कल्पेश याग्निक आत्महत्या केस: सलोनी अरोरा पर फर्जी जमानत का नया मामला, मल्हारगढ़ से गिरफ्तार
कल्पेश याग्निक आत्महत्या केस में नया अपडेट है। इंदौर क्राइम ब्रांच ने मंगलवार को आरोपी सलोनी अरोरा पर फर्जी दस्तावेजों से जमानत लेने का केस दर्ज मल्हारगढ़ से गिरफ्तार किया है।
कल्पेश याग्निक आत्महत्या केस: सलोनी अरोरा पर नई FIR
Kalpesh Yagnik Death Case Update: मध्य प्रदेश के सीनियर पत्रकार कल्पेश याग्निक आत्महत्या केस में आरोपी सलोनी अरोरा नए फर्जीवाड़े में फंस गई हैं। क्राइम ब्रांच इंदौर ने फर्जी दस्तावेजों के ज़रिए जमानत लेने के मामले में उन्हें आरोपी बनाया है। सलोनी और उनके दो जमानतदारों के खिलाफ IPC की 10 धाराओं में केस दर्ज किया है।
सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने सलोनी को मंदसौर जिले के मल्हारगढ़ से गिरफ्तार किया है। रात में उन्हें इंदौर लाया गया। कल्पेश याग्निक के भाई नीरज याग्निक ने पुलिस में फर्जीवाड़े की यह शिकायत दर्ज कराई है।
इन धाराओं में केस दर्ज
इंदौर पुलिस ने सलोनी के खिलाफ IPC की धारा 115, 120बी (षड्यंत्र), 420 (धोखाधड़ी), 465, 466, 467, 470, 471, 474 (फर्जी दस्तावेज तैयार करना और उपयोग करना) के तहत केस दर्ज किया है। सलोनी अरोरा के अलावा इस मामले में सिमरोल निवासी केदार डाबी और आनंद नगर निवासी मधु श्रीवास्तव को भी आरोपी बनाया है। केदार डाबी पेशेवर जमानतदार है।
कैसे हुआ फर्जीवाड़ा?
- वरिष्ठ पत्रकार कल्पेश याग्निक की आत्महत्या के बाद सलोनी अरोरा पर ने जुलाई 2018 को ब्लैकमेलिंग और आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज हुआ था।
- सलोनी अरोरा ने पहले डिंपल अरोरा की जमानत दी, लेकिन बाद में बदलकर केदार डाबी को जमानतदार बनाया।
- जनवरी 2024 में केदार डाबी ने फर्जी ऋण पुस्तिका (लोन बुक) के आधार पर सलोनी के लिए ₹5 लाख की जमानत पेश की। मधु श्रीवास्तव ने केदार के शपथपत्र को सत्यापित करने वाली गवाह के तौर पर हस्ताक्षर किए।
हाईकोर्ट का पुराना ऑब्ज़र्वेशन
नीरज याग्निक के अनुसार, केदार डाबी के खिलाफ पहले भी फर्जी जमानत से जुड़े मामले दर्ज हो चुके हैं। डाबी आदतन पेशेवर जमानतदार है, यह टिप्पणी भी कर चुका है।
कोर्ट में 3 साल से पेश नहीं हुई सलोनी
जनवरी 2024 में जमानत के समय को छोड़कर, सलोनी 3 वर्षों से कोर्ट में पेश नहीं हुई। नीरज याग्निक का कहना है कि यह पूरी योजना न्यायालय की प्रक्रिया को धोखा देने और देश छोड़कर भागने की तैयारी का हिस्सा हो सकती थी।
क्या है कल्पेश याग्निक आत्महत्या केस?
14 जुलाई 2018 को वरिष्ठ पत्रकार कल्पेश याग्निक ने दैनिक भास्कर ऑफिस की छत से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। जांच में सामने आया कि पूर्व सहकर्मी सलोनी अरोरा उन्हें लंबे समय से ब्लैकमेल कर रही थी। तब से यह मामला 28वें न्यायाधीश हेमंत रघुवंशी की कोर्ट में ट्रायल पर है।