BCCI Guideline for India: टीम ही परिवार... वहां पत्नियों का क्या काम? बोर्ड के फैसले पर योगराज सिंह के बेबाक बोल

BCCI Guide line for India: बीसीसीआई ने भारतीय खिलाड़ियों के लिए सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसमें विदेशी दौरों को लेकर खिलाड़ियों पर कई प्रतिबंध लगाए गए हैं। सबसे खास प्रतिबंध यह है कि खिलाड़ी विदेशी दौरे पर अपना परिवार या पत्नी नहीं ले जा सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के खिलाफ हालिया सीरीज में हार के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की तरफ से यह कार्रवाई की गई है। पूर्व भारतीय क्रिकेटर योगराज सिंह ने बीसीसीआई के इस फैसले का स्वागत किया है।
योगराज सिंह ने कहा- जब कोई खिलाड़ी टीम के साथ यात्रा कर रहा है, तो अपने परिवार को साथ लेकर जाने का क्या मतलब है? इससे आपका ध्यान भटकता है। रिटायरमेंट के बाद आप कुछ भी कर सकते हैं, लेकिन जब आप अपने देश के लिए खेल रहे होते हैं तो अपने रसोइयों को साथ रखना एक अतिरिक्त बोझ बन जाता है।
योगराज ने आगे कहा- पत्नियां वास्तव में क्रिकेट के बारे में ज्यादा नहीं जानतीं। आप अपने बच्चों और पत्नी को अपने साथ क्यों रखना चाहेंगे? जब आप खेल रहे होते हैं तो टीम आपका परिवार होती है। मुझे नहीं लगता कि इसकी जरूरत है। मैं इसके खिलाफ हूं।
चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम के सिलेक्शन को लेकर योगराज सिंह ने खुशी व्यक्त की है। उन्होंने बीसीसीआई को बधाई दी और कहा कि जिन लोगों ने क्रिकेट खेला है, उन्हीं के द्वारा टीम का चयन किया गया है। रोहित शर्मा के साथ शुबमन गिल को उपकप्तानी सौंपी गई है, क्योंकि वह भविष्य में टीम का नेतृत्व करेंगे।
यह चीजों को आगे बढ़ाने का सही तरीका है। हमें उन खिलाड़ियों का समर्थन करना चाहिए, जो बुरे दौर से गुजर रहे हैं। मैं कहूंगा कि अभिषेक शर्मा को भी टीम में होना चाहिए, क्योंकि वह भविष्य में एक बड़े खिलाड़ी बनने जा रहे हैं और यह उनके लिए सीखने का एक शानदार अवसर है।
भारत चैंपियंस ट्रॉफी में अपने अभियान की शुरुआत 20 फरवरी को बांग्लादेश के खिलाफ करेगा, जिसके बाद 23 फरवरी को चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ बड़ा मुकाबला खेला जाएगा।