तस्लीमा नसरीन ने छोड़ी कोलकाता लौटने की आस, एम्स में करेंगी अंगदान

By - haribhoomi.com |3 Feb 2014 6:30 PM
तसलीमा नसरीन ने कहा है कि इस तरह का प्रतिबंध एक लेखक की असल मौत है।

उन्होंने कहा, ‘यह अजीब है कि मैं पिछले तीन दशक से महिलाओं के बारे में लिख रही हूं लेकिन तीन महिलाओं शेख हसीना, खालिदा जिया और ममता बनर्जी ने मेरा जीवन दूभर कर दिया है। बांग्लादेश लौटने की कोई उम्मीद तो बची नहीं। मैं कोलकाता जाना चाहती थी क्योंकि मेरी संस्कृति बंगाली संस्कृति ही है।
Next Story
- होम
- क्रिकेट
- ई-पेपर
- वेब स्टोरीज
- मेन्यू
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS