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Tula Rashi Ki Takat or Kamjori: राशिचक्र में तुला सातवीं राशि है। इसका चिन्ह 'बाजार में अपना तराजू लिए खड़ा व्‍यक्ति' है। भारत में राष्ट्रपिता के तौर पर अपनी पहचान स्थापित करने वाले 'महात्‍मा गांधी' भी तुला राशि के जातक थे। तुला राशि के जातक की पहचान उसके स्वभाव से की जा सकती है।

Tula Rashi Ki Takat or Kamjori: राशियां, राशिचक्र के 12 बराबर भागों को कहा जाता है। इन्हीं पर पूरा ज्योतिष विज्ञान भी आधारित है। हर एक राशि सूर्य के क्रांतिवृत्त पर आने वाले एक तारामंडल से जुड़ाव रखती है, इसलिए उन दोनों का एक ही नाम होता है जैसे तुला राशि और तुला तारामंडल। यहां हम तुला राशि के बारे में विस्तार से पढ़ने वाले है। हम जानेंगे आखिर ज्योतिष के अनुसार तुला राशि के जातकों का मूल स्वभाव, कमजोरी और ताकत क्या है। 

राशिचक्र में तुला सातवीं राशि है। इसका चिन्ह 'बाजार में अपना तराजू लिए खड़ा व्‍यक्ति' है। भारत में राष्ट्रपिता के तौर पर अपनी पहचान स्थापित करने वाले 'महात्‍मा गांधी' भी तुला राशि के जातक थे। तुला राशि के जातक की पहचान उसके स्वभाव से की जा सकती है, क्योंकि वे हर बात को तौलकर देखते है। तुला राशि पर शुक्र का आधिपत्‍य माना गया है, इसलिए ये जातक बनने संवरने, संगीत, चित्रकारी और बागवानी जैसे शौक रखते है। ये सम्मान के अधिकारी होते है। 

तुला राशि की कमजोरी 

तुला जातकों को अक्सर आलसी समझा जाता, लेकिन असल में ऐसा होता नहीं हैं। दरअसल, ये लोग समय पर काम पूरा करने के चक्कर में आराम नहीं कर पाते है। इनकी सबसे बड़ी कमजोरी है निर्णय लेने में असमंजस की स्तिथि में बने रहना। इस वजह से ये कोई फैसला लेने में काफी देरी कर देते है। ये लोग नफा-नुकसान के बारे में सोचते रह जाते है और काफी लेट हो जाते है। अपनी वणिक बुद्धि से ये लोग वाद-विवाद से परे समझौता करने में यकीन रखते है। 

इस राशि के जातक संकोची प्रकृति के होते है। ये लोग किसी से मन की बात नहीं कर पाते है, इस वजह से भावनात्मक रूप से कमजोर बने रहते है। ये लोग अपने फैसले पर स्थिर नहीं होते है और परिस्थिति के अनुसार परिवर्तित हो जाते हैं। तुला जातक लोगों का सामना करने में असमर्थ रहते है, जोकि इनकी मानसिक शांति पर असर डालती है। ये जातक मानसिक रूप से अधिकतर स्तिथियों में परेशान रहते है, जिसका खामियाजा इन्हें भुगतना पड़ता है। 

तुला राशि की मजबूती 

तुला राशि वालों का स्वामी शुक्र ग्रह होता है। ये लोग खूबसूरत चीजों को प्राथमिकता देते है। साथ ही अपने जीवन में तुला की भांति बैलेंस बनाकर चलना पसंद करते है। हर किसी को अपनी तरफ आकर्षित करने में सफल रहते है। तुला राशि के जातक खुशमिजाज होते है, लेकिन कुछ परिस्तिथियों में डिप्लोमेट बन जाते है। ये लोग आसानी से हर किसी से घुलमिल जाते है और मिलनसार स्वभाव के होते है। इन्हें हर किसी के साथ रिश्ते को बेहतर रखना पसंद होता है। 

इस राशि के जातक न्याय, प्रेम और सौंदर्य को प्राथमिकता देते हैं। साथ ही हर किसी के साथ सामंजस्यपूर्ण संबंध बनाने में कुशल माने जाते है। लोगों के प्रति बहुत सहज और सहानुभूतिपूर्ण रहते हैं। दरअसल, राशि चक्र की सातवीं राशि तुला अपनी कूटनीतिक प्रकृति और संतुलन की इच्छा के लिए मशहूर है। 

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