डॉक्टर बनने से पहले हंसी का डोज: लोहिया संस्थान के दीक्षांत समारोह की पार्टी में पहुंचे राजपाल यादव, छात्रों को हंसाया और सिखाया जीवन का पाठ

राजपाल यादव ने छात्रों को जीवन का पाठ भी सिखाया। उन्होंने कहा कि यह समारोह "दीक्षांत नहीं, बल्कि दीक्षा का आरंभ" है। उन्होंने छात्रों को सलाह दी कि वे अपनी डिग्री लेकर जब बाहर की दुनिया में प्रवेश करें, तो केवल एक कुशल डॉक्टर ही नहीं, बल्कि एक नेक इंसान और समर्पित सेवक बनकर समाज की सेवा करें।

Updated On 2025-10-15 11:09:00 IST

राजपाल यादव कहा कि यह समारोह "दीक्षांत नहीं, बल्कि दीक्षा का आरंभ" है।

लखनऊ: डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान (RMLIMS) में उपाधि प्राप्त करने वाले युवा चिकित्सकों के लिए आयोजित दीक्षांत समारोह के बाद की पार्टी का माहौल उस समय खुशनुमा हो गया, जब बॉलीवुड के मशहूर हास्य अभिनेता राजपाल यादव अचानक छात्रों के बीच पहुच गए। अभिनेता को अपने बीच पाकर सभी छात्र-छात्राए उत्साहित हो उठे और पूरा प्रेक्षागृह तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। राजपाल यादव ने अपनी सहजता और विशिष्ट अंदाज़ से तुरंत सभी का ध्यान आकर्षित कर लिया। उन्होंने मंच पर और छात्रों के बीच घूमकर सबसे बातचीत की, उनका हालचाल पूछा और उनके साथ ढेरों सेल्फी और यादगार तस्वीरें खिंचवाईं। उनका यह अनौपचारिक और दोस्ताना व्यवहार नए स्नातकों के लिए किसी बड़े सरप्राइज से कम नहीं था।




 


गुदगुदाती बातों से किया भरपूर मनोरंजन, छात्रों की थकान हुई दूर

राजपाल यादव ने अपनी बेहतरीन कॉमेडी टाइमिंग और गुदगुदाती बातों से समारोह में आए छात्रों और शिक्षकों का भरपूर मनोरंजन किया। अपनी फिल्मों के मशहूर डायलॉग्स और चुटकुलों के माध्यम से उन्होंने माहौल को इतना हल्का और मजेदार बना दिया कि दीक्षांत समारोह की गंभीरता से आई थकान पल भर में दूर हो गई। उन्होंने चिकित्सा जगत और छात्रों के जीवन से जुड़े छोटे-छोटे पलों पर हास्य व्यंग्य किया, जिसे सुनकर छात्र खूब हंसे और तालिया बजाईं। इस दौरान, उन्होंने भावी चिकित्सकों से उनके कठिन अध्ययन के दिनों के अनुभव भी साझा करवाए और उन्हें यह याद दिलाया कि जीवन में तनाव को कम करने के लिए हसी कितनी जरूरी है। राजपाल यादव की उपस्थिति ने इस समारोह को एक सामान्य शैक्षणिक आयोजन से बदलकर एक यादगार और जीवंत उत्सव में बदल दिया।

राजपाल यादव का जीवन संदेश- "यह दीक्षांत नहीं, दीक्षा का आरंभ है"

हास्य और मनोरंजन के बीच, राजपाल यादव ने अपने संबोधन में छात्रों को एक गहरा और महत्वपूर्ण जीवन संदेश दिया। उन्होंने गंभीर होते हुए कहा, "आप सब आज जिस समारोह में हैं, इसे आप दीक्षांत समारोह मान रहे होंगे, लेकिन मैं कहूंगा कि यह आपकी दीक्षा का अंत नहीं, बल्कि असल में दीक्षा का आरंभ है।" अभिनेता ने युवा डॉक्टरों को यह याद दिलाया कि असली चुनौती अब शुरू होगी, जब वे अपनी डिग्री लेकर बाहर की दुनिया में प्रवेश करेंगे। उन्होंने कहा, "अब तक आपने शिक्षा ली है, अब आपको उस शिक्षा का कुशल प्रारूप पेश करना है।" उन्होंने सभी युवा चिकित्सकों से आग्रह किया कि वे सिर्फ एक सफल डॉक्टर बनने पर ध्यान केंद्रित न करें, बल्कि एक नेक इंसान और समर्पित सेवक बनें। उन्होंने कहा कि चिकित्सा पेशा सिर्फ विज्ञान और तकनीक का नहीं, बल्कि करुणा, सेवाभाव और मानवता का भी है। राजपाल यादव ने छात्रों को हमेशा विनम्र रहने, अपनी जड़ों को याद रखने और सबसे बढ़कर समाज के गरीब और जरूरतमंद लोगों की निस्वार्थ सेवा करने की प्रेरणा दी। उनका यह मार्मिक और प्रेरणादायक संबोधन सभी स्नातकों के दिलों को छू गया और उन्हें अपने भावी जीवन की जिम्मेदारी का बोध कराया।


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