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Shreyas talpade Heart Attack: फिल्म एक्टर श्रेयस तलपड़े को दिल का दौरा पड़ा है। सर्दियों के मौसम में दिल की सेहत का खास ख्याल रखना जरूरी होता

Shreyas talpade Heart Attack: मशहूर अभिनेता श्रेयस तलपड़े को दिल का दौरा पड़ने की खबरें सामने आ रही हैं। बताया जा रहा है कि अटैक के बाद उनकी एंजियोप्लास्टी की गई है। सर्दियों के मौसम में दिल का ख्याल रखना बेहद जरूरी होता है, इस सीजन में हार्ट अटैक आने का रिस्क काफी बढ़ जाता है। हार्ट को हेल्दी रखने के लिए सही लाइफस्टाइल और खान-पान का होना बेहद जरूरी है। नियमित व्यायाम भी दिल की सेहत को दुरुस्त रखने में मदद करता है। 

एक्सपर्ट्स के मुताबिक ठंड में खून के गाढ़ा होने लगता है, ऐसे में मौसमी बदलाव होने पर दिल को ब्लड सर्कुलेट करने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। दिल कमजोर होने की स्थिति में ऐसी स्थिति ज्यादा वक्त तक रहने पर हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। वेबएमडी के मुताबिक सर्दियों में हार्ट अटैक आने के कई कारण हो सकते हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में...

लाइफस्टाइल - दिल संबंधी बीमारियों में व्यक्ति की लाइफस्टाइल सबसे ज्यादा मायने रखती है। ज्यादा देर तक जागना और देर तक सोना, स्मोकिंग, शराब पीना, दवाइयों का ज्यादा इस्तेमाल करना दिल को कमजोर बनाने का काम करता है। पर्याप्त व्यायाम न करना भी हार्ट को नुकसान पहुंचाता है और इससे हार्ट अटैक का रिस्क बढ़ जाता है। 

लिंग एवं उम्र - उम्र बढ़ने के साथ ही हार्ट अटैक आने का खतरा भी बढ़ने लगता है। पुरुषों में 45 की उम्र के बाद हार्ट अटैक का रिस्क बढ़ जाता है, वहीं महिलाओं में मोनोपॉज के बाद 50 की उम्र पार होने पर दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ता है। 

बीमारी - लंबे अर्से से किसी बीमारी का शिकार होने पर भी हार्ट पर इसका बुरा असर पड़ सकता है। इसके चलते हार्ट अटैक आने की आशंका काफी बढ़ जाती है। डायबिटीज, हाई बीपी, मोटापा और गलत खान-पान की आदतें हार्ट अटैक को बुलावा देती हैं। 

तनाव - हार्ट अटैक के लिए तनाव एक बड़ा कारण होता है। जब भी हम स्ट्रेस में होते हैं तो शरीर में कार्टिसोल नाम का हार्मोन रिलीज होने लगता है। समय के साथ कार्टिसोल ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर को बढ़ाने लगता है, जबकि गुड कोलेस्ट्रॉल को कम करने लगता है। लगातार तनाव में होने से हार्ट की आर्टरीज़ सिकुड़ने लगती हैं और ब्लड क्लॉटिंग का रिस्क बढ़ जाता है जो कि हार्ट अटैक का कारण बनता है। 

दिल कमजोर होने के लक्षण

- छाती पर दबाव महसूस होना, सांस लेने में परेशानी
- दिल की अनियमित धड़कन होना
- ब्लड प्रेशर का लगातार हाई रहना 
- दिल की धड़कन का तेज होना
- हार्ट वॉल्व का ठोस हो जाना
- थोड़ी सी मेहनत पर ही सांस फूल जाना

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