Irani Dress Code: ईरान में महिला को मारे गए 74 कोड़े, हिजाब के बिना सोशल मीडिया पर पोस्ट की थी तस्वीर

ईरान में ड्रेस कोड को लेकर नियम काफी सख्त हैं। महिलाएं बिना सिर और गर्दन ढंके सार्वजनिक स्थान पर नहीं निकल सकती हैं। ड्रेस कोड के खिलाफ 2022 में बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन हुए थे। 

Updated On 2024-01-07 22:08:00 IST
Roya Heshmati

Iranian Hijab Controversy: ईरान अपने सख्त कानून और सजा के क्रूर तरीकों के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है। यहां ईरानी जुडिशियरी ने एक महिला को सार्वजनिक स्थानों पर बेशर्मी से पेश आने के लिए 74 कोड़े मारने की सजा सुनाई। ईरान की जुडिशियल अथॉरिटी के अधिकारियों ने शनिवार को दिए अपने फैसले में बताया कि महिला ने सार्वजनिक मर्यादाओं का उल्लंघन किया है। इतना ही नहीं सिर पर पर्दा नहीं करने के लिए उस पर भारी भरकम जुर्माना भी लगाया है।

जुडिशियरी की Mizan Online वेबसाइट पर बताया गया है कि दोषी रोया हेशमती तेहरान के भीड़भाड़ वाले सार्वजनिक स्थानों पर बेशर्मी से पेश आई थी और उसने अपमानजनक रूप से उदारता को प्रोत्साहित करने का कार्य किया है। शरिया कानून के अनुसार महिला को सार्वजनिक मर्यादाओं का उल्लंघन करने पर 74 कोड़े की सजा का दी गई। बता दें कि 1979 में इस्लामिक रेव्योलूशन के बाद ईरान में रहने वाली सभी महिलाओं के लिए अपना सिर और गर्दन ढंकने का नियम है।   

कौन है महिला जिसे सुनाई गई सजा?
कुर्दिश समुदाय के लिए काम करने वाले दक्षिण पंथी समूह हेंगाव के मुताबिक, कोर्ट ने जिस महिला को सजा सुनाई है वह कुर्दिश मूल की 33 वर्षीय महिला है। उसका नाम रोया हेशमती है। उसे पिछले साल अप्रैल में गिरफ्तार किया गया था। उसके वकील माजियार तताई ने Shargh दैनिक को बताया कि हेशमती ने बिना हेडस्कार्फ (हिजाब) पहने सोशल मीडिया पर एक तस्वीर पोस्ट की थी। तताई के मुताबिक, हेशमती पर "सार्वजनिक स्थानों पर पर्दा न करने" के लिए 12 मिलियन रियाल (करीब 25 डॉलर ) का जुर्माना भी लगाया गया है।

ड्रेस कोड पर कानून को और सख्त बनाएगा ईरान
शरिया कानून और सरकार के खिलाफ प्रदर्शनों की निगरानी करने के लिए ईरानी अधिकारियों ने सार्वजनिक स्थानों पर सर्विलांस कैमरे लगवाए हैं। नियमों का उल्लंघन करने वाले प्रतिष्ठानों के खिलाफ भी कार्रवाई करते हुए उन्हें बंद कराने का आदेश है। ईरान की संसद में हुई चर्चा के मुताबिक, कोई भी अगर ड्रेस कोड का उल्लंघन करेगा, उसके खिलाफ सजा कठोर के लिए बिल लाया जाएगा। ईरान के एक मौलवी मुहम्मद नबी मौसवीफारद ने सरकार से अपील की थी- इससे पहले की महिलाएं गर्मियों में बिना कपड़ों के घर से निकलें सरकार को हिजाब पर कोई सख्त कानून बनाना चाहिए।

22 साल की कुर्द लड़की की पुलिस कस्टडी में मौत के बाद ईरान में सरकार के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन हुए थे।

2022 में लड़की की मौत के बाद भड़की थी आवाम
ईरान में बीते कुछ सालों में सख्त कानून और उन्हें तोड़ने पर सजा को लेकर व्यापक स्तर पर सरकार विरोधी प्रदर्शन हो चुके हैं। ऐसे में पहनावे को लेकर नियम तोड़ने वालों के खिलाफ अधिकारी लगातार कड़ी कार्रवाई कर रहे हैं। सितंबर 2022 में एक ईरानी कुर्द लड़की महसा अमीनी (22 साल) की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई थी। उसे भी ड्रेस कोड को लेकर बने नियम तोड़ने पर गिरफ्तार किया गया था। इस लड़की की मौत के बाद ईरान में महिलाएं सड़कों पर उतर आई थीं और बड़े पैमाने पर सरकार के खिलाफ लोगों ने आवाज बुलंद की थी। इन प्रदर्शनों के दौरान हजारों की संख्या में महिलाओं अपने सिर से हिजाब उतार दिया था। कई प्रदर्शनकारियों ने हिजाब में आग तक लगा दी थी। सत्ता विरोधी इस प्रदर्शन को ईरान की महिलाओं ने बड़ी तादाद में समर्थन दिया था।

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