गुजरात के पाटीदार नेता नरेश पटेल राजनीति में नहीं करेंगे एंट्री, लेकिन ये बड़ा काम शुरू करने का लिया फैसला
पत्रकारों ने नरेश पटेल से पूछा, ऐसी अफवाहें थीं कि भाजपा के एक शीर्ष नेता की ओर से आप पर राजनीति में शामिल नहीं होने का दबाव था।

गुजरात (Gujarat) में शीर्ष पाटीदार नेता और खोडलधाम ट्रस्ट (Khodaldham Trust) के अध्यक्ष नरेश पटेल (Naresh Patel) ने आखिरकार घोषणा की कि वह किसी भी राजनीतिक दल में शामिल नहीं होंगे। गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए नरेश पटेल ने कहा कि तमाम अलग-अलग समुदायों से काफी चर्चा और सर्वे के बाद वह इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि उन्हें राजनीति (politics) में नहीं आना चाहिए।
पत्रकारों ने नरेश पटेल से पूछा, ऐसी अफवाहें थीं कि भाजपा के एक शीर्ष नेता की ओर से आप पर राजनीति में शामिल नहीं होने का दबाव था। इस पर नरेश ने कहा, यह सूचना पूरी तरह से झूठी है और मैं किसी राजनीतिक दबाव में नहीं हूं। खोडलधाम ट्रस्ट के तहत नरेश पटेल ने राजनीति में आने के बजाय एक राजनीतिक अकादमी शुरू करने की घोषणा की है।
गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए नरेश पटेल ने कहा, कोरोना काल में मैंने क्रांतिकारियों और आजादी के संघर्ष के बारे में बहुत कुछ देखा और पढ़ा। मैंने राजनीति में आने के बारे में सोचा। और इसके लिए एक बड़ा सर्वे भी किया गया था। सर्वे में 80 फीसदी युवाओं ने कहा कि मुझे राजनीति में आना चाहिए, हमारी 50 फीसदी बहनों ने कहा कि मुझे राजनीति में आना चाहिए और मेरे सभी वरिष्ठों ने कहा कि मुझे राजनीति में नहीं आना चाहिए। आज मैं आधिकारिक तौर पर घोषणा करता हूं कि फिलहाल मैं राजनीति में नहीं आऊंगा।
पत्रकारों ने नरेश पटेल से पूछा आगे राजनीति में क्यों आना है। इस पर नरेश पटेल ने कहा, आज मैं सभी टिप्पणियों और धर्मों के लोगों के लिए काम करता हूं। अगर मैं किसी एक राजनीतिक दल में शामिल होता हूं, तो मैं पूरी तरह से उस पार्टी और उसकी विचारधारा के अंतर्गत रहूंगा। और जब मैं राजनीति से बाहर रहूंगा तो मैं अपने सभी लोगों और समाज के साथ हूं। उन्होंने आगे कहा, इसके बजाय हम खोडलधाम ट्रस्ट के तहत एक राजनीतिक अकादमी शुरू कर रहे हैं, जहां विभिन्न समाजों से आने वाले युवा राजनीति सीख सकते हैं। इससे हमारी राजनीति का भविष्य बेहतर होगा।
बता दें कि नरेश पटेल एक बड़े पाटीदार नेता हैं और सौराष्ट्र की 35 से अधिक सीटों पर उनका सीधा प्रभाव है। साथ ही पूरे गुजरात में पाटीदार का प्रभाव 55 से 60 सीटों पर है। गुजरात चुनाव में पाटीदार किंगमेकर की भूमिका निभाते हैं। गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले, सभी राजनीतिक दल- भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी- चाहती थी कि नरेश पटेल उनकी पार्टी में शामिल हों।