रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर होता यूपी: सीएम योगी और राजनाथ सिंह लखनऊ से ब्रह्मोस मिसाइल की पहली खेप करेंगे रवाना

लखनऊ की यह नई अत्याधुनिक इकाई मिसाइल निर्माण से लेकर अंतिम परीक्षण तक की पूरी प्रक्रिया देश में ही कर रही है। इस कार्यक्रम के दौरान, सीएम योगी आदित्यनाथ को जीएसटी बिल और एक चेक सौंपा जाएगा, जिससे राज्य को राजस्व प्राप्त होगा।

Updated On 2025-10-18 09:37:00 IST

उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के लिए मील यह का पत्थर साबित होगा।

लखनऊ : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को लखनऊ में ब्रह्मोस एयरोस्पेस की नई इकाई से तैयार की गई ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल की पहली खेप को हरी झंडी दिखाएंगे। यह आयोजन उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के लिए ऐतिहासिक है और भारत के रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता के संकल्प को मजबूत करेगा। लखनऊ में स्थापित यह अत्याधुनिक इकाई मिसाइल प्रणाली के निर्माण से लेकर अंतिम परीक्षण तक की पूरी प्रक्रिया देश में ही कर रही है। इस मौके पर मिसाइल के उत्पादन से यूपी को राजस्व मिलेगा और युवाओं के लिए उच्च कौशल वाले रोजगार के अवसर सृजित होंगे।

यूपी डिफेंस कॉरिडोर में मील का पत्थर साबित होगी ब्रह्मोस की पहली खेप

विश्व की सबसे तेज और अचूक मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल प्रणाली की पहली खेप का लखनऊ स्थित ब्रह्मोस एयरोस्पेस इकाई से रवाना होना भारतीय रक्षा उद्योग के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के सफल क्रियान्वयन का प्रतीक है। यह इकाई, जिसका उद्घाटन 11 मई को हुआ था, अब पूरी तरह से संचालन में आ चुकी है और यहा मिसाइल के निर्माण से लेकर उसके अंतिम परीक्षण तक की पूरी प्रक्रिया स्वदेशी रूप से की जा रही है। 

रोजगार और राजस्व का सृजन- सीएम योगी को सौंपा जाएगा जीएसटी बिल

ब्रह्मोस मिसाइलों का उत्पादन शुरू होने से उत्तर प्रदेश में आर्थिक और तकनीकी विकास को बल मिलेगा। इस परियोजना से राज्य में न सिर्फ भारी निवेश आ रहा है, बल्कि उच्च कौशल वाले स्थानीय युवाओं के लिए बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर भी सृजित हो रहे हैं। कार्यक्रम के दौरान, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक चेक और जीएसटी बिल सौंपेंगे। यह सांकेतिक प्रस्तुति दर्शाती है कि इस अत्याधुनिक रक्षा उत्पादन इकाई के संचालन से राज्य सरकार को महत्वपूर्ण राजस्व प्राप्त होना शुरू हो गया है। मिसाइल प्रणाली के निर्माण से लेकर अंतिम परीक्षण तक की पूरी प्रक्रिया का लखनऊ में होना, तकनीकी नवाचार और स्थानीय इंजीनियरिंग प्रतिभा के लिए एक बड़ा प्रोत्साहन है, जो राज्य को 'आत्मनिर्भर भारत' अभियान में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए प्रेरित कर रहा है।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ब्रह्मोस मिसाइल उत्पादन प्रक्रिया के महत्वपूर्ण चरणों का अवलोकन भी करेंगे। वे बूस्टर डॉकिंग प्रक्रिया देखेंगे, जो मिसाइल के निर्माण में एक जटिल तकनीकी चरण होता है। इसके साथ ही, ब्रह्मोस सिम्युलेटर उपकरणों का प्रस्तुतीकरण भी होगा, जिसका उपयोग मिसाइल प्रणाली के प्रशिक्षण और परीक्षण के लिए किया जाता है। 

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