लॉकडाउन में जॉब चली गई न हों हताश-करें नए प्रयास
लॉकडाउन की वजह से देश में ही नहीं विदेशों में भी करोड़ों लोग बेरोजगार हो गए हैं। अगर आप भी उनमें शामिल हैं तो बगैर हताश हुए नई जॉब को तलाशने के स्मार्ट तरीके अपनाएं। हम आपको दे रहे हैं कुछ उपयोगी सलाहें।

यह बताने की जरूरत नहीं है कि कोरोना वायरस के चलते दो महीने से ज्यादा समय तक रहे लॉकडाउन में देश के करोड़ों लोगों की नौकरियां चली गई हैं। लेकिन यह अकेले हिंदुस्तान में ही नहीं हुआ। पूरी दुनिया बेरोजगारी के इस महासंकट से गुजर रही है। अतः अब जरूरी है कि हम अपने उन तमाम कौशलों को इकट्ठा करें कि ऐसे संकटकाल में नौकरी कैसे और कहां पाई जा सकती है?
कहीं मंदी-कहीं तेजी
इसमें कोई दो राय नहीं है कि जहां कोरोना की विभीषिका ने बहुत सारे क्षेत्रों में रोजगार के लिहाज से भयानक कहर ढाया है। मसलन- टूरिज्म, हॉस्पिटैलिटी, फैशन, एंटरटेनमेंट आदि। वहीं कोरोना संकट के चलते कई क्षेत्रों में रोजगार की बढ़ोत्तरी भी हुई है। मसलन- हेल्थ केयर, हेल्थ टेक्नोलॉजी, नियो बैंकिंग, फार्मा सेक्टर तथा पैक्ड ग्रोसरी इंडस्ट्रीज।
वर्क फ्रॉम होम के लिए
हो जाएं तैयार
एक अनुमान के मुताबिक पिछले ढाई महीनों में अगर बड़े पैमाने पर वर्क फ्रॉम होम नहीं हुआ होता तो करीब 80,000 करोड़ रुपए का अर्थव्यवस्था को और नुकसान हुआ होता। कहने की बात यह है कि अब वर्क फ्रॉम होम हमारी वर्किंग कल्चर से नहीं जाने वाला। इसलिए अगर अब तक आपको वर्क फ्रॉम होम करने में रुचि नहीं रही या आप इसमें दक्ष नहीं रहे तो अब अपनी ऐसी मर्जी या कमी को आगे मत बढ़ने दीजिए। तुरंत घर से काम करने की कुशलता हासिल करिए और उससे भी ज्यादा जरूरी यह है कि अगर घर से काम करने के लिए जरूरी सुविधा आपके पास नहीं है यानी घर में डेस्कटॉप या लैपटॉप नहीं है, 4जी का मोबाइल नहीं है और ब्राड बैंड कनेक्शन नहीं है तो मान लीजिए आप बहुत पिछड़े हुए हैं, जितना जल्दी हो सके इन सुविधाओं को हासिल करिए, जिससे घर में काम करने की स्थितियां बन सकें।
इन पर करें अमल
इस समय देश ही नहीं पूरी दुनिया में बड़े पैमाने पर लोग बेरोजगार हैं, इसलिए लॉकडाउन के बाद अनलॉक हुए टाइम में अगर नौकरी चाहिए तो कई तरह की कोशिशें एक साथ करनी होगीं।
- अपने तमाम संपर्कों में यह जानने की कोशिश करिए कि क्या कहीं कोई ऐसी नौकरी है, जिसे आप कर सकते हैं? जान-पहचान की जगहों में इस समय नौकरी ढूंढ़ने को इसलिए प्राथमिकता देनी चाहिए, क्योंकि नौकरियां कम हैं और चाहने वाले बहुत-बहुत ज्यादा हैं।
-जहां पहले काम कर चुके हैं और वहां कोई जगह खाली है, यदि यह बात आपको पता है तो बिना देर किए इसके लिए आवेदन कर दीजिए और व्यक्तिगत रूप से जाकर मिल भी लीजिए, क्योंकि उन्हें भी आपको नौकरी देने में सहूलियत रहेगी।
-भले दिन-रात अखबारों और दूसरी मीडिया में आपको यह पढ़ने, सुनने और देखने में मिल रहा हो कि नौकरियों का बहुत अभाव है, कहीं नौकरियां नहीं बचीं, बावजूद इसके आप अपनी तरफ से नौकरी ढूंढ़ने की कोशिश न बंद करें।
- इन दिनों नौकरियों की जरूरत ही नहीं, नौकरी ढूंढ़ने के तौर तरीके और इसके लिए मिलने-जुलने की पारंपरिक तरीके में काफी बदलाव आ गए हैं। इसलिए बहुत संभव है कि आपको बजाय नियोक्ता के सामने बैठकर, वीडियो इंटरव्यू देना पड़े। इसलिए जितना जल्दी हो सके, इन नई तकनीकों से खुद को लैस कर लें। क्योंकि बिना नई तकनीक की जानकारी के अब काम मिलना बहुत मुश्किल होगा।
-यूं तो हमेशा उसी क्षेत्र में नौकरी को प्राथमिकता देनी चाहिए, जिस क्षेत्र में आपकी विशेषज्ञता हो। लेकिन इसका मतलब यह भी नहीं कि नौकरी के अकाल में भी इस तरह की रिजिडिटी दिखाएं। अगर नौकरी नहीं मिल रही और यह हमारे अस्तित्व के लिए संकट बन रही है तो अपने ही क्षेत्र के अन्य विभागों में भी नौकरी की जा सकती है। यही नहीं अगर किसी खास तकनीकी दक्षता का सवाल नहीं है तो बिल्कुल अलग क्षेत्र में भी नौकरी की जा सकती है।