घोसी से सपा विधायक सुधाकर सिंह का निधन: अखिलेश यादव ने जताया शोक, मंत्री धारा सिंह चौहान को हराकर बने थे विधायक
सुधाकर सिंह ने 2023 में हुए उपचुनाव में भाजपा के मंत्री दारा सिंह चौहान को हराकर तीसरी बार विधायक बनने की ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी।
सुधाकर सिंह ने 1996 में नत्थूपुर विधानसभा सीट, जो अब घोसी का हिस्सा है, से विधायक बनकर अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की थी
मऊ: उत्तर प्रदेश की घोसी विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक सुधाकर सिंह का गुरुवार सुबह लखनऊ के मेदांता अस्पताल में दुखद निधन हो गया। 67 वर्षीय सुधाकर सिंह के निधन पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गहरा शोक व्यक्त किया है।
सुधाकर सिंह को उनकी ऐतिहासिक उपचुनाव में जीत के लिए याद किया जाएगा, जिसने उन्हें प्रदेश की राजनीति में एक कद्दावर नेता के रूप में स्थापित किया।
अखिलेश यादव ने जताया गहरा दुख और दी श्रद्धांजलि
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने विधायक सुधाकर सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने अपने शोक संदेश में कहा कि सिंह का जाना पार्टी और समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
अखिलेश यादव ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और शोकाकुल परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त कीं। पार्टी सूत्रों के अनुसार, अखिलेश यादव ने उनके परिवार से फोन पर बात की और दुःख की इस घड़ी में पार्टी के उनके साथ खड़े रहने का आश्वासन दिया। पार्टी ने उन्हें एक जुझारू और समर्पित समाजवादी नेता बताते हुए कहा कि उनके संघर्ष को हमेशा याद रखा जाएगा।
2023 उपचुनाव में निर्णायक जीत ने बदली थी प्रदेश की सियासी हवा
सुधाकर सिंह की राजनीति में सबसे महत्वपूर्ण मोड़ सितंबर 2023 का घोसी उपचुनाव था। यह उपचुनाव सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी और विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के बीच एक सीधी टक्कर था, जिसे 2024 के आम चुनाव से पहले का सेमीफाइनल माना गया।
सुधाकर सिंह ने इस उपचुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार और योगी सरकार के मंत्री दारा सिंह चौहान को एक बड़े अंतर से हराया था। यह जीत सिर्फ एक सीट की जीत नहीं थी, बल्कि यह उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के पुनरुत्थान और 'इंडिया' गठबंधन की एकजुटता का प्रतीक बनी थी।
इस निर्णायक विजय ने पूरे प्रदेश में सपा कार्यकर्ताओं के मनोबल को ऊंचा किया और उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का केंद्र बना दिया था।
नत्थूपुर से घोसी तक, तीन बार विधायक बनने का सफर
सुधाकर सिंह का राजनीतिक सफर न केवल लंबा, बल्कि उतार-चढ़ाव भरा भी रहा। उन्होंने सबसे पहले 1996 में नत्थूपुर विधानसभा सीट, जो अब घोसी का हिस्सा है, से विधायक बनकर अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की थी। उनका दूसरा कार्यकाल 2012 में शुरू हुआ, जब वह घोसी सीट से दूसरी बार विधायक चुने गए।
इन जीतों के बीच उन्हें चुनावी हार का सामना भी करना पड़ा, लेकिन जनता से उनका जुड़ाव हमेशा बना रहा। उनके तीसरे और अंतिम कार्यकाल की शुरुआत 2023 के उपचुनाव में उनकी शानदार जीत से हुई। एक अनुभवी और संघर्षशील राजनेता के रूप में उनकी छवि ने उन्हें मऊ और आसपास के क्षेत्रों में लोकप्रिय बना दिया था।