ग्वालियर रेलवे स्टेशन: जीआरपी को मिली बड़ी सफलता, ट्रेनों में चोरी करने वाला आरोपी गिरफ्तार
रेलवे यात्रियों की सुरक्षा के लिए सतर्क जीआरपी ग्वालियर पुलिस ने रेलवे स्टेशन पर ट्रेन में चोरी के इरादे से घूम रहे एक आरोपी को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है।
ट्रेन में चोरी की फिराक में घूम रहा आरोपी कार सहित गिरफ्तार
ग्वालियर। रेलवे यात्रियों की सुरक्षा के लिए सतर्क जीआरपी ग्वालियर पुलिस ने रेलवे स्टेशन पर ट्रेन में चोरी के इरादे से घूम रहे एक आरोपी को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। आरोपी के पास से एक जोड़ी सोने की बाली और एक मारुति फ्रॉन्ज कार बरामद की गई है। आरोपी की पहचान 27 वर्षीय अमन सिंह परमार, पुत्र निरंजन सिंह परमार, निवासी राजपुर चुंगी, शमशाबाद रोड, आगरा (उत्तर प्रदेश) के रूप में हुई है।
ट्रेन में हैंडबैग चोरी की घटना का खुलासा
पुलिस पूछताछ में आरोपी अमन परमार ने खुलासा किया कि उसने 29 सितंबर 2025 को ट्रेन क्रमांक 09118 उदना सूफी एक्सप्रेस के बी-1 कोच में यात्रा के दौरान सचिन राजपूत नामक यात्री का हैंडबैग चोरी किया था। चोरी गए बैग में एक जोड़ी सोने की बाली, ₹6,500 नकद, और महत्वपूर्ण दस्तावेज थे। पीड़ित सचिन राजपूत गुजरात के भरूच जिले के अंकलेश्वर के रहने वाले हैं।
तमिलनाडु से चोरी की गई कार भी बरामद
पूछताछ में आरोपी ने यह भी कबूल किया कि उसके पास मिली मारुति फ्रॉन्ज कार (क्रमांक TN60 BW 9682) भी चोरी की हुई है। उसने 21 जून 2025 को तमिलनाडु से रतलाम डिलीवर होने वाली गाड़ी को खुद को डिलीवरी बॉय बताकर चुरा लिया था और तब से उसी कार का इस्तेमाल कर रहा था।
जांच में पता चला कि यह कार तमिलनाडु की महिला डॉक्टर प्रधान की पत्नी कविप्रियन ई के नाम पर पंजीकृत है। डॉक्टर प्रधान और उनकी पत्नी वर्तमान में रतलाम मेडिकल कॉलेज में कार्यरत हैं। कार चोरी की शिकायत उनके ससुर विश्वनाथन ने ईरोड जिले के चित्तौड़ थाने में दर्ज कराई थी।
थाना प्रभारी दीपशिखा सिंह तोमर ने दी जानकारी
थाना प्रभारी दीपशिखा सिंह तोमर ने बताया कि प्लेटफार्म नंबर 1 पर चेकिंग के दौरान संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त एक युवक को पकड़ा गया। तलाशी में उसके पास से चोरी की कार और सोने की बाली मिली। आरोपी को गिरफ्तार कर पूछताछ के बाद रेलवे कोर्ट में पेश किया गया, जहाँ से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
डीजीपी कैलाश मकवाणा के निर्देशन में चल रहा सघन अभियान
पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाणा के निर्देश पर प्रदेशभर की जीआरपी इकाइयां रेल परिसर में आपराधिक गतिविधियों पर नियंत्रण के लिए लगातार काम कर रही हैं। इन अभियानों का मकसद यात्रियों को सुरक्षित यात्रा का भरोसा दिलाना और अपराधियों को स्पष्ट संदेश देना है कि रेलवे क्षेत्र में अपराध बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।
अक्टूबर माह में जीआरपी की प्रमुख सफलताएं
खंडवा — 1.82 करोड़ का सोना बरामद
थाना जीआरपी खंडवा ने एक फर्जी लूटकांड का पर्दाफाश करते हुए मात्र 12 घंटे में 1 किलो 500 ग्राम सोना (कीमत ₹1.82 करोड़) बरामद किया। फरियादी सागर पारख और उसके साथियों द्वारा रची गई कहानी को पुलिस ने सीसीटीवी और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर उजागर किया।
ग्वालियर — 7.87 लाख का माल बरामद
ट्रेन में यात्रियों के बैग और आभूषण चोरी करने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर ₹7.87 लाख का मशरूका बरामद किया गया। यह कार्रवाई एसपी रेल भोपाल के निर्देशन और डीएसपी रेल ग्वालियर श्री रामस्नेही चौहान के मार्गदर्शन में की गई।
भोपाल — ₹3.5 लाख के आभूषण बरामद
रेलवे कॉलोनी में खुद को रिश्तेदार बताकर चोरी करने वाले आरोपी आदित्य ठाकुर को गिरफ्तार कर सोने-चांदी के आभूषण जब्त किए गए।
बीना — ₹2.49 लाख बरामद
यात्रियों को नशा खिलाकर ठगी करने वाले गिरोह को जीआरपी ने गिरफ्तार कर ₹2.49 लाख नकदी बरामद की।
यात्रियों में बढ़ा विश्वास
जीआरपी की लगातार कार्रवाइयों से यात्रियों में विश्वास बढ़ा है और रेलवे क्षेत्र में अपराधों में उल्लेखनीय कमी आई है। पुलिस की तत्परता और तकनीकी जांच के जरिए अपराधियों पर तेजी से कार्रवाई की जा रही है।