महिला कर्मचारियों ने सीएम से मांगा 'राखी का उपहार': पीरियड्स लीव या वर्क फ्रॉम होम की रखी मांग
झुंझुनूं जिले महिला अधिकारियों ने मासिक धर्म के दौरान अवकाश या वर्क फ्रॉम होम की मांग उठाई। मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंप 'राखी का उपहार' देने की अपील की।
Rajasthan News: राजस्थान के झुंझुनूं जिले में महिला अधिकारियों और कर्मचारियों ने मासिक धर्म के दौरान अवकाश या वर्क फ्रॉम होम की सुविधा की मांग की है। इसके लिए जिला कलेक्टर अरुण गर्ग को मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा गया है। महिलाओं का कहना है कि सामाजिक और स्वास्थ्य से जुड़ी मांग को लेकर आवाज उठाई गई है। प्रदेश सरकार रक्षाबंधन पर "राखी का उपहार" स्वरूप इस मांग को स्वीकार करे।
ज्ञापन में महिलाओं ने मासिक धर्म को एक प्राकृतिक प्रक्रिया बताया और कहा कि इस दौरान न केवल शारीरिक असहजता होती है, बल्कि भावनात्मक और मानसिक दबाव भी बढ़ता है। महिलाओं को सरकारी जिम्मेदारियों के साथ-साथ पारिवारिक कर्तव्यों का भी निर्वहन करना होता है, जिससे मासिक धर्म के दौरान काम करना अत्यंत चुनौतीपूर्ण हो जाता है। सरकार इस पर जल्द से जल्द ध्यान दे।
रक्षाबंधन पर "राखी का उपहार" मांगा
महिलाओं ने मुख्यमंत्री से इस रक्षाबंधन पर "राखी का उपहार" स्वरूप इस मांग को पूरी करने की भावनात्मक अपील की है। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति में बहनों की मांग को सदैव सम्मान दिया गया है और यह पहल महिलाओं के सम्मान और स्वास्थ्य सुरक्षा की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकती है।
इन्होंने दिया ज्ञापन
ज्ञापन सौंपने वाली महिलाओं में एटीओ प्रेरणा कालेर, प्रियंका, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी नेहा झाझड़िया समेत अन्य महिला अधिकारी व कर्मचारी शामिल रहीं। उनका कहना है कि वर्तमान राज्य सरकार महिला कल्याण के लिए कई योजनाएं चला रही है और यह प्रस्ताव उसी कड़ी में एक संवेदनशील निर्णय बन सकता है।