इंतजार खत्म: भोपाल मेट्रो अक्टूबर से दौड़ेगी, पहले चरण में सुभाष नगर से एम्स तक मिलेगी सुविधा
भोपाल मेट्रो अक्टूबर 2025 से शुरू हो रही है। पहले चरण में सुभाष नगर से एम्स तक मेट्रो सेवा मिलेगी। यात्री पाएंगे आधुनिक सुविधाएं और तेज सफर का अनुभव।
भोपाल मेट्रो अक्टूबर से दौड़ेगी, पहले चरण में सुभाष नगर से एम्स तक सुविधा
रिपोर्ट: वाहिद खान, भोपाल
भोपालवासियों का लंबे समय से इंतजार अब खत्म होने जा रहा है। अक्टूबर 2025 से भोपाल मेट्रो की शुरुआत होने वाली है। पहले चरण में मेट्रो सुभाष नगर से एम्स (AIIMS) तक दौड़ेगी, जिससे शहरवासियों को आधुनिक और तेज यातायात का नया विकल्प मिलेगा।
मेट्रो प्रोजेक्ट को समय पर पूरा करने के लिए तैयारियां जोरों पर हैं और अधिकारी दिन-रात काम में जुटे हुए हैं। इस प्रोजेक्ट के तहत प्रायोरिटी कॉरिडोर पर काम लगभग अंतिम चरण में है और 30 सितंबर तक पूरा होने का लक्ष्य रखा गया है।
भोपाल मेट्रो क्यों है खास?
सुरक्षा मानकों को सुनिश्चित करने के लिए कमिश्नर मेट्रो रेल सेफ्टी (CMRS) की टीम सितंबर के मध्य में निरीक्षण करेगी। साफ-सुथरे प्लेटफॉर्म, आधुनिक टिकटिंग सिस्टम और बेहतर सुरक्षा व्यवस्था भोपाल मेट्रो को खास बनाएंगे। यह मेट्रो न केवल ट्रैफिक जाम की समस्या को कम करेगी, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी अहम भूमिका निभाएगी।
प्रायोरिटी कॉरिडोर पर तेजी से काम
भोपाल मेट्रो के पहले चरण में प्रायोरिटी कॉरिडोर पर काम तेजी से पूरा किया जा रहा है। इस कॉरिडोर में स्टेशनों के कॉनकोर्स लेवल पर कंट्रोल रूम, सिस्टम रूम और यात्रियों के लिए जरूरी सुविधाओं का निर्माण चल रहा है। इसके अलावा, प्लेटफॉर्म लेवल पर भी काम जोरों पर है।
सुभाष नगर में मेट्रो डिपो के साथ-साथ एडमिन बिल्डिंग में कंट्रोल रूम और अन्य महत्वपूर्ण सिस्टम रूम तैयार किए जा रहे हैं। अधिकारियों का लक्ष्य है कि 30 सितंबर तक प्रायोरिटी कॉरिडोर का सारा काम पूरा हो जाए।
सीएमआरएस की टीम करेगी निरीक्षण
मेट्रो संचालन से पहले सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कमिश्नर मेट्रो रेल सेफ्टी (सीएमआरएस) की टीम 15 सितंबर के बाद भोपाल पहुंचेगी। यह टीम मेट्रो के डिपो, ट्रेन और मेन लाइन का निरीक्षण करेगी।
इंदौर मेट्रो की तर्ज पर भोपाल में भी दो चरणों में निरीक्षण होगा। पहले चरण में डिपो और ट्रेन की जांच होगी, जबकि दूसरे चरण में मेन लाइन का निरीक्षण किया जाएगा। इसके लिए मेट्रो प्रबंधन ने सभी जरूरी दस्तावेज सीएमआरएस के पोर्टल पर अपलोड कर दिए हैं। निरीक्षण की तारीख जल्द ही तय की जाएगी।
डिपो और मेन लाइन का काम पूरा
मेट्रो के डिपो और मेन लाइन का अधिकांश काम पूरा हो चुका है। डिपो में ट्रेनों के रखरखाव और संचालन से जुड़े सभी जरूरी सिस्टम तैयार हैं। मेन लाइन पर भी निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। अधिकारियों का कहना है कि अक्टूबर में मेट्रो को प्रायोरिटी कॉरिडोर पर दौड़ाने का लक्ष्य हासिल करने के लिए सभी टीमें दिन-रात काम कर रही हैं।
भोपालवासियों के लिए क्या होगा खास?
भोपाल मेट्रो के शुरू होने से शहरवासियों को यातायात का एक आधुनिक, तेज और सुविधाजनक विकल्प मिलेगा। सुभाष नगर से एम्स तक का सफर आसान और समय की बचत करने वाला होगा।
मेट्रो स्टेशनों पर यात्रियों के लिए आधुनिक सुविधाएं जैसे कि साफ-सुथरे प्लेटफॉर्म, टिकटिंग सिस्टम और सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध होगी। यह मेट्रो न केवल भोपाल की यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाएगी, बल्कि पर्यावरण के लिए भी अनुकूल होगी।
भोपाल मेट्रो का भविष्य
पहले चरण की सफलता के बाद भोपाल मेट्रो के अगले चरणों पर भी काम शुरू होगा, जिससे शहर के अन्य हिस्सों को भी मेट्रो से जोड़ा जाएगा। यह प्रोजेक्ट भोपाल को एक स्मार्ट और आधुनिक शहर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। अक्टूबर में मेट्रो के शुरू होने का इंतजार भोपालवासियों को बेसब्री से है। जैसे-जैसे तारीख नजदीक आ रही है, शहर में उत्साह बढ़ता जा रहा है।
भोपाल मेट्रो के फायदे
1. तेज और समय की बचत
- ट्रैफिक जाम से मुक्ति मिलेगी।
- सुभाष नगर से एम्स तक का सफर मिनटों में तय होगा।
2. सुविधाजनक यात्रा
- साफ-सुथरे प्लेटफॉर्म, एस्केलेटर, लिफ्ट और आधुनिक टिकटिंग सिस्टम।
- यात्रियों के लिए आरामदायक कोच और बेहतर सुरक्षा व्यवस्था।
3. ट्रैफिक दबाव में कमी
- सड़कों पर निजी गाड़ियों का बोझ घटेगा।
- शहर के मुख्य मार्गों पर जाम की समस्या कम होगी।
4. पर्यावरण के लिए फायदेमंद
- प्रदूषण और धुएं का स्तर घटेगा।
- इलेक्ट्रिक आधारित मेट्रो, ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देगी।
5. आर्थिक और सामाजिक विकास
- मेट्रो स्टेशन के आसपास बिज़नेस और रोजगार के नए अवसर।
- शहर का बुनियादी ढांचा और इमेज स्मार्ट सिटी जैसी होगी।
6. सुरक्षित और भरोसेमंद परिवहन
- महिलाओं, छात्रों और बुजुर्गों के लिए सुरक्षित यात्रा का विकल्प।
- जीपीएस और सीसीटीवी आधारित निगरानी।
कुल मिलाकर, भोपाल मेट्रो न सिर्फ़ यात्रियों के लिए आरामदायक सफर देगी, बल्कि शहर को स्मार्ट और प्रदूषण मुक्त बनाने में भी अहम भूमिका निभाएगी।