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Yami Gautam : यामी गौतम इन दिनों आदित्य धर प्रोड्यूस्ड फिल्म ‘आर्टिकल 370’ को लेकर चर्चा में हैं। वहीं उनकी अपकमिंग फिल्म 23 फरवरी को रिलीज हो रही है। इसके साथ ही एक्ट्रेस ने अपने रोल को लेकर एक्सपीरियंस शेयर करते हुए ये बात कहीं है।

Yami Gautam : यामी गौतम इन दिनों आदित्य धर प्रोड्यूस्ड फिल्म ‘आर्टिकल 370’ को लेकर चर्चा में हैं। फिल्म आगामी 23 फरवरी को रिलीज हो रही है। आदित्य जब फिल्म ‘उरी-द सर्जिकल स्ट्राइक’ डायरेक्ट कर रहे थे। तभी आदित्य और यामी गौतम को एक-दूसरे से प्यार हो गया। दोनों ने 2021 में शादी कर ली। आदित्य की यामी पत्नी जरूर हैं, लेकिन उन्हें उनके पति ने अपनी फिल्म ‘आर्टिकल 370’ में बहुत देख-समझ कर लिया है। 

इस फिल्म में यामी किस तरह का रोल प्ले कर रही हैं? इसके लिए उन्हें कैसी तैयारी करनी पड़ी? इन सब को लेकर यामी गौतम ने हरिभूमि से खास बातचीत की है।

आदित्य धर आपके हसबैंड है और फिल्म 'आर्टिकल 370' के प्रोड्यूसर भी है तो क्या इस फिल्म में आपको रोल बहुत आसानी से मिला?
आदित्य एक जीनियस डायरेक्टर, प्रोड्यूसर और एक समझदार इंसान हैं। वह इस बात को समझते हैं कि एक आर्टिस्ट का सम्मान कैसे मेंटेन रखा जाता है। यह सही है कि फिल्म ‘आर्टिकल 370’ की प्लानिंग, चर्चा मेरे सामने होती रही। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि उन्होंने घर बैठे-बैठे मुझे यह फिल्म दे दी। उन्होंने बाकायदा मुझे स्क्रिप्ट पढ़ने को दी। रोल के बारे में डिस्कशन किया और जानना चाहा कि क्या मैं यह किरदार करने के लिए एक्साइटेड हूं? रोल, स्टोरी और स्क्रिप्ट पर मुझे से क्लैरिटी चाही। जब मैंने इस रोल के लिए हां बोला। तब उन्होंने मुझसे इस फिल्म के लिए कॉन्ट्रेक्ट साइन करवाया। जैसे आमतौर पर मेकर्स अपनी फिल्म में एक्टर्स को साइन करते हैं। 

फिल्म की कहानी और अपने रोल के बारे कुछ बताइए?
‘आर्टिकल 370’ की कहानी झकझोर देने वाली है। इसमें कश्मीर के लिए बनाया गया एक सीक्रेट मिशन है। कैसे इसे कामयाब किया गया, इसकी स्टोरी बड़े रिसर्च, फैक्ट्स के साथ आदित्य धर (निर्माता) और आदित्य जांभले (निर्देशक) ने पेश की है। यह फिल्म रोमांच से भरी हुई है। इसमें मेरे किरदार का नाम झूनी हक्सर है, जो एक कश्मीरी लोकल सीक्रेट एजेंट है। कश्मीर वैली में बदलाव लाने के लिए वह बहुत प्रयास करती है। मेरे लिए झूनी का किरदार निभाना बहुत ही चैलेंजिंग रहा। मैं ऐसा रोल करके बहुत गर्व महसूस कर रही हूं। मेरा किरदार आम किरदारों से बहुत डिफरेंट है। ऐसा रोल मैंने आज तक नहीं किया है। 

