तस्लीमा नसरीन ने छोड़ी कोलकाता लौटने की आस, एम्स में करेंगी अंगदान

तसलीमा नसरीन ने कहा है कि इस तरह का प्रतिबंध एक लेखक की असल मौत है।

तसलीमा ने कहा, ‘मैं अब अपने अंग एम्स को दान करूंगी हालांकि पहले मैने कोलकाता मेडिकल कालेज को देने का फैसला किया था।’ उनका मानना है कि वह भारत में वोटबैंक की राजनीति का शिकार हुई हैं। कट्टरपंथी मेरे पीछे लगे हैं लेकिन पश्चिम बंगाल सरकार ने भी मेरा सहयोग नहीं किया। यह सब मुसलमान मतदाताओं को संतुष्ट करने के लिए। वोटबैंक की राजनीति किसी समाज या देश के लिए अच्छी नहीं है।

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