सुहागन स्त्री क्यों लगाती हैं मांग में सिंदूर? क्या हैं इसके फायदे, जानें इसे लगाने का सही तरीका

(रुचि राजपूत)
Mang Me Sindoor Kyon Lagati Hain Suhagan Stree : हिंदू धर्म में लाल चूल्हा शुभ माना गया है, रामायण काल से लेकर महाभारत काल तक मांग में सिंदूर भरने का जिक्र मिलता है। विवाह के समय दूल्हा दुल्हन की मांग में सिंदूर भरता है तब विवाह पूर्ण माना जाता है। इसके बाद से सुहागन स्त्रियां अपनी मांग में हमेशा सिंदूर सजाए रखती हैं। हिंदू धर्म में मांग में सिंदूर भरना सुहागन स्त्री की निशानी मानी जाती है। धार्मिक शास्त्रों में मांग भरने का विस्तार पूर्वक वर्णन किया गया है, मांग में सिंदूर भरने का धार्मिक महत्व और इससे मिलने वाले लाभ के बारे में जानते हैं प्रसिद्ध ज्योतिषी पंडित धर्मेंद्र दुबे से।
मांग में सिंदूर भरने की पौराणिक कथा
सनातन धर्म में मांग में सिंदूर भरने की प्रथा प्राचीन काल से चली आ रही है। इसका वर्णन हमें पवित्र ग्रंथ रामायण काल में देखने को मिलता है, एक बार माता सीता अपनी मांग में सिंदूर लगा रहीं थी तो वहां खड़े हनुमान जी ने माता सीता से संकोचवश ये प्रश्न किया कि हे! माता आप अपनी मांग में ये लाल रंग क्यों लगा रही हैं? इस पर माता सीता ने उत्तर दिया कि भगवान श्री राम मेरी मांग में सिंदूर देखकर बहुत प्रसन्न होते हैं और इसको लगाने से मेरे प्रभु राम की दीर्घायु होती है। तो हनुमान जी ने सोचा जब माता सीता के थोड़ा सा सिंदूर लगाने पर मेरे प्रभु राम प्रसन्न होते हैं और उनकी दीर्घायु होती है तो क्यों ना मैं अपने पूरे शरीर पर सिंदूर लगा लेता हूं, इससे मेरे प्रभु राम और अत्यधिक प्रसन्न होंगे और उनकी आयु अमर हो जाएगी। तब अपने पूरे शरीर में हनुमान जी सिंदूर लगाकर सभा में पहुंच जाते हैं। भगवान हनुमान जी को ऐसे रूप में देखकर सभी बहुत हंसते हैं, लेकिन प्रभु राम उन्हें देखकर बहुत प्रसन्न होते हैं माना जाता है कि तभी से सिंदूर लगाने की प्रथा चली आ रही है।
सिंदूर से मांग भरने के फायदे
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मांग में सिंदूर भरने से पति पर कभी कोई संकट नहीं आता और पति-पत्नी के रिश्ते मधुर और मजबूत बने रहते हैं। इसके साथ ही घर में सुख-शांति बनी रहती है।
ऐसे लगाएं मांग में सिंदूर
धार्मिक शास्त्रों के अनुसार, जो सुहागन स्त्रियां अपनी मांग में लंबा सिंदूर लगाती हैं उनके पति को अत्यधिक मान सम्मान की प्राप्ति होती है। सिंदूर हमेशा नाक की सीध में लगाना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि टेढ़ा-मेढ़ा सिंदूर मांग में भरने से पति का भाग्य खराब हो सकता है। शास्त्रों के अनुसार रविवार, सोमवार और शुक्रवार के दिन सुहागन स्त्री को सिंदूर अवश्य लगाना चाहिए ये शुभ माना जाता है। माता पार्वती को सिंदूर चढ़ा कर अपनी मांग में भरने से सुहागन स्त्रियों को अखंड सौभाग्यवती का आशीर्वाद मिलता है।
