6G in India: 5 साल के अंदर भारत में आ जाएगी 6G सर्विस! गांव-गांव तक पहुंचेगी 100 गुना तेज इंटरनेट स्पीड

भारत अब अगली डिजिटल क्रांति की ओर बढ़ रहा है। 5 साल के अंदर भारत में के हर हिस्से में जी सर्विस शुरू कर दी जाएगी, जो 5जी की तुलना में 100 गुना तेज इंटरनेट स्पीड देगी।

Updated On 2025-05-14 17:31:00 IST

5 साल के अंदर भारत में आ जाएगी 6G सर्विस

6G in India: भारत अब अगली डिजिटल क्रांति की ओर बढ़ रहा है। केंद्र सरकार ने ‘भारत 6G 2025 इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस एंड एग्जीबिशन’ के मौके पर 6G तकनीक तकनीक की क्षमताओं को उजागर किया। उन्होंने कहा कि 6G बेहद तेज स्पीड और बहुत ही कम लेटेंसी (प्रतिक्रिया समय) के साथ इंटरनेट कनेक्टिविटी में बड़ा बदलाव लाएगी। 6G नेटवर्क देश में कनेक्टिविटी का पूरा परिदृश्य बदल देगा, जो 5G की तुलना में 100 गुना तेज होगा।

उन्होंने बताया कि सरकार का लक्ष्य है कि 2030 तक देश के हर हिस्से में 6G सर्विस शुरू कर दी जाए और इसे सिर्फ शहरों तक सीमित न रखकर गांव-गांव तक पहुंचाया जाए। खास बात है कि इस अगली पीढ़ी की तकनीक में इनबिल्ट आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), अल्ट्रा-लो लेटेंसी और हाई-स्पीड इंटरनेट भी शामिल होगा।

6G लाएगी क्रांति

डॉ. पेम्मासानी ने माना कि 5G के सामने कुछ चुनौतियाँ हैं, जैसे कि डेटा की बढ़ती खपत और सीमित स्पेक्ट्रम। लेकिन उन्होंने भरोसा दिलाया कि ये तकनीकी विकास का ही हिस्सा हैं, और 6G इन समस्याओं को पीछे छोड़ देगा। मंत्री ने कहा कि 6G में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पहले से ही शामिल रहेगा, जिससे यह तकनीक उद्योगों और आम लोगों की जिंदगी दोनों में क्रांति लाएगी।

गांव-गांव तक पहुंचेगा हाई-स्पीड इंटरनेट

उन्होंने बताया कि जैसे 5G के जरिए गांवों में वाई-फाई की शुरुआत हुई है, वैसे ही 6G के जरिए हर कोने तक हाई-स्पीड कनेक्टिविटी पहुंचाना सरकार का लक्ष्य है। डॉ. पेम्मासानी ने कहा कि 4G से 5G में जो बदलाव हुआ, वो धीरे-धीरे हुआ। लेकिन 6G में जो बदलाव आएगा, वो पूरी तरह से अलग और तेज होगा- एक असली ‘टेक्नोलॉजिकल जंप’।

उन्होंने माना कि शुरुआत में 6G को पहले "अर्ली अडॉप्टर्स" यानी तकनीक प्रेमी और व्यवसाय ही अपनाएंगे, लेकिन धीरे-धीरे यह सभी के लिए आम तकनीक बन जाएगी।

भारत का लक्ष्य: 6G में बनना है ग्लोबल लीडर
भारत सरकार की रणनीति सिर्फ 6G को अपनाने की नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में इस तकनीक का नेतृत्व करने की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मार्च 2023 में 6G को लेकर जो विजन पेश किया था, उसके तहत भारत को 2030 तक 6G में ग्लोबल लीडर बनाना है।

जापान, फिनलैंड और सिंगापुर से साझेदारी
भारत इस मिशन में जापान, सिंगापुर और फिनलैंड जैसे तकनीकी रूप से उन्नत देशों के साथ मिलकर काम कर रहा है। साथ ही इसमें AI, टेराहर्ट्ज़ कम्युनिकेशन और स्मार्ट नेटवर्क पर खास जोर दिया जा रहा है।

डॉ. पेम्मासानी ने इस बात पर जोर दिया कि 6G का असर सिर्फ इंटरनेट स्पीड तक सीमित नहीं रहेगा। इसका उपयोग स्वास्थ्य सेवाओं, शिक्षा और कृषि जैसे ज़रूरी क्षेत्रों में भी बदलाव लाने में होगा, जिससे समाज और अर्थव्यवस्था दोनों को मजबूती मिलेगी।

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