Bulgaria's Deputy PM thanks India: बुल्गारिया की उप प्रधानमंत्री ने एमवी रुएन (MV Ruen) जहाज को सोमालियाई समुद्री लुटेरों से बचाने के लिए रविवार को भारत का शुक्रिया अदा किया। इस पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर उन्हें रिप्लाई करते हुए लिखा- 'दोस्त इसी के लिए होते हैं।' इस जहाज को सोमालियाई डाकुओं ने पिछले साल 14 दिसंबर को हाईजैक कर लिया था।  

भारतीय नौसेना की आभारी हूं: मारिया गेब्रियल
बुल्गारिया के उप प्रधानमंत्री मारिया गेब्रियल ने समुद्री डाकैतों से अपने हाईजैक जहाज एमवी रुएन को छुड़ाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री एस. जयशंकर को धन्यवाद दिया। इस जहाज में बुल्गारियाई नागरिक सवार थे। उन्होंने कहा, "रुएन जहाज में चालक दल में हमारे 7 नागरिक शामिल हैं, उन्हें बचाने के सफल ऑपरेशन के लिए भारतीय नौसेना की आभारी हूं। हम क्रू मेंबर्स को सुरक्षा के लिए मिलकर काम करना जारी रखेंगे।" बुल्गारिया के विदेश मंत्रालय ने कहा कि चालक दल में म्यांमार के 9 और अंगोलन का एक नागरिक शामिल है।

दिसंबर में डकौतों ने किया था जहाज हाईजैक
बता दें कि इंडियन नेवी ने शनिवार को 35 समुद्री डाकुओं को सरेंडर के लिए मजबूर किया और एमवी रुएन को बचाया था। इस जहाज को सोमाली डाकुओं ने पिछले साल 14 दिसंबर को हाईजैक कर लिया था। इससे पहले 2017 में भी बुल्गारिया के जहाज पर समुद्री लुटेरों ने कब्जा कर लिया था। 

नेवी ने ऐसे दिया रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम
नेवी ने जहाज के चालक दल के सभी सदस्यों को सुरक्षित बचाया। इसके लिए नेवी ने अपने P-8I समुद्री गश्ती विमान, फ्रंटलाइन शिप INS कोलकाता, INS सुभद्रा और HALE  ड्रोन को तैनात किया था। ऑपरेशन के लिए सी-17 विमान से मार्कोस कमांडो को उतारा गया। यह ऑपरेशन 40 घंटे तक चला, इस दौरान समुद्री डाकुओं ने नौसेना पर गोलीबारी की। नौसेना ने भी इसका माकूल जवाब दिया। नेवी स्पोक्सपर्सन कमांडर विवेक मधवाल ने बताया कि आईएनएस कोलकाता ने सभी 35 लुटेरों को घेर लिया और आत्मसमर्पण के लिए मजबूर किया। रविवार शाम को जहाज से 17 क्रू मेंबर्स को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया।