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जापानी जीवनशैली के अनुसार, अगर आपने अपने जीने का उद्देश्य या मकसद ढ़ूंढ़ लिया, तो आप दूसरे लोगों की तुलना में दीर्घायु और खुशहाल होंगे।

Japanese Lifestyle Lkigai: हाल में शुरू हुए इस नए वर्ष में ही नहीं, आने वाले पूरे जीवन में आप खुशहाल रह सकते हैं, स्वस्थ-दीर्घायु भी पा सकते हैं। इसके लिए आपको अपने जीवन को जीने के तरीके में कुछ बदलाव करने होंगे। इस दिशा में प्रसिद्ध जापानी जीवनशैली ईकीगाई बहुत सहायक सिद्ध हो सकती है। इस दुनिया में हम सभी स्वस्थ दीर्घायु और खुशहाल जीवन चाहते हैं। वास्तव में ये दोनों ही एक-दूसरे से जुड़ी हुई हैं। सेहत विज्ञानियों के अनुसार, जो लोग जिंदादिल और खुशहाल होते हैं, वे दीर्घायु भी होते हैं। लेकिन इनको हासिल करने के लिए आपकी मददगार हो सकती है जापानी जीवनशैली का अहम भाग, ईकीगाई। इस जापानी शब्द का मतलब है-मकसद। जी हां, जापानी जीवनशैली के अनुसार, अगर आपने अपने जीने का उद्देश्य या मकसद ढ़ूंढ़ लिया, तो आप दूसरे लोगों की तुलना में दीर्घायु और खुशहाल होंगे। लंबी आयु के मामले में जापान के लोग दुनिया भर में जाने जाते हैं और वे इस बात पर पूरी गंभीरता से अमल भी करते हैं। आप भी इस वर्ष से अपने जीवन में ईकीगाई को शामिल कर सकते हैं। 

हो चुके हैं कई अध्ययन: हजारों जापानी वयस्कों पर किए गए अध्ययन से पता चला है कि जिन लोगों ने अपने जीने का मकसद तय कर लिया है या जानते हैं, उनकी जिंदगी में तनाव कम होता है। इसी वजह से उनकी आयु लंबी होती है। ये सारे लोग जापान के ओकिनावा द्वीप के रहने वाले थे। अमेरिका में हुए एक अन्य अध्ययन में भी पाया गया कि जिन लोगों ने अपनी जीने का मकसद जान और समझ लिया, उनमें बिना लक्ष्य के जीने वालों की तुलना में मृत्यु का जोखिम 15 फीसदी तक कम होता है। माउंट सिनी सेंट ल्यूक एवं माउंट सिनाई रूजवेल्ट के शोधकर्ताओं ने अपने गहन अध्ययन के बाद यह निष्कर्ष निकाला है कि जीने का मकसद स्पष्ट रूप से समझने वालों की मृत्यु में अन्य सभी कारणों से 23 फीसदी और हार्ट डिजीज या स्ट्रोक से मृत्यु की 19 फीसदी संभावना कम हो जाती है। अध्ययन के मुखिया रैंडी कोहेन कहते हैं, ‘जीने का उद्देश्य जानने और मृत्यु से सुरक्षा पाने के बीच बड़ा गहरा संबंध है। कनाडा की कार्लेटन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने दीर्घ आयु पर अध्ययन करते हुए पाया कि जिन लोगों ने अपने जीवन की दिशा तय कर रखी है और लक्ष्य निर्धारित कर रखे हैं, वे लंबी आयु पाते हैं। भले ही यह लक्ष्य अधेड़ अवस्था में ही क्यों न तय किया गया हो। ‘साइकोलॉजिकल साइंस’ में प्रकाशित इस अध्ययन के मुखिया पैट्रिक हिल हैं। शिकागो की रश यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर द्वारा किए गए एक अन्य अध्ययन के नतीजे में जीवन के उद्देश्य निर्धारण से अल्जाइमर्स डिजीज से मस्तिष्क की सुरक्षा की दिशा में फायदेमंद बताया गया है। 

