रोहतक में आंधी का कहर: BSNL का टावर मकान पर गिरा, छत क्षतिग्रस्त, तूफान से गिरे पेड़ और बिजली के खंभे
रोहतक में देर रात तेज आंधी ने कहर बरपाया। सूर्या नगर में मोबाइल टावर गिर गया। शहर के अन्य हिस्सों में भी पेड़ और बिजली के खंभे गिरने से बिजली बाधित हुई और यातायात प्रभावित हुआ। प्रशासन अब नुकसान का आकलन कर रहा है।
रोहतक के सूर्या नगर में आंधी से पड़ोसी की छत पर गिरा टावर।
शनिवार देर रात रोहतक में आई भीषण आंधी ने जमकर तबाही मचाई। सूर्या नगर में बीएसएनएल का एक पुराना मोबाइल टावर अचानक तेज धमाके के साथ एक मकान की छत पर गिर गया। इससे मकान की छत बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी नष्ट हो गए। वहीं, शहर के अन्य हिस्सों में भी तूफान का असर देखने को मिला, जहां पेड़ और बिजली के खंभे गिरने से जनजीवन प्रभावित हुआ।
20 साल पुराना टावर था
सूर्या नगर में रहने वाले डॉ. प्रवेश ने बताया कि देर रात करीब 12 बजे तेज आंधी शुरू हुई। उन्हें लगा कि बिजली गिरी है, लेकिन जब उन्होंने छत पर जाकर देखा तो बीएसएनएल का करीब 20 साल पुराना टावर उनके मकान की छत पर गिरा हुआ था। टावर के गिरने से मकान की छत को काफी नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा, छत पर लगा सोलर पैनल पूरी तरह से नष्ट हो गया और कई बिजली के उपकरण भी खराब हो गए। डॉ. प्रवेश ने बताया कि शुक्र है कि कोई जान का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन उन्हें भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। उन्होंने प्रशासन से नुकसान की भरपाई और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
रिहायशी क्षेत्र में टावर पर सवाल
डॉ. प्रवेश ने इस बात पर जोर दिया कि रिहायशी क्षेत्र में इतने ऊंचे टावर नहीं होने चाहिए थे। उन्होंने बताया कि इस टावर को लेकर कई बार शिकायतें की जा चुकी थीं, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। अब इस हादसे से उनका सोलर पैनल, कूलर, ग्रिल, छज्जा और अन्य बिजली के उपकरण तबाह हो गए हैं।
बीएसएनएल ने शुरू की जांच
बीएसएनएल के जेटीओ पंकज अरोड़ा ने बताया कि उन्हें सुबह 8 बजे टावर गिरने की सूचना मिली। वे जेई मनीष के साथ तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने पुष्टि की कि टावर बीच से मुड़कर पड़ोसी की छत पर गिरा है। उन्होंने बताया कि यह टावर लगभग 20 साल पुराना था। पंकज अरोड़ा ने कहा कि हादसे में किसी जान का नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन आर्थिक नुकसान जरूर हुआ है। उन्होंने बताया कि टावर आंधी के कारण गिरा है और इसे ठीक करने का प्रयास किया जा रहा है।
तूफान का व्यापक असर, पेड़ गिरे, बिजली बाधित
रोहतक शहर में आंधी का व्यापक असर देखने को मिला। कई स्थानों पर पेड़ और बिजली के खंभे गिर गए। शीतल नगर में एक मकान की दीवार भी ढह गई, जबकि वैश्य स्कूल ग्राउंड में एक भारी-भरकम नीम का पेड़ गिर गया। आंधी के कारण शहर के कई इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित रही, जिसे कई घंटों की मशक्कत के बाद सुचारू किया जा सका। इस तूफान ने एक बार फिर शहरी बुनियादी ढांचे की मजबूती और मौसम की अप्रत्याशितता से निपटने की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।