MP Weather Update: आंधी-बारिश का दौर खत्म, अब बढ़ेगी ठंड, जानें अपने जिले के मौसम का हाल
उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी शुरू हो चुकी है, जिसका असर अगले 48 घंटों में मध्यप्रदेश में देखने को मिल सकता है।
मध्यप्रदेश में पिछले कुछ दिनों से चल रही आंधी, बारिश और गरज-चमक का दौर अब थमने वाला है। मौसम विभाग के अनुसार, अब अगले 5 दिनों तक आसमान साफ रहेगा, यानी बारिश की संभावना नहीं है। हालांकि, रात के तापमान में गिरावट आने वाली है, जिससे ठंड का असर धीरे-धीरे बढ़ेगा। मौसम वैज्ञानिक अरुण शर्मा ने बताया कि आने वाले दिनों में रात का पारा 2 से 3 डिग्री तक गिर सकता है। सबसे ज्यादा असर ग्वालियर-चंबल संभाग में दिखाई देगा, जहां उत्तरी हवा का असर सबसे पहले पहुंचेगा।
पहाड़ों की बर्फबारी का असर एमपी में भी दिखेगा
उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी शुरू हो चुकी है, जिसका असर अगले 48 घंटों में मध्यप्रदेश में देखने को मिल सकता है। ग्वालियर, चंबल, नीमच, मंदसौर, टीकमगढ़, पन्ना, गुना, राजगढ़, आगर-मालवा और शाजापुर जैसे जिलों में ठंडी हवाएं चलेंगी और रातें सर्द होंगी।
तापमान में गिरावट
पिछले 24 घंटों में श्योपुर, शिवपुरी, गुना, बैतूल, सागर, छतरपुर, और छिंदवाड़ा में हल्की बारिश दर्ज की गई। इससे दिन के तापमान में कमी आई है। नरसिंहपुर में तापमान एक रात में ही 5.4 डिग्री गिरकर 17.2°C पर आ गया। नौगांव में 15°C, रीवा में 15.8°C, भोपाल में 18.8°C, इंदौर में 18.2°C और ग्वालियर में 20.1°C दर्ज किया गया। वहीं, दिन में पचमढ़ी सबसे ठंडा शहर रहा, जहां अधिकतम तापमान 25.2°C दर्ज हुआ।
अक्टूबर में हुई रिकॉर्ड बारिश
मौसम विभाग के रिकॉर्ड के मुताबिक, अक्टूबर 2025 में औसत से 121% ज्यादा बारिश हुई। भोपाल में 2.8 इंच, ग्वालियर में 4.2 इंच, जबलपुर में 3.3 इंच, और उज्जैन में 2.1 इंच बारिश दर्ज की गई। श्योपुर सबसे आगे रहा, जहां 6.52 इंच बारिश हुई। खंडवा ही ऐसा जिला रहा, जहां सामान्य से कम पानी गिरा।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, इस बार बंगाल की खाड़ी और अरब सागर दोनों ओर से नमी आने के कारण बादल छाए रहे, जिससे दिन का तापमान नहीं बढ़ सका।
ठंडी हवा का असर अब तेजी से बढ़ेगा
वर्तमान में हरियाणा के पास बना साइक्लोनिक सर्कुलेशन अगले 24 घंटे में उत्तर भारत में सक्रिय वेस्टर्न डिस्टरबेंस में समाहित हो जाएगा। इसके बाद प्रदेश में ठंडी हवा का प्रवेश शुरू होगा और नवंबर के पहले हफ्ते से सर्दी का असर स्पष्ट दिखाई देगा।