मकसद निर्धारण का फायदा: प्लानिंग करने और आने वाले समय में हासिल करने के लिए तय किए गए लक्ष्य को हासिल करने की जद्दोजहद आपके दिमाग को व्यस्त रखती हैं। साथ ही आपके तन को एक्टिव और फिट रखती है। इससे आप चिंताओं में उलझकर मानसिक रूप से परेशान होने या आलस्य के वशीभूत होने से बच जाते हैं। ये दोनों ही बातें, तन-मन की सेहत के लिए नुकसानदायक हैं। जब हम सुबह किसी काम को करने के उत्साह और लगन से उठते हैं तो हमारा मन प्रसन्न रहता है और लक्ष्य हासिल करने के लिए हम जल्दी-जल्दी एक के बाद एक काम निपटाते चले जाते हैं।

ऐसे तय करें लक्ष्य: मुझे क्या करना अच्छा लगता है : यहां आपको अपना सबसे खास शौक जानना होगा। ये शौक एक या उससे अधिक भी हो सकते हैं। इन्हें आप कभी ना छोड़ें, बशर्ते ये अच्छे, सकारात्मक और रचनात्मक हों। हर अच्छा शौक आपको कोई ना कोई फायदा जरूर देता है, चाहे वो तन को दुरुस्त रखता हो या मन को सुकून देता है। जैसे- आउटडोर गेम्स- क्रिकेट, बैडमिंटन, कबड्डी आदि। इंडोर गेम्स-कैरम, चेस, लूडो आदि। इसके अलावा बागवानी, फोटोग्राफी, ट्रैवलिंग जैसे हॉबीज। आप चाहे जितने व्यस्त रहें लेकिन इन्हें पूरा करने के लिए डेली या वीकली अपना कुछ वक्त जरूर दें।

मैं क्या अच्छा कर सकता हूं: यह आपके बिजनेस या पेशे से संबंधित होता है। आप किस काम को अच्छी तरह कर सकते हैं और किस काम को करने में आपकी अधिक दिलचस्पी है, यह आपको जरूर मालूम होना चाहिए। अगर आप अपनी क्षमता, दिलचस्पी से संबंधित काम करेंगे तो आपको हर दिन कुछ ना कुछ जरूर हासिल होगा, जिससे आपका उत्साह बना रहेगा। सबसे बड़ी बात कि आप काम को कभी बोझ समझ कर नहीं करेंगे, जिससे आपकी सफलता के चांसेज भी बढ़ेंगे।

लोग मुझसे क्या चाहते हैं: इस सवाल का जवाब देते समय उन लोगों के बारे में सोचें, जो आपके लिए वास्तव में महत्व रखते हैं। इनमें दो तरह के लोग होंगे- पहले, वे जो आपको शिद्दत से चाहते हैं। आप हमेशा उनका साथ और खुशी चाहते हैं। दूसरे तरह के लोग, जिनसे आपको फाइनेंशियल फायदा होता है। इससे आपको अपने दैनिक कामों और क्रियाकलापों को तय करने की दिशा भी मिलेगी, उन्हें करने में मजा भी आएगा। ये दोनों ही स्थितियां आपको उत्साह और प्रसन्नता देने वाली होंगी। इन्हीं 3 सवालों और उनके जवाबों में आपके जीने का मकसद छिपा है।

ये भी हो सकते हैं लक्ष्य 

  • अपने बच्चों को सही ढंग से पाल-पोस कर बड़ा करना। 
  • डेली कोई अच्छी-सी किताब पढ़ना। चाहे वह हेल्थ बुक हो, आध्यात्मिक पुस्तक हो, कहानियों की किताब हो।
  • दिन भर काम करने के बाद शाम को पसंदीदा टीवी प्रोग्राम देखना या दोस्तों के साथ गपशप करना।
  • किसी के प्रति आभार व्यक्त करना, जो कल आपके काम आया था या आपकी मदद की थी।
  • अपनी मां, बहन, पत्नी, पति या किसी अन्य निकट संबंधी के लिए कुछ स्पेशल करना है। उनके साथ खुशी बांटनी है।

 शिखर चंद जैन

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