यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को फिर जेल भेजा: कश्मीर के डैम और राजस्थान के सैन्य शिविरों के वीडियो ISI को भेजे

जांच में यह भी पता चला है कि ज्योति को गिरफ्तारी की भनक लग गई थी और उसने कुछ डेटा डिलीट कर दिया था। हालांकि, पुलिस ने कुछ डिलीटेड डेटा को रिकवर कर लिया है।

Updated On 2025-08-18 17:06:00 IST

हिसार की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा। 

हिसार की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा जिस पर पाकिस्तान के लिए जासूसी करने का आरोप है। उसके मामले में 18 अगस्त को हिसार कोर्ट में उसकी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेशी हुई, जहां उसे 7 दिन की न्यायिक हिरासत में फिर जेल भेज दिया गया। पुलिस ने उसके खिलाफ 2500 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है, जिसमें कई चौंकाने वाले खुलासे किए गए हैं। पुलिस का दावा है कि ज्योति ने न सिर्फ भारत की संवेदनशील जगहों के वीडियो बनाए, बल्कि उन्हें पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के एजेंटों को भी भेजा।

चार्जशीट में हुए बड़े खुलासे

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ज्योति काफी शातिर है और उसने गिरफ्तारी से पहले ही अपने मोबाइल से कुछ महत्वपूर्ण डेटा डिलीट कर दिया था। ऐसा माना जा रहा है कि उसे पाकिस्तानी एजेंटों से ही गिरफ्तारी की भनक लग गई थी। हालांकि, पुलिस ने कुछ डिलीटेड डेटा को रिकवर कर लिया है, लेकिन अभी भी कुछ डेटा मिलना बाकी है। पुलिस का यह भी दावा है कि ज्योति ने सवालों के सीधे जवाब नहीं दिए और जांच में सहयोग नहीं किया।

कश्मीर और राजस्थान में जासूसी

जांच में पता चला है कि ज्योति ने कश्मीर के बेहद संवेदनशील माने जाने वाले डैम के वीडियो शूट किए थे और उन्हें पाकिस्तानी एजेंटों को भेजा था। इसके अलावा, उसने राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थित सैन्य शिविरों के भी वीडियो बनाए और उन्हें साझा किया। पुलिस का मानना है कि ये सभी टूर और वीडियो शूट आईएसआई एजेंटों के कहने पर किए गए थे। ज्योति के इन वीडियो से पाकिस्तानी एजेंटों ने भारत की सामरिक और महत्वपूर्ण जगहों की जानकारी हासिल की।

पाकिस्तानी एजेंटों से लगातार संपर्क

चार्जशीट के अनुसार ज्योति मल्होत्रा चार पाकिस्तानी एजेंटों के साथ लगातार संपर्क में थी। इनमें पाकिस्तान उच्चायोग के अफसर एहसान-उर-रहीम दानिश अली और आईएसआई के गुर्गे शाकिर, हसन अली और नासिर ढिल्लों शामिल हैं। उनके मोबाइल फोन से हुई व्यापक बातचीत इस बात का सबूत देती है कि ज्योति एक बड़े जासूसी नेटवर्क का हिस्सा थी।

पैसों के बदले चैनल को बढ़ावा

पुलिस ने एक और चौंकाने वाला दावा किया है। उनका कहना है कि पाकिस्तानी एजेंट ज्योति के बैंक खातों में सीधे पैसे जमा नहीं करवाते थे। वह उसके यूट्यूब चैनल "ट्रैवल विद जो" को बढ़ावा देकर ज्योति की आर्थिक मदद करते थे। पाकिस्तान में ज्योति के बनाए गए वीडियो को बड़े पैमाने पर लाइक, सब्सक्राइब और शेयर करवाया जाता था, जिस कारण चैनल की कमाई बढ़ती थी। वहीं पाकिस्तानी एजेंट ज्योति के विदेशी टूर को भी स्पॉन्सर करवाते थे। इस तरह पैसे के बदले वे उससे भारत में संवेदनशील जगहों की जासूसी करवाते थे।

पाकिस्तान में शादी की थी योजना

पूछताछ के दौरान पुलिस को यह भी पता चला है कि ज्योति पाकिस्तान में शादी कर वहीं बसना चाहती थी। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि उसका किस एजेंट के साथ रिश्ता था। पुलिस अभी भी उसके 2023 और 2024 के डेटा का विश्लेषण कर रही है जिससे मामले में खुलासा होने की उम्मीद है। यह मामला दिखाता है कि कैसे सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल देश के खिलाफ जासूसी और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के लिए किया जा सकता है। पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है ताकि इस पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश किया जा सके। 

Tags:    

Similar News