हरियाणा में निर्दलीय विधायकों पर घमासान: आधिकारिक ई-मेल से राजभवन नहीं पहुंचा समर्थन देने वाला लेटर, अब करना होगा ये काम

Independent MLA of Haryana: हरियाणा के तीन निर्दलीय विधायकों ने राजभवन में कांग्रेस को समर्थन देने वाला जॉइंट लेटर भेजा। जिस पर ऑफिस की ओर से कोई विचार नहीं किया गया।  

Updated On 2024-05-14 14:25:00 IST
हरियाणा में निर्दलीय विधायकों पर घमासान।

Independent MLA of Haryana: हरियाणा के तीन निर्दलीय विधायकों ने राजभवन में कांग्रेस को समर्थन देने वाला जॉइंट लेटर भेजा। यह लेटर पर अभी तक कोई विचार नहीं किया है। कहा जा रहा है कि जिस ई-मेल आईडी से यह लेटर भेजा गया है, वह आईडी  तीनों विधायक सोमवीर सांगवान, रणधीर गोलन और धर्मपाल गोंदर में से किसी की नहीं है।

राजभवन के सूत्रों के अनुसार, इन विधायकों का लेटर किसी अन्य ई-मेल आईडी से आया था, इसलिए इस लेटर पर अभी तक ऑफिस की ओर से कोई विचार नहीं किया गया। इस चलते यह लेटर सत्यता संदेह के घेरे में था।

7 मई को की थी प्रेस कॉन्फ्रेंस

दरअसल, 7 मई को रोहतक में  निर्दलीय विधायकों ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ मिलकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस किया जिसमें उन्होंने कांग्रेस पार्टी को  समर्थन देने की घोषणा की थी। इसके बाद उन्होंने राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को एक जॉइंट लेटर भेजा था। एक विधायक ने कहा कि यह लेटर 7 मई की शाम को ई-मेल द्वारा भेजा गया था। यह संभव नहीं है कि यह लेटर उन तक नहीं पहुंचा होगा।

राजभवन के अधिकारी ने दी जानकारी

हरियाणा राजभवन के अधिकारी का कहना है कि अब इन विधायकों को या तो गवर्नर के सामने व्यक्तिगत रूप से पेश होना होगा या फिर अपनी ऑफिसियल  ई-मेल आईडी से दोबारा जॉइंट लेटर भेजना होगा। राजभवन में किसी भी निजी व्यक्ति या अन्य आईडी द्वारा भेजे गए पत्र पर विचार नहीं किया जाता है। अधिकारी ने कहा कि इस मामले में केवल विधायकों से सीधे प्राप्त हुए लेटर पर ही कार्रवाई की जाती है।

अभी भी बीजेपी के पास है समर्थन

इस मामले में बड़ी बात यह है कि निर्दलीय विधायकों का समर्थन बीजेपी के पास ही है। इसका कारण यह है कि अभी तक राजभवन के रिकॉर्ड में उनका बीजेपी के समर्थन वाला लेटर ही लगा हुआ है।

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इस मामले को लेकर अधिकारियों का कहना है कि बीजेपी के समर्थन में जो लेटर सौंपा गया था, वह तब तक लागू रहेगा जब तक कि विधायकों से कोई नया पत्र नहीं मिल जाता।  इस कारण बीजेपी सरकार को 6 में से 5 निर्दलीय विधायकों का समर्थन अभी भी मिल रहा है।

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