हेल्थ केयर में क्रांति: आयुष्मान कार्ड में अब OPD खर्च भी शामिल, घर बैठे डॉक्टर से अपॉइंटमेंट! जानिए आयुष्मान योजना की स्थिति
यूपी के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने आयुष्मान भारत योजना के सात साल पूरे होने पर कई डिजिटल पहल आयुषी चैटबॉट, आयुष्मान सारथी ऐप शुरू की हैं।
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के 7 साल पूरे होने पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कई नई डिजिटल सेवाओं का लोकार्पण किया है।
लखनऊ : उत्तर प्रदेश में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के 7 साल पूरे होने पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने लाभार्थियों के लिए कई नई डिजिटल सेवाओं का लोकार्पण किया है। अब आयुष्मान कार्डधारक घर बैठे ही अस्पतालों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, ऑनलाइन अपॉइंटमेंट बुक कर सकते हैं और योजना से जुड़े सवालों के जवाब पा सकते हैं। सबसे बड़ी खबर यह है कि अब सूचीबद्ध अस्पतालों में आयुष्मान कार्डधारकों को सब्सिडी दरों पर ओपीडी सेवाएं मिलेंगी और भर्ती होने की स्थिति में ओपीडी का खर्च भी योजना में शामिलहो जाएगा।
इससे लाखों लाभार्थियों को बड़ी आर्थिक मदद मिलेगी। इन सेवाओं के लिए आयुष्मान संपर्क कॉल सेंटर का टोल फ्री नंबर 180018004444 जारी किया गया है।
नई डिजिटल सेवाओं का हुआ लोकार्पण
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने आयुष्मान योजना की 7वीं वर्षगांठ के अवसर पर लखनऊ के केजीएमयू स्थित अटल बिहारी साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में कई डिजिटल नवाचारों की शुरुआत की। इनका उद्देश्य लाभार्थियों के लिए योजना से जुड़ी सुविधाओं को आसान और सुलभ बनाना है।
लोकार्पण की गई प्रमुख डिजिटल सेवाएं
आयुष्मान सारथी ऐप: यह ऐप लाभार्थियों को उनके घर के आसपास के आयुष्मान सूचीबद्ध चिकित्सालयों को खोजने और वहां उपलब्ध सुविधाओं की विस्तृत जानकारी देगा।
आयुषी चैटबॉट- यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित चैटबॉट है, जिसके माध्यम से कार्डधारक आयुष्मान योजना से संबंधित किसी भी तरह के सवाल पूछ सकते हैं और तत्काल जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
आयुष्मान संपर्क कॉल सेंटर- यह एक कॉल सेंटर है जिसके माध्यम से लाभार्थी अब घर बैठे ही सूचीबद्ध अस्पतालों के चिकित्सकों से अपॉइंटमेंट ले सकते हैं।
आयुष-मैन ई-कॉमिक बुक- लाभार्थियों को सरल और आकर्षक तरीके से आयुष्मान योजना के बारे में शिक्षित करेंगे और जागरूकता फैलाएंगे।
टोल फ्री कॉल सेंटर से ऑनलाइन अपॉइंटमेंट की सुविधा- आयुष्मान संपर्क कॉल सेंटर की शुरुआत के साथ ही लाभार्थियों को अस्पताल जाने से पहले ही चिकित्सक से मिलने का समय सुनिश्चित करने की सुविधा मिल गई है।
कैसे काम करेगा कॉल सेंटर (टोल फ्री नंबर: 180018004444)- लाभार्थी या उनके परिजन टोल फ्री नंबर 180018004444 पर कॉल करेंगे। कॉल सेंटर को नजदीकी अस्पताल, मरीज की बीमारी और किस चिकित्सक से मिलना है, इसकी जानकारी दी जाएगी। कॉल सेंटर तत्काल संबंधित अस्पताल और चिकित्सक से संपर्क करेगा।बातचीत के बाद, तिथि और समय तय करके फोन करने वाले को सूचित किया जाएगा।
इमरजेंसी की स्थिति में, कॉल सेंटर चिकित्सक से बात करके मरीज को तत्काल भर्ती कराने की व्यवस्था भी सुनिश्चित कराएगा। फिलहाल साचीज (SACHIS) ने इस सुविधा के लिए राज्य के 500 से अधिक निजी अस्पतालों को जोड़ा है।
अब ओपीडी का खर्च भी योजना में शामिल
इस योजना का सबसे बड़ा लाभ यह है कि अब आयुष्मान कार्डधारकों को ओपीडी सेवाओं में भी राहत मिलेगी।
आयुष्मान योजना से जुड़े 500 से अधिक निजी अस्पतालों में कार्डधारकों को ओपीडी की सेवाएं सब्सिडी दरों पर उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके अलावा, यदि मरीज को ओपीडी परामर्श के बाद अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता पड़ती है, तो ओपीडी पर हुआ खर्च भी आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त इलाज में शामिल कर लिया जाएगा।
उत्तर प्रदेश में आयुष्मान योजना की स्थिति
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बताया कि आयुष्मान कार्ड निर्माण में उत्तर प्रदेश पूरे देश में अग्रणी राज्य बन गया है।
वर्तमान स्थिति:
प्रदेश के लगभग 9 करोड़ लक्षित लाभार्थी। जिसमे अब तक 5.38 करोड़ लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। 87 प्रतिशत पात्र परिवारों में कम से कम एक सदस्य का कार्ड बन चुका है। अब तक 74.40 लाख से अधिक निःशुल्क उपचार सूचीबद्ध चिकित्सालयों में किए गए हैं।
इन उपचारों पर लगभग 12,283 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। प्रदेश में कुल 6099 चिकित्सालय सूचीबद्ध हैं, जिनमें 2949 सरकारी और 2966 निजी अस्पताल शामिल हैं।
उप मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि योजना से जुड़ने के लिए आवेदन करने वाले अस्पतालों को तेजी से सूचीबद्ध करें ताकि लाभार्थियों को इलाज में कोई परेशानी न हो।