हरियाणा कांग्रेस में गुटबाजी पर चंडीगढ़ में मंथन: राहुल गांधी बोले-ऐसे नेताओं को जिम्मेदारी मिलेगी जो कांग्रेस के लिए काम करते हों, न कि किसी नेता के लिए, 30 जून तक बनेंगे जिलाध्यक्ष

हरियाणा में विधानसभा चुनाव में हार व 11 साल से संगठन न होने पर राहुल गांधी ने चंडीगढ़ में वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं की मीटिंग ली। इस दौरान उन्होंने भविष्य की रणनीति व गुटबाजी पर खोलकर अपनी बात रखी।

Updated On 2025-06-04 18:17:00 IST

चंडीगढ़ में हरियाणा प्रदेश कांग्रेस संगठन को लेकर वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक करते राहुल गांधी।

हरियाणा कांग्रेस में गुटबाजी पर चंडीगढ़ में मंथन : हरियाणा विधानसभा चुनाव में हार के 8 माह बाद राहुल गांधी प्रदेश कांग्रेस के नेताओं के साथ बैठक करने चंडीगढ़ पहुंचे। मुख्य मुद्दा 11 साल से प्रदेश में संगठन का न बन पाना रहा। राहुल गांधी ने करीब 3 घंटे तक संगठन सृजन कार्यक्रम के दो दौर में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और जिला ऑब्जर्वरों के साथ संगठन की मजबूती पर मंथन किया। यह बैठकें ऐसे समय पर हुई हैं जब पार्टी को हाल ही में विधानसभा चुनावों में नजदीकी हार का सामना करना पड़ा। चुनाव में संगठनात्मक ढांचे की कमी भी नजर आई थी। सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी ने सख्त लहजे में कहा है कि संगठन बनाने में सिफारिश नहीं चलेगी। ऐसे कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी जाएगी, जो कांग्रेस के लिए काम करते हों, न कि किसी नेता के लिए। इसके साथ ही प्रदेश प्रभारी ने प्रेसवार्ता में कहा कि 30 जून से पहले जिला अध्यक्षों का चुनाव कर लिया जाएगा। 

22 जिला ऑब्जर्वर के साथ बैठक कर जाना फीडबैक

चंडीगढ़ एयरपोर्ट से राहुल गांधी सबसे पहले प्रदेश मुख्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, सांसद कुमारी सैलजा, रणदीप सुरजेवाला समेत 17 वरिष्ठ नेताओं के साथ बंद कमरे में चर्चा की। डेढ़ घंटे तक चली इस बैठक में पार्टी के प्रदर्शन, गुटबाजी के कारणों और भविष्य की रणनीति पर विचार किया गया। इसके बाद उन्होंने 22 जिलों के लिए नियुक्त किए गए संगठनात्मक ऑब्जर्वरों से मुलाकात की और जिला स्तर पर पार्टी की स्थिति का फीडबैक लिया। सूत्रों के अनुसार, राहुल गांधी ने बैठक के दौरान हरियाणा कांग्रेस में चल रही आंतरिक खींचतान पर नाराजगी जताई और नेताओं को स्पष्ट संकेत दिए कि पार्टी हित सर्वोपरि होना चाहिए। उन्होंने सभी गुटों को साथ लेकर चलने और जमीनी स्तर पर संगठन को दोबारा खड़ा करने पर जोर दिया।

करीब ढाई बजे सैलजा व सुरजेवाला के साथ एयरपोर्ट रवाना हुए

बैठकों के बाद राहुल गांधी दोपहर करीब ढाई बजे कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला के साथ चंडीगढ़ एयरपोर्ट रवाना हो गए। उनके निर्देशों और बैठक की विस्तृत जानकारी को लेकर पार्टी प्रभारी बीके हरिप्रसाद ने बुधवार शाम को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है।

मात्र 0.8 प्रतिशत कम वोट से सरकार नहीं बना सकी कांग्रेस

हरियाणा कांग्रेस पिछले एक दशक से सांगठनिक कमजोरी से जूझ रही है। 11 वर्षों से प्रदेश में पूर्णकालिक संगठन नहीं है और इसकी बड़ी वजह नेताओं के बीच चल रही गुटबाजी मानी जाती है। यही अंतर्कलह हालिया विधानसभा चुनावों में हार का मुख्य कारण बना। मंच से लेकर मैदान तक नेताओं की आपसी खींचतान ने पार्टी की छवि को गहरा नुकसान पहुंचाया। 2019 की तुलना में 2024 में कांग्रेस को 11.01% वोटों की बढ़त मिली, फिर भी पार्टी को 37 सीटें ही मिल सकीं, जबकि भाजपा ने 0.85% वोटों के मामूली अंतर के बावजूद 48 सीटें जीत लीं। यह आंकड़े बताते हैं कि एकजुटता की कमी ने कांग्रेस को कितनी बड़ी कीमत चुकाने पर मजबूर कर दिया।

पुराने कार्यकर्ताओं की वापसी पर फोकस

राहुल गांधी की यह यात्रा केवल नेताओं के बीच समन्वय स्थापित करने तक सीमित नहीं रही। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि गुटबाजी के चलते पार्टी छोड़ चुके पुराने कार्यकर्ताओं को फिर से जोड़ा जाए। संगठन सृजन कार्यक्रम इसी दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। चुनावी हार के बाद राहुल गांधी पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि यदि पार्टी को दोबारा मजबूत बनाना है तो व्यक्तिगत हितों से ऊपर उठकर सामूहिक नेतृत्व और पारदर्शी संगठन की जरूरत है।

35 से 55 साल की उम्र के बनेंगे जिला अध्यक्ष

प्रदेश प्रभारी बीके हरि प्रसाद ने चंडीगढ़ में प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि 30 जून से पहले पूरे प्रदेश में जिला अध्यक्ष बनाएंगे। हर जिले में 6 लोगों का पैनल बनेगा और 35 से 55 साल की उम्र के नेता को ही जिला अध्यक्ष बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि समाजसेवी, खिलाड़ी, SC-ST की महिलाओं पर भी फोकस किया जाएगा। प्रदेश अध्यक्ष चौ. उदयभान ने कहा कि हरियाणा में संगठन नहीं होने से बेचैनी थी। राहुल गांधी के आने से कार्यकर्ताओं में उत्साह का संचार हुआ है। 

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