कामचटका में 8.8 तीव्रता का भूकंप: रूस-जापान के कई हिस्सों में सुनामी; अमेरिका सहित 12 देशों में अलर्ट
Russia Earthquake LIVE: रूस के कामचटका प्रायद्वीप के पास बुधवार सुबह 8.8 तीव्रता का भूकंप आया है। कामचटका में 4 मीटर तक ऊंची सुनामी आई है।
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Russia Earthquake LIVE: रूस के कामचटका प्रायद्वीप के पास 8.8 तीव्रता का भूकंप आया। बुधवार (30 जुलाई) को सुबह तेजी से धरती डोली तो अफरा-तफरी मच गई। कामचटका में 4 मीटर ऊंची सुनामी आई। उत्तरी कुरीलों में एक घर की छत का हिस्सा गिर गया। घर के बाहर खड़ी कारें, घरों में रखा सामान हिलने लगा। कई इमारतों को नुकसान हुआ। भूकंप के कारण रूस-जापान के कई हिस्सों में सुनामी आई। अमेरिकी राज्य में इमरजेंसी की घोषणा की गई है। पेरू, इक्वाडोर और चीन में भी सुनामी की चेतावनी जारी की गई है।
12 देशों में सुनामी का अलर्ट
भूकंप के बाद स्थिति को देखते हुए जापान, अमेरिका, चीन समेत 12 देशों कनाडा, इक्वाडोर, पेरू, मेक्सिको, न्यूजीलैंड और प्रशांत द्वीप समूह, चीन, फिलीपींस, ताइवान, इंडोनेशिया के कई तटीय इलाकों में भी सुनामी की चेतावनी जारी की गई है। स्थानीय प्रशासन ने आपदा राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं।
भूकंप सबसे शक्तिशाली था
कामचटका के गवर्नर व्लादिमीर सोलोदोव ने वीडियो पोस्ट कर कहा-भूकंप सबसे शक्तिशाली था। एक किंडरगार्टन को नुकसान पहुंचा है। जापान के NHK टेलीविजन के मुताबिक, देश के पूर्वी तट के पास 1 फीट ऊंची पहली सुनामी लहरें पहुंची हैं।
भूकंप की तीव्रता 8.8
US जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) ने कहा-भूकंप की तीव्रता 8.8 थी। भूकंप 19.3 किलोमीटर की गहराई पर आया। रूस के साथ-साथ जापान और अमेरिका के कैलिफोर्निया के तट पर सुनामी का अलर्ट जारी किया गया है। कहा जा रहा है कि समुद्र में तीन फीट ऊंची लहरें उठ सकती हैं। इससे कई इलाकों में तबाही हो सकती है।
लोगों को अलर्ट रहने को कहा
सैन फ्रांसिस्को स्थित भारतीय कॉन्सुलेट जनरल ने भी लोगों के लिए अलर्ट जारी किया है। कैलिफोर्निया, अमेरिका के पश्चिमी तटीय राज्यों और हवाई में रहने वाले भारतीयों से कहा है कि अमेरिकी अधिकारियों, लोकल इमरजेंसी मैनेजमेंट और अमेरिकी सुनामी वॉर्निंग सेंटर की तरफ से जारी अलर्ट पर नजर रखें। अगर सुनामी की चेतावनी जारी होती है तो ऊंची जगहों पर चले जाएं। तटीय इलाकों में जाने से बचें। इमरजेंसी के लिए तैयार रहें और अपनी डिवाइस को चार्ज रखें। भारतीय कॉन्सुलेट जनरल ने हेल्पलाइन नंबर +1-415-483-6629 भी जारी किया है।
कैलिफोर्निया में भी चेतावनी
कैलिफोर्निया के तटीय क्षेत्रों के लिए सुनामी की चेतावनी जारी की गई है। यहां कई लहरों के आने की आशंका है। 10 से 36 घंटे तक जारी रहेंगी। नागरिकों को समुद्र तट और बंदरगाहों से दूर रहने के लिए कहा गया है।
उत्तरी द्वीप होक्काइडो से 250 किमी दूर आया भूकंप
जापानी एजेंसी के मुताबिक, बुधवार सुबह 8.25 बजे भूकंप आया। जापान के चार बड़े द्वीपों में से सबसे उत्तरी द्वीप होक्काइडो से 250 किलोमीटर दूर भूकंप था। यूएसजीसी ने बताया कि भूकंप का केन्द्र रूस के कामचटका प्रायद्वीप में पेट्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की से 133 किमी दक्षिण-पूर्व में 74 किमी की गहराई पर था। शुरुआत में इसने भूकंप की तीव्रता 8.7 बताई थी।
सुनामी की चेतावनी
नेशनल सुनामी वॉर्निंग सेंटर ने अलास्का अल्यूशियन आइलैंड के कुछ हिस्सों के लिए सुनामी की चेतावनी जारी की है। साथ ही कैलिफोर्निया, ओरेगन, वाशिंगटन और हवाई सहित पश्चिमी तट के कुछ हिस्सों के लिए निगरानी जारी की है। इस चेतावनी में अलास्का के समुद्र तट रेखा के एक बड़े हिस्से को भी शामिल किया गया है। इसमें पैनहैंडल के कुछ हिस्से भी शामिल हैं।
भूकंप आने का कारण क्या है?
