Model Solar Village : रोहतक के 44 गांव बनेंगे मॉडल सोलर विलेज, विजेता को मिलेगा 1 करोड़ का इनाम, जानें लास्ट डेट

रोहतक के 44 गांव बनेंगे मॉडल सोलर विलेज! प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के तहत गांवों को मिलेगा सौर ऊर्जा का लाभ और जीतने वाले गांव को मिलेगा 1 करोड़ का इनाम।

Updated On 2025-05-05 17:38:00 IST
मॉडल सोलर विलेज की जानकारी देते उपायुक्त धीरेंद्र खडगटा।

Model Solar Village : हरियाणा का रोहतक जिला अब ऊर्जा के क्षेत्र में एक नई पहल करने जा रहा है। प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना (Prime Minister Surya Ghar Free Electricity Scheme) के अंतर्गत जिले के 44 गांवों को मॉडल सोलर गांव के रूप में विकसित किया जाएगा। इस महत्वाकांक्षी परियोजना की जानकारी देते हुए उपायुक्त धीरेंद्र खडगटा ने बताया कि इसके लिए एक विशेष प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा, जो 8 अक्टूबर 2025 तक चलेगी। इस प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले गांव को एक करोड़ रुपये का आकर्षक पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। 

बुनियादी ढांचे का होगा विकास

उपायुक्त धीरेंद्र खडगटा ने स्पष्ट किया कि पुरस्कार स्वरूप मिलने वाली यह धनराशि गांवों में सोलर ऊर्जा से संबंधित बुनियादी ढांचे के विकास पर खर्च की जाएगी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य प्रत्येक जिले में एक आदर्श सोलर गांव की स्थापना करना है, जिससे गांवों को ऊर्जा के मामले में आत्मनिर्भर बनाया जा सके। इसके अतिरिक्त, इस पहल से ग्रामीणों को बिजली के बिलों पर होने वाले व्यय को कम करने में भी सहायता मिलेगी।

24 घंटे मिलेगी सौर ऊर्जा

इस योजना के तहत चयनित सभी 44 गांवों के प्रत्येक घर और सार्वजनिक भवनों को सौर ऊर्जा के माध्यम से 24 घंटे बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी। इसके लिए, घरों और सार्वजनिक भवनों की छतों पर उच्च क्षमता वाले सोलर पैनल स्थापित किए जाएंगे। इतना ही नहीं, गांवों में सोलर आधारित जल प्रबंधन प्रणाली भी विकसित की जाएगी, जिससे सिंचाई और अन्य आवश्यकताओं के लिए सौर ऊर्जा से चलने वाले पंपों का उपयोग किया जा सकेगा। किसानों को कृषि कार्यों को सुगम बनाने के लिए विशेष रूप से सोलर पंप प्रदान किए जाएंगे। इसके अलावा, गांव की सभी गलियों और सड़कों पर पर्याप्त रोशनी के लिए सोलर लाइटें लगाई जाएंगी, जिससे रात में भी उजाला बना रहे।

प्रतियोगिता का मुख्य लक्ष्य

इस प्रतियोगिता का प्राथमिक लक्ष्य गांवों को स्वच्छ और हरित ऊर्जा के उपयोग के लिए प्रेरित करना है। इसके माध्यम से न केवल पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि गांवों की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी। सोलर ऊर्जा के उपयोग से गांवों में बिजली की आत्मनिर्भरता आएगी और जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता कम होगी। यह पहल अन्य जिलों के लिए भी एक प्रेरणास्रोत बनेगी और पूरे प्रदेश में सौर ऊर्जा को अपनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। उपायुक्त ने सभी चयनित गांवों के निवासियों से इस प्रतियोगिता में बढ़-चढ़कर भाग लेने और अपने गांव को मॉडल सोलर गांव बनाने में सक्रिय योगदान देने का आह्वान किया है। 

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