जॉइंट कलेक्टर पर पत्नी के गंभीर आरोप: बोलीं- “गुड़ में गर्भपात की गोलियां दीं, रोज मारपीट और जान से मारने की धमकी”
मंदसौर जॉइंट कलेक्टर राहुल चौहान पर पत्नी ने जबरन गर्भपात, गुड़ में गर्भपात की गोली देने, मारपीट, दहेज प्रताड़ना और जान से मारने की धमकी जैसे गंभीर आरोप लगाए।
पत्नी के चौंकाने वाले आरोप: जॉइंट कलेक्टर ने जबरन गर्भपात कराया, जान से मारने की धमकी भी दी।
(एपी सिंह): मंदसौर के जॉइंट कलेक्टर राहुल चौहान पर दहेज प्रताड़ना मामले में अब बेहद चौंकाने वाले आरोप लगे हैं। उनकी पत्नी निर्मला ने कहा कि शादी के बाद से ही उन्हें लगातार मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक रूप से प्रताड़ित किया गया।
निर्मला के अनुसार, पति ने उन्हें गुड़ में गर्भपात की गोलियां मिलाकर खिलाईं। गोली असर न करने पर उन्हें एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां योजना बनाकर जबरन गर्भपात कराया गया।
निर्मला का दावा है कि अस्पताल में भर्ती कराने की कोई जरूरत नहीं थी, फिर भी बिना जरूरत सलाइन चढ़ाई गई, जिसके बाद गर्भपात के लक्षण शुरू हो गए। इस दौरान उनकी मां को तक सूचना नहीं दी गई।
गर्भपात के बाद उनकी हालत गंभीर हो गई। उन्हें 35 दिन इंदौर के बॉम्बे हॉस्पिटल में भर्ती रहना पड़ा। इनमें 20 दिन वेंटिलेटर पर बिताने पड़े। निर्मला ने कहा—
“वेंटिलेटर पर लेटी थी… वह कान में कहता था- इतनी प्रताड़ना के बाद भी तू मरती क्यों नहीं?”
उन्होंने बताया कि 2018 में सोशल मीडिया के जरिए राहुल से पहचान हुई थी। शादी के शुरुआती दिनों में सब सामान्य था, लेकिन जैसे-जैसे उनका पद और प्रभाव बढ़ा, उनका व्यवहार भी बदलता गया।
निर्मला का आरोप है कि राहुल शराब पीकर आते थे। छोटी-सी बात पर गाली-गलौज, मारपीट करते थे। कई बार उन्हें ऐसे क्वार्टरों में रखा गया जहां पानी और राशन तक नहीं मिलता था।
एक बार तो राहुल ने उनकी गर्दन पर चाकू रखकर जान से मारने की धमकी भी दी।
निर्मला ने निचले स्तर से लेकर पीएमओ तक शिकायतें कीं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
उनके वकील के अनुसार, “पुलिस ने सिर्फ दहेज प्रताड़ना की धारा लगाई है, जबकि मामला बेहद गंभीर अपराधों से जुड़ा है। कोर्ट में आवेदन देकर कठोर धाराएं जोड़ने की मांग करेंगे।”
वकील ने कहा कि यह कोरोना काल का मामला है, गुड़ में गोली मिलाकर दी गईं। उसके बाद ड्रिप चढ़ाकर गर्भपात कराया गया। यह सब किसी साधारण घरेलू विवाद जैसा नहीं है। यह साफ दिखता है कि पति का उद्देश्य पत्नी की जान लेना था।