इस रोल को निभाने के लिए आपने किस तरह से खुद को तैयार किया?
झूनी के किरदार को समझने के लिए पहले तो अपने दिलो-दिमाग से मैंने झूनी को फील करने की कोशिश की। इसके अलावा वेपन को उठाना, उन्हें हैंडल करना, वेपन को सहजता से चलाने की प्रैक्टिस करना, जैसी कई तरह की ट्रेनिंग मैंने ली। शुरू-शुरू में मुझे वेपन उठाने में भी बहुत नर्वसनेस फील होती थी। लेकिन डायरेक्टर (आदित्य) बहुत ही सुलझे हुए टास्क मास्टर हैं। उन्होंने बहुत बारीकी से ट्रेनिंग दिलाई। कश्मीरी टोन में कैसे बातचीत करनी है, बॉडी लैंग्वेज कैसी हो, जैसी कई बातों को भी मैंने सीखा। इसके अलावा हर दिन कम से कम दो घंटों की सोल्जर ट्रेनिंग भी करती थी। ट्रेनिंग के लिए मिलिट्री एडवाइजर केशवेंद्र सिंह आते थे। वेपन ऑपरेशन की ट्रेनिंग भूषण वर्तक जी ने दी। वेपन की ट्रेनिंग के साथ ही हमें यह भी सिखाया गया कि अपने वेपन की रेस्पेक्ट करनी चाहिए। उसे जमीन पर नहीं रखना चाहिए। यह बात मेरे दिल हो छू गई। 

कश्मीर में शूटिंग करने का आपका अनुभव कैसा रहा?
कश्मीर में शूटिंग का एक्सपीरियंस शानदार-यादगार रहा है। आदित्य भी एक कश्मीरी पंडित हैं और वो कश्मीर का चप्पा-चप्पा जानते हैं। शूटिंग के दौरान उन्होंने कश्मीर के ग्राम देवी-देवताओं के कई मंदिरों के हमें दर्शन भी करवाए। 

जब फिल्म के प्रोड्यूसर पति भी हो तो उनके साथ काम करना, कितना आसान होता है?
आदित्य महिलाओं का सम्मान करना जानते हैं। अपनी मां से उन्होंने बहुत कुछ सीखा है। मुझे पूरे रेस्पेक्ट के साथ ट्रीट करते हैं, जैसे सभी के साथ पेश आते हैं। वैसे भी फिल्म के सेट पर हम प्रोफेशनल होते हैं, पति-पत्नी नहीं।

आप इन दिनों प्रेग्नेंट हैं, कुछ ही महीनों में मां बनने वाली हैं। क्या अब आप एक्टिंग से दूर रहेंगी?
इस फिल्म की शूटिंग पिछले साल दिसंबर में खत्म हुई और इस साल जनवरी से पोस्ट प्रोडक्शन, प्रमोशनल वर्क शुरू हुआ। अभी मुझे प्रेग्नेंसी के पांच महीने पूरे हो चुके हैं। मैं फिल्म के पोस्ट प्रोडक्शन में हिस्सा ले रही हूं। मीडिया को इंटरव्यूज दे रही हूं। जिस तरह आलिया भट्ट, नेहा धूपिया, दीया मिर्जा, करीना कपूर खान ने डिलीवरी के तीन महीने बाद फिर फुल फ्लेज्ड काम करना शुरू किया। उससे दूसरी मदर एक्ट्रेसेस के लिए एक रास्ता बना। मुझे भी एक प्रपोजल आया है, जिन्हें मेरे प्रेग्नेंट होने पर शूटिंग में प्रॉब्लम नहीं है और वे शूटिंग मेरे प्रेग्नेंसी के दौरान ही शुरू कर चुके हैं। आगे भी जैसा कंफर्टेबल होगा, मैं वैसा करूंगी। मेरा मानना है बच्चे को जन्म देने के बाद अगर कोई एक्ट्रेस काम करना चाहती है तो जरूर करना चाहिए। दर्शक भी समझदार हो चुके हैं, वे समझते हैं हर कलाकार की अपनी भी एक लाइफ होती है। 

यामी गौतम ने कहा- 'अपने करियर से संतुष्ट हूं'
यामी गौतम को फिल्मों में काम करते हुए एक दशक से अधिक का समय हो गया है। वह अपनी अब तक की फिल्म करियर जर्नी को कैसे देखती हैं, पूछने पर वह जवाब देती हैं, ‘मैंने हिंदी फिल्मों की अपनी जर्नी साल 2012 में फिल्म ‘विकी डोनर’ से शुरू की थी। यह फिल्म सफल रही। उसके बाद से लगातार बिजी हूं। मैं अपने अब तक के करियर से संतुष्ट हूं, क्योंकि मैंने कभी कोई कॉम्प्रोमाइज नहीं किया। अपने शर्तों पर काम किया और डिग्निटी बनाए रखी।’   

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