जयपुर स्कूल हादसा: 6वीं की छात्रा अमायरा की चौथी मंजिल से गिरकर मौत, CCTV फुटेज में कैद हुई घटना
पुलिस ने इस मामले में FSL और CCTV फुटेज की जांच शुरू कर दी है। साथ ही स्कूल के शिक्षकों, स्टाफ और छात्रों के बयान लिए जा रहे हैं।
जयपुर। शहर के एक प्रतिष्ठित निजी स्कूल में शनिवार दोपहर एक हृदयविदारक हादसा हुआ। नीरजा मोदी स्कूल में पढ़ने वाली छठी कक्षा की छात्रा अमायरा की चौथी मंजिल से गिरने के बाद मौत हो गई। इस घटना ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया है और स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
CCTV फुटेज में दिखा पूरा हादसा
पुलिस के मुताबिक, CCTV फुटेज में अमायरा रेलिंग पार करती और नीचे गिरती दिखाई दी। उस वक्त आसपास मौजूद छात्राएं सामान्य रूप से चल रही थीं। गिरते ही वह गंभीर रूप से घायल हो गई। स्कूल स्टाफ और टीचर्स तुरंत मौके पर पहुंचे और उसे मेट्रो मास अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मानसरोवर थाना प्रभारी लखन खटाना ने बताया कि “प्रारंभिक जांच में आत्महत्या के संकेत हैं, लेकिन कारण अभी स्पष्ट नहीं है।”
अभिभावकों का आरोप: सबूत मिटाने की कोशिश
पुलिस जब स्कूल पहुंची, तब तक घटनास्थल को साफ कर दिया गया था। खून के निशान भी हटा दिए गए थे, जिससे अभिभावक भड़क उठे। परिजनों ने स्कूल प्रशासन पर “सबूतों से छेड़छाड़” का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई। परिवार का कहना है कि “ऐसे सुरक्षित परिसर में यह घटना कैसे हुई? बच्ची की मौत संदिग्ध है।”
स्कूल प्रशासन चुप, शिक्षा विभाग ने जताई नाराजगी
नीरजा मोदी स्कूल प्रशासन की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं हुआ है। जिला शिक्षा अधिकारी राम निवास शर्मा ने बताया, “स्कूल प्रशासन ने हमारे सवालों का जवाब नहीं दिया। प्रिंसिपल का नंबर साझा नहीं किया गया। यह व्यवहार अस्वीकार्य है।”
परिवार सदमे में, एकलौती संतान थी अमायरा
अमायरा अपने माता-पिता की इकलौती संतान थी। परिवार मानसरोवर के SFS इलाके में रहता है। मां बैंक में और पिता निजी कंपनी में कार्यरत हैं। पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों ने स्कूल और शिक्षकों की भूमिका की जांच की मांग की है।
पार्षद ने उठाए सवाल, जांच की मांग
कांग्रेस पार्षद करण शर्मा ने कहा कि “घटना दोपहर साढ़े 12 बजे की है। जब हम स्कूल पहुंचे, तब तक बच्ची को अस्पताल ले जाया गया था। वहां पहुंचते ही उसे मृत घोषित कर दिया गया।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि “पांचवीं मंजिल से भूतल तक पानी डालकर सबूत मिटाए गए।”
जांच जारी, स्कूल सुरक्षा पर सवाल
पुलिस ने इस मामले में FSL और CCTV फुटेज की जांच शुरू कर दी है। साथ ही स्कूल के शिक्षकों, स्टाफ और छात्रों के बयान लिए जा रहे हैं।यह घटना स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा, मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता और संस्थागत जिम्मेदारी पर एक बार फिर बड़ी बहस छेड़ चुकी है।