कोहरे का कहर: यूपी के एक्सप्रेसवे पर शुरू हुआ 'कानवाई सिस्टम', अब काफिले में चलेंगे वाहन

अब वाहन सुरक्षा वाहनों की निगरानी में काफिला बनाकर चलेंगे। साथ ही, 15 फरवरी तक गति सीमा घटा दी गई है और नियमों का उल्लंघन करने पर ऑनलाइन चालान की व्यवस्था लागू की गई है।

Updated On 2025-12-21 20:56:00 IST

आपात स्थिति के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं, ताकि खराब मौसम में फंसे यात्रियों को तत्काल सहायता उपलब्ध कराई जा सके।

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में कड़ाके की ठंड और घने कोहरे के बीच एक्सप्रेसवे पर होने वाले हादसों को रोकने के लिए योगी सरकार ने 'कानवाई सिस्टम' लागू कर दिया है।

आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे सहित अन्य प्रमुख मार्गों पर अब शून्य दृश्यता की स्थिति में वाहनों को अकेले चलने की अनुमति नहीं होगी।

यूपीडा की सुरक्षा टीम अब वाहनों का एक सुरक्षित समूह बनाकर अपनी निगरानी में उन्हें गंतव्य तक पहुंचाएगी। इसके साथ ही सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए गति सीमा में भी बदलाव किए गए हैं।

सुरक्षा घेरे में सफर और कानवाई सिस्टम

आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर कोहरे के दौरान हादसों को शून्य करने के लिए यूपीडा ने सुरक्षा घेरा तैयार किया है। जब दृश्यता बहुत कम होती है, तो वाहनों को टोल प्लाजा या सुरक्षित स्थानों पर रोक दिया जाता है।

इसके बाद 10 से 20 वाहनों का एक जत्था तैयार किया जाता है, जिसके आगे और पीछे यूपीडा की पेट्रोलिंग गाड़िया चलती हैं। यह काफिला एक निश्चित और सुरक्षित गति से चलता है, जिससे पीछे आने वाले वाहनों को रास्ता मिलता रहता है और आपस में टकराने का खतरा खत्म हो जाता है।

गति सीमा में बदलाव और ऑनलाइन चालान

कोहरे को देखते हुए एक्सप्रेसवे पर 15 फरवरी तक वाहनों की रफ्तार पर अंकुश लगा दिया गया है। अब हल्की कारों के लिए अधिकतम गति सीमा 80 किमी प्रति घंटा और भारी वाहनों के लिए 60 किमी प्रति घंटा तय की गई है।

रात के समय और घने कोहरे में इसे और भी कम करने के निर्देश हैं। एक्सप्रेसवे पर लगे 'इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम' के जरिए अब हर वाहन की गति पर नजर रखी जा रही है और नियम तोड़ने वालों के सीधे ऑनलाइन चालान काटे जा रहे हैं।

संवेदनशील 'ब्लैक स्पॉट्स' की पहचान

सरकार ने एक्सप्रेसवे पर उन स्थानों को चिह्नित किया है जहा कोहरे के कारण सबसे ज्यादा दुर्घटनाएं होती हैं। इन संवेदनशील स्थलों पर अतिरिक्त साइन बोर्ड, फ्लैशर लाइट्स और रिफ्लेक्टर लगाए गए हैं।

उन्नाव और आसपास के उन क्षेत्रों में जहा कोहरा सबसे ज्यादा घना होता है, वहां पीआरवी और यूपीडा की एंबुलेंस को हाई अलर्ट पर रखा गया है।

इसके अलावा, सड़क के किनारों पर नई रेडियम पट्टियां लगाई गई हैं ताकि चालकों को सड़क की चौड़ाई का सही अंदाजा मिल सके।

यात्रियों के लिए टोल प्लाजा पर विशेष व्यवस्था

यूपीडा ने यात्रियों की सुविधा के लिए टोल प्लाजा पर विशेष अनाउंसमेंट सिस्टम सक्रिय किया है। लाउडस्पीकर के माध्यम से चालकों को लगातार कोहरे की स्थिति और आगे के रास्ते की जानकारी दी जा रही है।

यदि कोहरा अत्यधिक घना है, तो यात्रियों को वे-साइड एमेनिटीज पर रुकने की सलाह दी जा रही है। किसी भी आपात स्थिति के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं, ताकि खराब मौसम में फंसे यात्रियों को तत्काल क्रेन या मेडिकल सहायता उपलब्ध कराई जा सके।


Tags:    

Similar News