिए उपलब्ध नहीं हो पाएंगे। वो परिवार के साथ थोड़ा और वक्त बिताना चाहते थे।

रोहित पर्थ टेस्ट के दौरान टीम से जुड़ जाएंगे
समझा जाता है कि रोहित पर्थ में ही अपनी तैयारी शुरू कर देंगे और फिर एडिलेड में खेले जाने वाले डे-नाइट टेस्ट पर ध्यान केंद्रित करेंगे। 37 वर्षीय रोहित ने 30 नवंबर से कैनबरा में होने वाले अभ्यास मैच के लिए खुद को उपलब्ध बताया है।

यह भी पढ़ें: भारत में कितने बजे से देख पाएंगे पर्थ टेस्ट, कहां होगी लाइव स्ट्रीमिंग, जानें पूरी डिटेल

रोहित दूसरे टेस्ट में खेलेंगे
रोहित की गैरहाजिरी में जसप्रीत बुमराह पर्थ टेस्ट में भारत की अगुवाई करेंगे और केएल राहुल के यशस्वी जायसवाल के साथ पारी की शुरुआत करने की उम्मीद है। मेहमान टीम को बड़ा झटका लगा है क्योंकि नंबर 3 शुभमन गिल मैच सिमुलेशन के दौरान फील्डिंग करते समय अपने बाएं अंगूठे में चोट लगा बैठे थे और वह सीरीज के पहले टेस्ट से बाहर हो गए हैं।

पर्थ टेस्ट से पहले हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में बुमराह ने कहा कि टीम इंडिया की कप्तानी करना सम्मान की बात है। बुमराह ने कहा, 'मेरी अपनी शैली है। विराट (कोहली) अलग थे, रोहित अलग थे। और मेरा अपना तरीका है। यह एक विशेषाधिकार है। मैं इसे एक पद के रूप में नहीं लेता। मुझे जिम्मेदारी लेना पसंद है। मैंने पहले रोहित से बात की थी। लेकिन यहां आने के बाद मुझे टीम की अगुवाई करने पर थोड़ी स्पष्टता मिली।'

यह भी पढ़ें: कोहली vs कमिंस...पंत vs लॉयन, पर्थ में होगी 3 खिलाड़ियों के बीच जंग, जानें कौन किस पर भारी?

बुमराह ने आगे कहा, 'मैंने हमेशा तेज गेंदबाजों को कप्तान बनाने की वकालत की है। वे रणनीति के मामले में बेहतर होते हैं। पैट ने शानदार काम किया है। अतीत में भी कई ऐसे उदाहरण हैं। कपिल देव और अतीत में कई अन्य कप्तान रहे हैं। उम्मीद है कि एक नई परंपरा की शुरुआत होगी।'

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo
Next Story