Bhopal News: भोपाल मेट्रो का कमर्शियल रन की तैयारी, 21 दिसंबर को पीएम मोदी दिखाएंगे हरी झंडी
भोपाल में मेट्रो पहली बार 3 अक्टूबर 2023 को ट्रायल के दौरान पटरी पर उतरी थी, जब तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सुभाष नगर से रानी कमलापति तक सफर किया था।
Bhopal Metro
भोपाल मेट्रो के कमर्शियल रन का रास्ता अब साफ हो गया है। कमिश्नर ऑफ मेट्रो रेल सेफ्टी (CMRS) से ग्रीन सिग्नल मिलने के बाद 21 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेट्रो को हरी झंडी दिखा सकते हैं। इससे पहले मेट्रो स्टेशन के नीचे और आसपास के पूरे एरिया में तेजी से फिनिशिंग वर्क चल रहा है, ताकि यात्रा शुरू होते ही लोगों को किसी भी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े।
भोपाल मेट्रो की ऑरेंज लाइन का प्रायोरिटी कॉरिडोर 6.22 किलोमीटर का है, जिसमें सुभाष नगर, केंद्रीय स्कूल, डीबी मॉल, एमपी नगर, रानी कमलापति, डीआरएम तिराहा, अलकापुरी और एम्स कुल 8 स्टेशन शामिल हैं। अंदर की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं जबकि बाहर लेवलिंग, लाइटिंग, एप्रोच रोड और एंटर-एक्जिट पॉइंट को व्यवस्थित करने का काम तेजी से किया जा रहा है।
केंद्रीय विद्यालय स्टेशन पिछले दिनों सुर्खियों में रहा। स्टेशन की ऊंचाई तय मानक से कम होने पर सड़क को खोदकर लेवल बढ़ाया गया। करीब 15 दिन डाइवर्ट रूट चलने के बाद अब यहां डामरीकरण हो चुका है, हालांकि साइड लेन पर अभी भी काम जारी है। वहीं डीबी मॉल स्टेशन पर एप्रोच एरिया को समतल किया जा रहा है, रानी कमलापति स्टेशन पर लाइटिंग और डीआरएम, एम्स व अलकापुरी पर अंतिम चरण का कार्य पूरा किया जा रहा है।
भोपाल मेट्रो का निर्माण 2018 में शुरू हुआ था। प्राथमिकता कॉरिडोर एम्स से सुभाष नगर तक बनाया जा रहा है, जिसमें सुभाष नगर से रानी कमलापति तक का काम पूरी तरह समाप्त हो चुका है। रेलवे ट्रैक के ऊपर बने दो स्टील ब्रिज इस पूरे रूट को और सुरक्षित व आधुनिक बनाते हैं।
भोपाल में मेट्रो पहली बार 3 अक्टूबर 2023 को ट्रायल के दौरान पटरी पर उतरी थी, जब तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सुभाष नगर से रानी कमलापति तक सफर किया था। अब इंतजार है उस ऐतिहासिक पल का, जब इस मेट्रो को जनता के लिए आधिकारिक रूप से शुरू किया जाएगा।