दिल्ली ब्लास्ट: यूपी ATS ने कानपुर से मेडिकल छात्र डॉ. आरिफ को उठाया; आतंकी शाहीन से मिला सीधा कनेक्शन!

यह कार्रवाई मामले में पहले से गिरफ्तार आतंकी डॉ. शाहीन सईद के फोन रिकॉर्ड्स के आधार पर की गई, जिनसे दोनों के बीच लंबे समय तक संपर्क होने का खुलासा हुआ है।

Updated On 2025-11-17 17:09:00 IST

ATS ने डॉ. आरिफ को पूछताछ के लिए आधिकारिक तौर पर हिरासत में ले लिया है और उससे सख्त पूछताछ की जा रही है।

कानपुर : उत्तर प्रदेश एटीएस ने दिल्ली ब्लास्ट केस की जांच के दायरे को बढ़ाते हुए एक बड़ी कार्रवाई की है। ATS ने कानपुर के कार्डियोलॉजी इंस्टीट्यूट से जम्मू-कश्मीर के एक मेडिकल छात्र डॉ. मोहम्मद आरिफ को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।

डॉ. आरिफ का नाम इस मामले में पहले से गिरफ्तार महिला डॉ. शाहीन सईद के फोन रिकॉर्ड्स की जांच के दौरान सामने आया है, जिससे दोनों के बीच लंबे समय से संपर्क होने का संदेह है। 

कनेक्शन की लिंक - डॉ. शाहीन सईद के फोन रिकॉर्ड्स

डॉ. मोहम्मद आरिफ को हिरासत में लेने का मुख्य आधार इस मामले में पहले से गिरफ्तार डॉ. शाहीन सईद के मोबाइल फोन रिकॉर्ड्स रहे हैं। ATS ने डॉ. शाहीन के कॉल डिटेल्स और चैट्स की गहन जांच की, जिसमें डॉ. आरिफ का नाम एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में सामने आया। सूत्रों के अनुसार, तकनीकी साक्ष्यों से यह स्पष्ट हुआ है कि दोनों डॉक्टरों के बीच काफी लंबे समय से संपर्क था और वे लगातार बातचीत कर रहे थे।

डॉ. आरिफ की गिरफ्तारी उस नेटवर्क को समझने के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है जो आतंकी साजिश में डॉ. शाहीन की मदद कर रहा था। इस कड़ी के उजागर होने के बाद, यूपी ATS ने तुरंत एक्शन लेते हुए बुधवार रात डॉ. आरिफ के कानपुर स्थित आवास पर छापा मारा और उसे हिरासत में ले लिया।

कौन है कानपुर में पढ़ाई कर रहा संदिग्ध डॉ. मोहम्मद आरिफ?

हिरासत में लिया गया डॉ. आरिफ मूल रूप से जम्मू-कश्मीर का निवासी है। कानपुर में, वह अशोक नगर इलाके में एक किराए के फ्लैट में निवास कर रहा था। डॉ. आरिफ शैक्षणिक रूप से गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज (GSVM) के कार्डियोलॉजी विभाग से जुड़ा हुआ है और वर्तमान में NEET-SS 2024 बैच का छात्र है।

एक प्रतिष्ठित मेडिकल संस्थान के छात्र का आतंकी साजिश से जुड़े मामले में नाम आना न केवल सुरक्षा एजेंसियों के लिए चिंता का विषय है, बल्कि इसने स्थानीय प्रशासन और चिकित्सा जगत में भी हलचल मचा दी है। एजेंसियों की जांच अब यह जानने पर केंद्रित है कि एक उच्च शिक्षित मेडिकल छात्र इस तरह के नेटवर्क से कैसे जुड़ा और उसकी भूमिका क्या थी।

आतंकी भूमिका और आगे की गहन जांच

ATS ने डॉ. आरिफ को अब पूछताछ के लिए आधिकारिक तौर पर हिरासत में ले लिया है और उससे सख्त पूछताछ की जा रही है। जांच एजेंसियां अब मुख्य रूप से डॉ. आरिफ और डॉ. शाहीन सईद के बीच हुई सभी तरह की बातचीत, जिसमें कॉल्स, सोशल मीडिया चैट्स और अन्य डिजिटल प्रमाण की बारीकी से पड़ताल कर रही हैं।

ATS और केंद्रीय एजेंसियां मिलकर यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि इस संपर्क का उद्देश्य क्या था और क्या यह केवल डॉ. शाहीन की गिरफ्तारी से जुड़ा था, या इसका संबंध किसी बड़े आतंकी नेटवर्क, फंडिंग, या देश में किसी और बड़ी साजिश को अंजाम देने की योजना से था। डॉ. आरिफ से मिली जानकारी के आधार पर इस मामले से जुड़े अन्य संभावित संदिग्धों की पहचान करने और आतंकी नेटवर्क की जड़ों तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है।

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