Honey trap gang: पहले प्यार का जाल और फिर रेप केस की धमकी, 40 लाख ठगते 9 गिरफ्तार
हरियाणा के सोनीपत से पुलिस ने हनी ट्रैप के मामले में 40 लाख रुपये ठगते हुए चार महिलाओं समेत 9 लोगों को पकड़ा है। यह गिरोह युवक को रेप केस में फंसाने की धमकी देकर ब्लैकमेल कर रहा था।
Honey trap gang : हरियाणा के सोनीपत जिले में पुलिस ने एक ऐसे गैंग का भंडाफोड़ किया है, जो युवकों को झूठे दुष्कर्म के मुकदमों में फंसाने की धमकी देकर ब्लैकमेल करता था। पुलिस ने इस गिरोह की चार महिलाओं समेत नौ सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है। गैंग ने दिल्ली और हरियाणा के बीच संगठित तरीके से काम करते हुए एक युवक से 40 लाख रुपये ठगने की कोशिश की थी। इस कार्रवाई का नेतृत्व डीसीपी प्रबीना पी. ने किया। पुलिस का कहना है कि गिरोह की महिलाएं दोस्ती कर युवकों को जाल में फंसाती थीं।
दो लाठ ठग चुकी, अब 40 लाख मांगे
26 सितंबर को कुंडली थाने में एक युवक ने शिकायत दी थी कि उसे झूठे दुष्कर्म केस में फंसाकर ब्लैकमेल किया जा रहा है। शिकायतकर्ता ने बताया कि उसकी पहचान शिवानी नाम की युवती से हुई थी, जो उसके साथ उसी कंपनी में काम करती थी। दोनों के बीच आपसी सहमति से संबंध बने थे, लेकिन बाद में जब युवक ने दूरी बना ली तो शिवानी ने नरेला थाने में दुष्कर्म की शिकायत दर्ज करवा दी। शिकायत के अनुसार, युवती ने मुकदमे से बचाने के नाम पर हर महीने पैसे देने का एग्रीमेंट साइन करवा लिया। इसके बाद युवक ने उसके कहने पर अपने दोस्त अभिषेक के खाते में 2 लाख रुपये भी ट्रांसफर किए। लेकिन लालच में आकर शिवानी ने अपने परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर 40 लाख रुपये की बड़ी रकम की मांग शुरू कर दी।
मुकदमे में फंसाने की दी धमकी
डीसीपी प्रबीना पी. के अनुसार, जांच में यह सामने आया कि आरोपी युवती और उसके सहयोगी मिलकर युवक को लगातार फोन और संदेश भेजकर धमकाते थे। वे कहते थे कि अगर पैसे नहीं दिए गए तो पुलिस में फिर से रेप की गंभीर शिकायत दर्ज करवा दी जाएगी और मीडिया में बदनाम किया जाएगा। डर के माहौल में फंसे युवक ने आखिरकार पुलिस से मदद मांगी। पुलिस ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए एक विशेष जांच टीम का गठन किया। जांच में पुलिस को ऑडियो और वीडियो सबूत मिले, जिनमें आरोपी युवक से पैसे मांगते और उसे धमकाते नजर आए।
पुलिस ने मुरथल में लगाया ट्रैप
जांच पूरी होने के बाद पुलिस ने 4 अक्टूबर को जाल बिछाने की योजना बनाई। ड्यूटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में एक रेडिंग पार्टी तैयार की गई और मुरथल इलाके में ट्रैप लगाया गया। पुलिस के अनुसार, आरोपी शिवानी अपनी साथी रेखा, तान्या, नंदिनी, तरुण, साहिल, शुभम, यतेन्द्र और आशीष के साथ दो गाड़ियों में मौके पर पहुंची। उन्होंने शिकायतकर्ता को दुष्कर्म के झूठे केस का डर दिखाकर 40 लाख रुपये की रकम वसूल की। जैसे ही पैसे का लेनदेन हुआ, पुलिस ने मौके पर दबिश दी और सभी नौ आरोपियों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
सभी आरोपी दिल्ली के, एक फरार
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान नरेला निवासी शिवानी, रेखा, तान्या और नंदिनी के रूप में हुई है। वहीं, इनके साथी नरेला निवासी तरुण, साहिल, शुभम और रोहिणी निवासी यतेन्द्र और आशीष को भी पकड़ा गया है। मामले में अभिषेक नामक आरोपी फरार है, जिसकी तलाश जारी है। पुलिस ने कहा कि अभिषेक इस पूरे नेटवर्क का अहम सदस्य है, जो बैंक ट्रांजैक्शन और रकम की हेराफेरी संभालता था।
अदालत ने भेजा न्यायिक हिरासत में
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने सभी आरोपियों को अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या इस गैंग ने अन्य युवकों को भी इसी तरह ब्लैकमेल किया था। डीसीपी प्रबीना पी. ने बताया कि जांच के दौरान कई और सबूत मिले हैं, जिनसे यह साफ होता है कि यह गिरोह काफी समय से सक्रिय था और महिलाओं के जरिए जाल बिछाकर युवकों से लाखों रुपये वसूलता था।