Reciprocal Tariffs: भारत पर अमेरिका ने लगाया 26% रेसिप्रोकल टैरिफ, 9 अप्रैल से होगा लागू; जानें बाजार पर असर

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12-13 फरवरी को आधिकारिक दौरे पर अमेरिका जाएंगे।
US Tariffs on India: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार (2 अप्रैल) को देर रात भारत सहित 60 देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने का ऐलान किया है।

US Tariffs on India: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार (2 अप्रैल) को देर रात भारत पर 26 फीसदी (रेसिप्रोकल यानी जैसे को तैसा) टैरिफ लगा दिया। कहा, मोदी मेरे अच्छे दोस्त हैं, लेकिन अमेरिका के साथ सही व्यवहार नहीं कर रहे। इस मामले में भारत बहुत सख्त है।

अमेरिका ने भारत-चीन और जापान सहित करीब 60 देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। चाइनीज उत्पादों पर 34%, यूरोपीय यूनियन पर 20%, साउथ कोरिया पर 25%, वियतनाम पर 46%, जापान पर 24% और ताइवान पर 32% टैरिफ वसूलने की बात कही है।

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US Reciprocal Tariffs List

डोनाल्ड ट्रम्प ने क्यों बढ़ाया टैरिफ ?

  • इस दौरान डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा, अमेरिकी उत्पादों पर भारत 52 फीसदी तक टैरिफ वसूलता है। लेकिन हमने उस पर 26% टैरिफ लगाया है। अन्य देशों से भी हम जितना टैरिफ वह वसूलते हैं, उसका आधा ही वसूल रहे हैं। यानी यह पूरी तरह से रेसिप्रोकल टैरिफ नहीं है। मैं ऐसा कर सकता था, लेकिन कुछ देशों के लिए यह मुश्किल होता। जो हम नहीं चाहते।
  • राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा, अमेरिका अन्य देशों से मोटरसाइकिलों पर केवल 2.4% टैरिफ वसूलता है। जबकि, थाईलैंड सहित कुछ देश बहुत अधिक कीमत वसूलते हैं। भारत 70%, वियतनाम 75% और अन्य उससे भी अधिक टैरिफ लागते हैं।
  • डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा, मैं इसके लिए इन देशों दोषी नहीं मानता। इसके लिए अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और नेताओं को दोषी हैं, जिन्होंने अपना काम नहीं किया। अब सभी विदेशी निर्मित ऑटोमोबाइल पर 25% टैरिफ लगाएंगे।

टैरिफ क्या है?
टैरिफ एक तरह की आयात शुल्क है। एक देश से दूसरे देश में इम्पोर्ट होने वाले सामान पर इसे वसूला जाता है। यह टैक्स इम्पोर्ट करने वाली कंपनी से वहां की सरकारें वसूलती हैं। कुछ देशों के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (मुक्त व्यापार समझौता) है। लिहाजा, वहां से इम्पोर्ट होने वाले सामानों पर कोई टैरिफ (आयात शुल्क) नहीं वसूला जाता।

रेसिप्रोकल टैरिफ क्या है?
सरकारें सामान्यत: जरूरत के हिसाब से टैरिफ (आयात शुल्क) घटाती बढ़ाती रहती हैं। महंगाई नियंत्रण और संबंधित देशों से होने वाले व्यापार-व्यवसाय को प्रभावित करने के लिए भी टैरिफ कम और ज्यादा किया जाता है। लेकिन दो देश एक दूसरे पर बराबर आयात शुल्क वसूलते हैं तो उसे रेसिप्रोकल टैरिफ कहते हैं।

US टैरिफ काब लागू होगा?
डोनाल्ड ट्रम्प ने बताया कि अन्य देशों से अमेरिका आने वाले सभी सामान पर 10% बेसलाइन (न्यूनतम) टैरिफ लगेगा। रेसिप्रोकल टैरिफ 9 अप्रैल और बेसलाइन टैरिफ 5 अप्रैल से लागू हो जाएंगे।

रेसिप्रोकल टैरिफ का भारतीय बाजार में असर
अमेरिका द्वारा लगाए गए 26 फीसदी रेसिप्रोकल टैरिफ से भारत में ऑटो, फार्मा और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर खासा प्रभावित हो सकता है। एक्सपर्ट्स ने बताया कि परिधान (Apparel Sector) और Jewellery Sector पर भी इसका प्रतिकूल असर पड़ेगा। अमेरिका ने विदेशी वाहनों पर 25 फीसदी टैरिफ वसूलने का ऐलान किया है। ऐसे में भारत से इम्पोर्ट होने वाली कारों में कही आएगी।

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