ब्रिटेन ने भारत को गुलाम नहीं बनाया: स्टीफन के पोस्ट पर एलन के थिंक इमोजी से बवाल; भारतीय यूजर्स ने सुनाई खरी-खोटी

स्टीफन मोलिनेक्स के बयान पर एलन मस्क के इमोजी से बवाल। भारतीय यूजर्स ने याद दिलाई अंग्रेजों की लूट, अकाल और 64 ट्रिलियन डॉलर की चोरी।

Updated On 2025-10-03 18:20:00 IST

elon musk on britain colonialism

Elon Musk on colonisation: 2 अक्टूबर 2025 को कनाडा के श्वेत राष्ट्रवादी कार्यकर्ता स्टीफन मोलिनेक्स ने एक्स (Twitter) पर एक पोस्ट डालकर बड़ा विवाद खड़ा कर दिया। उन्होंने दावा किया कि "औपनिवेशीकरण जैसी कोई चीज नहीं थी।"

उनका कहना था- "जैसे भारतीय इंग्लैंड जाकर अंग्रेज बन सकते हैं, वैसे ही अंग्रेज भारत में जाकर भारतीय बन गए। इसलिए अंग्रेजों ने भारत पर शासन नहीं किया।"

यह अजीब तुलना वाली पोस्ट 1.9 करोड़ से ज्यादा बार देखी गई।

मस्क का रिएक्शन और बवाल

इस विवादित पोस्ट पर एलन मस्क ने थिंकिंग वाली इमोजी लगाकर रीपोस्ट किया। इसके बाद बवाल और बढ़ गया। मस्क की पोस्ट को 65 लाख से ज्यादा व्यूज मिले और भारतीय यूजर्स ने कड़ी आपत्ति जताई।

यूजर्स ने दिया करारा जवाब

एक यूजर ने लिखा, "औपनिवेशीकरण सिर्फ संस्कृति का आदान-प्रदान नहीं था, बल्कि 45 ट्रिलियन डॉलर की लूट और लाखों मौतों की कहानी है।"


दूसरे ने कहा, "ब्रिटिश राज डकैती और जबरन धर्मांतरण था। अगर भारतीय ऐसा करते तो दुनिया बर्दाश्त नहीं करती।"

कई लोगों ने ऑक्सफैम रिपोर्ट का हवाला दिया, जिसमें कहा गया है कि 1765 से 1900 के बीच ब्रिटेन ने भारत से करीब 64 ट्रिलियन डॉलर की संपत्ति लूटी, जिससे भारत में गरीबी और बढ़ गई।

आलोचना क्यों?

लोगों का कहना है कि मोलिनेक्स की बात इतिहास को सफेद करने की कोशिश है। उनकी तुलना वैसी ही है, जैसे होलोकॉस्ट को नकारना।

एक ब्रिटिश-भारतीय यूजर ने लिखा, "अगर इस तर्क को मान लिया जाए तो भारतीयों को भी यूके में लूट करने का अधिकार मिलना चाहिए।"

मोलिनेक्स की सफाई

विवाद बढ़ने पर मोलिनेक्स ने एक्स स्पेस पर बहस की और कहा कि औपनिवेशीकरण पर रोना "पीड़ित मानसिकता" है। लेकिन ज्यादातर यूजर्स ने इसे नकार दिया और कहा कि यह श्वेत श्रेष्ठता (White Supremacy) का प्रचार है।

कुल मिलाकर, इस विवाद ने सोशल मीडिया पर एक बार फिर ब्रिटिश उपनिवेशवाद की असली सच्चाई और भारत के शोषण की दर्दनाक यादों ताजा कर दिया।

Tags:    

Similar News