PGIMS की पहल: रोहतक में बढ़ाएंगे ऑर्गन ट्रांसप्लांट, गजेंद्र फौगाट गीतों से फैलाएंगे जागरूकता
हरियाणा के सबसे बड़े चिकित्सा संस्थान PGIMS रोहतक में 16 सफल ट्रांसप्लांट हो चुके हैं। अब इस मुहिम को आगे बढ़ाने के लिए हरियाणवी कलाकार गजेंद्र फौगाट को ब्रांड एंबेसडर बनाया गया है। वे अंगदान पर गीत बनाकर गांव-गांव प्रचार करेंगे।
हरियाणा के रोहतक में पीजीआईएमएस में अंगदान के बारे में बताते अधिकारी।
Organ transplant in PGIMS Rohtak : हरियाणा में रोहतक स्थित पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (PGIMS) ने अंगदान जैसे संवेदनशील विषय पर लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए अनूठी पहल की है। इस मुहिम को लेकर हरियाणवी गायक गजेंद्र फौगाट को अभियान का ब्रांड एम्बेसडर नियुक्त किया गया है। गजेंद्र फौगाट अब गीतों के जरिये अंगदान के प्रति गांव-गांव में जागरूकता फैलाएंगे।
गानों से मिलेगा जागरूकता का नया मंच
ब्रांड एम्बेसडर बनने के बाद गजेंद्र फौगाट ने कहा कि वे अंगदान जैसे जरूरी मुद्दे को अपने गीतों में पिरोकर जनता तक पहुंचाएंगे। इस बारे में जल्द ही गीत रिलीज किया जाएगा। फौगाट ने कहा कि गांव-गांव जाकर हम कार्यक्रमों के जरिए लोगों को समझाएंगे कि अंगदान जीवनदान है। समाज में अंगदान को लेकर जो डर और गलतफहमियां हैं, उन्हें दूर करना जरूरी है।
PGIMS ने बनाए ट्रांसप्लांट में नए कीर्तिमान
PGIMS रोहतक में हाल ही में अंग प्रतिरोपण (ऑर्गन ट्रांसप्लांट) की सुविधा की शुरुआत की गई है। अब तक संस्थान में 16 सफल ट्रांसप्लांट केस पूरे किए जा चुके हैं, जिनमें जीवित परिजनों द्वारा दान किए गए अंगों के साथ-साथ ब्रेन डेड डोनर के अंग भी शामिल रहे हैं। इस उपलब्धि को स्वास्थ्य क्षेत्र में एक नई उम्मीद के रूप में देखा जा रहा है।
वीसी बोले- समाज को तोड़नी होंगी मिथक की जंजीरें
स्वास्थ्य विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एच.के. अग्रवाल ने कहा कि अंगदान को लेकर समाज में तमाम तरह की भ्रांतियां फैली हुई हैं, जिनका वैज्ञानिक आधार नहीं है। उन्होंने कहा कि PGIMS इस दिशा में न केवल चिकित्सकीय सुविधाएं दे रहा है बल्कि जनजागरूकता अभियानों और सांस्कृतिक आयोजनों के ज़रिए लोगों की सोच में बदलाव लाने की भी पहल कर रहा है। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि हमारा उद्देश्य केवल इलाज नहीं, बल्कि मानसिक अवरोधों को भी दूर करना है। इसीलिए हमने संगीत और जनसंवाद को अभियान का हिस्सा बनाया है।
लिवर ट्रांसप्लांट के लिए डॉक्टर की तलाश
हालांकि PGIMS में कई ऑर्गन ट्रांसप्लांट हो चुके हैं, लेकिन लिवर ट्रांसप्लांट की सुविधा अब भी शुरू नहीं हो पाई है। संस्थान की ओर से अब तक पांच बार विज्ञापन जारी किए जा चुके हैं, लेकिन उपयुक्त विशेषज्ञ डॉक्टर की नियुक्ति नहीं हो सकी है। इसके बावजूद यूनिवर्सिटी की टीम प्रयासरत है कि जल्द से जल्द इस दिशा में सफलता मिले।
गजेंद्र फौगाट को फैटी लिवर से आई थी दिक्कत
अपने अनुभव साझा करते हुए गजेंद्र फौगाट ने बताया कि उन्हें कुछ समय पहले फैटी लिवर की गंभीर समस्या थी और स्थिति इतनी बिगड़ गई थी कि ट्रांसप्लांट की जरूरत पड़ सकती थी। लेकिन समय पर डाइट और जीवनशैली में बदलाव कर उन्होंने इस स्थिति को संभाल लिया। उन्होंने कहा कि अगर उस समय ट्रांसप्लांट की ज़रूरत होती और सुविधा पास में उपलब्ध नहीं होती तो गंभीर दिक्कत हो सकती थी।