सीएम युवा उद्यमी विकास अभियान: प्रदेश के युवाओं की 'पहली पसंद', छह माह में ढाई लाख से अधिक आवेदन!
वित्तीय वर्ष 2025-26 के शुरुआती छह महीनों में ही ढाई लाख से अधिक युवाओं ने स्वरोजगार के लिए आवेदन किया है।
यह अभियान 5 लाख तक का ब्याज मुक्त और गारंटी मुक्त ऋण प्रदान कर रहा है। जौनपुर के 2,003 लोन ने प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है, जिसके बाद आजमगढ़ और कौशांबी हैं।
लखनऊ : उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान ने कामयाबी का एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। यह अभियान प्रदेश के युवाओं के बीच स्वरोजगार और उद्यमिता की भावना को बढ़ावा देने में सबसे आगे निकल गया है। वित्तीय वर्ष 2025-26 के शुरुआती छह महीनों में ही इस योजना की अपार सफलता देखने को मिली है, जब ढाई लाख से अधिक युवाओं ने अपने उद्यम स्थापित करने के लिए आवेदन किया है। योगी सरकार का यह महत्वाकांक्षी अभियान युवाओं को ब्याज मुक्त और गारंटी मुक्त ऋण 5 लाख तक प्रदान करता है, जिससे वे बिना किसी बड़ी आर्थिक चिंता के अपने व्यवसाय की शुरुआत कर सकें। इस अवधि में 63 हजार से अधिक युवाओं को सफलतापूर्वक लोन वितरित किया जा चुका है, जो सरकार के लक्ष्य को पार करने की ओर इशारा करता है। यह योजना न केवल वित्तीय सहायता दे रही है, बल्कि युवाओं को ट्रेनिंग और इन्क्यूबेशन सपोर्ट भी प्रदान कर रही है, जिससे उनके सपनों को वास्तविक धरातल मिल सके।
जौनपुर ने मारी बाजी, बना अव्वल जिला
लोन वितरण के मामले में पूरे प्रदेश में जौनपुर जिले ने बाजी मार ली है। अपने शानदार प्रदर्शन के साथ जौनपुर ने 2,003 युवाओं को लोन वितरित कर प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है। यह आंकड़ा दिखाता है कि जिले के युवाओं ने इस अवसर को कितनी गंभीरता से लिया है। वहीं, आजमगढ़ ने दूसरा और कौशांबी ने तीसरा स्थान हासिल कर पूर्वी उत्तर प्रदेश में उद्यमिता के बढ़ते माहौल को दर्शाया है।
लक्ष्य से अधिक आवेदन, बढ़ी योजना की मांग
इस अभियान की लोकप्रियता का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए सरकार ने 1.5 लाख लोन वितरित करने का लक्ष्य रखा था, जबकि शुरुआती 6 महीनों में ही 2,55,174 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं। इनमें से 2,08,097 आवेदनों को बैंकों को भेजा जा चुका है। आवेदनों की यह भारी संख्या स्पष्ट करती है कि प्रदेश का युवा अब नौकरी करने के बजाय नौकरी देने वाला बनने को प्राथमिकता दे रहा है।
सूक्ष्म उद्यमों को मिली संजीवनी
CM YUVA योजना मुख्य रूप से सूक्ष्म उद्यमों की स्थापना पर केंद्रित है। इस योजना के तहत 5 लाख तक की परियोजनाओं के लिए 100% ब्याज मुक्त और गारंटी मुक्त ऋण प्रदान किया जाता है। इसके अलावा, परियोजना लागत पर 10% मार्जिन मनी अनुदान भी दिया जाता है। यह प्रावधान छोटे स्तर के उद्यमियों के लिए एक बड़ी राहत है, खासकर उनके लिए जो बैंक गारंटी या उच्च ब्याज दरों के कारण शुरुआत नहीं कर पाते थे।
सिंगल विंडो प्रणाली ने युवाओं को दिया रास्ता
योजना की सफलता के पीछे इसकी सरल पात्रता और तेज आवेदन प्रक्रिया भी एक प्रमुख कारण है। योजना के लिए 21 से 40 वर्ष की आयु सीमा, न्यूनतम 8वीं पास शैक्षणिक योग्यता और कौशल प्रशिक्षण प्रमाण पत्र आवश्यक है। हाल ही में आयु सीमा को घटाकर 18 वर्ष करने पर भी विचार किया जा रहा है, ताकि अधिक से अधिक युवा इसका लाभ उठा सकें। ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से त्वरित आवेदन और बैंक द्वारा तेजी से लोन वितरण ने इसे युवाओं के लिए बेहद आकर्षक बना दिया है।
आत्मनिर्भर यूपी की मजबूत नींव
मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान केवल एक लोन योजना नहीं है, बल्कि यह 'आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश' के सपने को साकार करने की दिशा में एक मजबूत कदम है। एक वर्ष में एक लाख युवा उद्यमियों को तैयार करने का लक्ष्य राज्य में रोजगार सृजन और आर्थिक विकास को गति देगा।