धरती की बाहरी सतह कई टेक्टोनिक प्लेटों से बनी होती है। मुख्य तौर पर 7 बड़ी और कई छोटी-छोटी टेक्टोनिक प्लेट्स होती हैं। ये प्लेटें हमेशा धीरे-धीरे गति करती रहती हैं। जब ये प्लेटें एक-दूसरे से टकराती हैं तो उनके किनारे मुड़ सकते हैं या दबाव के कारण टूट सकते हैं। इस टकराव से धरती की अंदरूनी ऊर्जा सतह की ओर निकलने का रास्ता तलाशती है। जैसे ही यह ऊर्जा बाहर आती है, धरती की सतह में हलचल होती है, जिसे हम भूकंप के रूप में महसूस करते हैं।
जानिए कितना शक्तिशाली भूकंप
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) ने यह दुनिया का 6वां सबसे बड़ा भूकंप है। इससे पहले इसी तीव्रता के दो और बड़े भूकंप हुए थे। एक 2010 में चिली के बायोबियो क्षेत्र और दूसरा 1906 में इक्वाडोर के एस्मेराल्डास में आए थे। USGS के मुताबिक, चिली के भूकंप में 523 लोगों की मौत हुई थी और 3.7 लाख से ज्यादा घर तबाह हो गए थे।
20 लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर जाने की सलाह
जापान में 20 लाख लोगों से सुरक्षित जगहों पर जाने के लिए कहा गया है। देश के तटीय इलाकों से सुनामी की छोटी लहरें टकरा रही हैं। सबसे अधिक प्रभावित लोग होक्काइडो, कानागावा और वाकायामा जैसे इलाकों में हैं। यहां सुनामी की पहली लहरें टकराईं। जापान की आपदा प्रबंधन एजेंसी के मुताबिक, देश के 21 अलग-अलग प्रान्तों में स्थानीय अधिकारियों ने लोगों को घर खाली करने और सुरक्षित स्थानों पर जाने का आदेश दिया है।
अमेरिका के हवाई राज्य में खतरा बढ़ा
कामचटका में आए भूकंप के बाद अमेरिका के हवाई राज्य में सुनामी का खतरा बढ़ गया है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए हवाई के गवर्नर जोश ग्रीन ने तुरंत इमरजेंसी की घोषणा कर दी। ऐसी आशंका है कि कुछ ही घंटों में सुनामी के लहरें हवाई के द्वीपों से टकरा सकती हैं। इमरजेंसी डिपार्टमेंट ने बताया कि पहली लहर स्थानीय समयानुसार शाम 7:10 बजे (भारतीय समय के मुताबिक सुबह 10:40) में आने की संभावना है।
हल्के में न लें
गवर्नर जोश ग्रीन ने सोशल मीडिया पर लोगों से अपील की कि वे मामले को हल्के में न लें और तटीय इलाकों से दूर जाकर ऊंची और सुरक्षित जगहों पर शरण लें। उन्होंने कहा कि इंतजार न करें, तुरंत जगह छोड़ें। हवाई के बिग आइलैंड पर एक क्रूज जहाज ने अपने यात्रियों को वापस बुला लिया। पुलिस ने वहां मौजूद खाने-पीने के ट्रकों और पर्यटकों से जगह खाली करने को कहा है।
न्यूक्लियर प्लांट को कराया खाली
जापान में सुनामी के अलर्ट को देखते हुए फुकुशिमा न्यूक्लियर प्लांट को खाली करा लिया गया है। सुनामी की लहरों ने संयंत्र के बिजली और कूलिंग सिस्टम को ठप कर दिया, जिसके परिणामस्वरूप रिएक्टरों में मेल्टडाउन हुआ और रेडियोधर्मी रिसाव की स्थिति बनी।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस में भूकंप के बाद कैलिफोर्निया और हवाई के तटीय इलाकों में सुनामी की चेतावनी के बाद सतर्कता बरतने को कहा है।