यूट्यूबर जासूसी मामला: ज्योति ने ISI एजेंट से कहा था 'मेरी शादी पाकिस्तान में करा दो', चैट से खुली परतें

NIA और IB की जांच में सामने आया है कि ज्योति पठानकोट के आर्मी कैंट और एयरबेस की रेकी के लिए गई थी, और उसके बैंक खाते में दुबई से संदिग्ध लेनदेन भी मिले हैं।

Updated On 2025-05-21 13:28:00 IST

हरियाणा के हिसार की एक यूट्यूबर, जिसने भारत के सीमावर्ती क्षेत्रों और धार्मिक स्थलों को अपने 'ट्रैवल व्लॉग' का विषय बनाया, अब पाकिस्तान के लिए जासूसी के संदेह में सुर्खियों में है। हिसार की ज्योति मल्होत्रा के खिलाफ नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) और इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) की जांच जारी है और इस मामले में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। हाल ही में सामने आई एक वॉट्सऐप चैट ने मामले को और गंभीर बना दिया है, जिसमें ज्योति एक पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के अधिकारी से पाकिस्तान में शादी करवाने का अनुरोध करती दिख रही है। यह चैट न केवल उसकी संदिग्ध गतिविधियों की ओर इशारा करती है बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए संभावित खतरे को भी उजागर करती है।

ISI एजेंट से सामने आई चौंकाने वाली चैट

ज्योति मल्होत्रा के मोबाइल से मिली एक और वॉट्सऐप चैट ने जांच एजेंसियों को हैरान कर दिया है। यह चैट हसन अली नाम के एक पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी के साथ हुई है, जिसमें हसन ज्योति के लिए शुभकामनाएं व्यक्त करता है। इस पर ज्योति का जवाब चौंकाने वाला है – मेरी शादी पाकिस्तान में करवा दो। यह बातचीत ज्योति के पाकिस्तान से गहरे और संदिग्ध संबंधों को दर्शाती है। यह सिर्फ एक सामान्य बातचीत नहीं लगती, बल्कि एक ऐसे संबंध की ओर इशारा करती है जो जासूसी गतिविधियों से जुड़ा हो सकता है। एजेंसियां अब इस चैट के पीछे के वास्तविक मकसद और हसन अली की पहचान व भूमिका की गहराई से जांच कर रही हैं।

पठानकोट की संदिग्ध विजिट का क्या मकसद था

जांच के दायरे में यह भी सामने आया है कि ज्योति एक साल पहले पठानकोट गई थी, लेकिन उसने वहां के अपने ट्रैवल से जुड़ा कोई वीडियो नहीं बनाया। यह बात इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि ज्योति का YouTube चैनल 'ट्रैवल विद जो' मुख्य रूप से ट्रैवल व्लॉग्स पर आधारित है। पठानकोट में वीडियो न बनाना, जबकि वहां लंबे समय तक रुकी जो NIA को संदिग्ध लग रहा है।

जांच एजेंसियों का मानना है कि ज्योति पठानकोट में आर्मी कैंट और एयरबेस की रेकी के मकसद से गई थी। यह क्षेत्र भारतीय सेना के लिए रणनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण है और 2016 में भी यहां आतंकी हमला हो चुका है। 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद पाकिस्तानी सेना ने पठानकोट में सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की थी, जो ज्योति की इस यात्रा को और भी संदिग्ध बनाती है। उसकी यात्रा का पैटर्न और खास जगहों पर वीडियो न बनाना, जासूसी की आशंका को पुख्ता कर रहा है।

दुबई कनेक्शन और डिलीटेड चैट्स

ज्योति से पूछताछ और उसके डिजिटल फुटप्रिंट्स की जांच में कई अहम सुराग हाथ लगे हैं-

दुबई से संदिग्ध ट्रांजैक्शन: फोरेंसिक जांच में ज्योति के मोबाइल से सेना से जुड़ी कुछ संवेदनशील सामग्री मिली है। इसके अलावा, उसके बैंक अकाउंट में दुबई से कई संदिग्ध ट्रांजैक्शन भी सामने आई हैं। यह वित्तीय लेनदेन जासूसी नेटवर्क के वित्तपोषण की ओर इशारा कर सकता है। जम्मू-कश्मीर के एक यूट्यूबर को भी चंडीगढ़ लाकर ज्योति के सामने बैठाकर पूछताछ की गई है, जिससे इस मामले में एक संभावित नेटवर्क का संकेत मिलता है।

•ऑपरेशन सिंदूर के दौरान की चैटिंग डिलीट: जांच में यह भी सामने आया है कि 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद ज्योति ने पाकिस्तानी दूतावास के अधिकारी दानिश से चैटिंग की थी। इस चैट में सायरन बजने और प्रशासन द्वारा भेजे गए ब्लैकआउट मैसेज जैसी संवेदनशील जानकारी दानिश के साथ साझा की गई थी। हालांकि, यह चैट बाद में डिलीट कर दी गई थी, जो सबूत मिटाने की कोशिश को दर्शाती है।

•संवेदनशील वीडियो और लोकेशन शेयरिंग: ज्योति ने गोल्डन टेंपल और कश्मीर के टूरिस्ट स्पॉट के वीडियो लोकेशन के साथ वॉट्सऐप, स्नैपचैट और टेलीग्राम जैसे एन्क्रिप्टेड माध्यमों के जरिए पाकिस्तानी एजेंटों को भेजे थे। इन संवेदनशील स्थानों के वीडियो और उनकी सटीक लोकेशन साझा करना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा है। NIA ज्योति से तीन दिनों से पूछताछ कर रही है, और 22 मई को उसका रिमांड खत्म होने पर उसे हिसार की कोर्ट में पेश किया जाएगा।

ट्रैवल व्लॉग्स का एक खास पैटर्न

चंडीगढ़ में ज्योति की जांच के दौरान NIA की टीम को उसके ट्रैवल वीडियो में एक खास किस्म का पैटर्न दिखाई दिया है। उसके यूट्यूब चैनल 'ट्रैवल विद जो' पर अपलोड किए गए अधिकांश वीडियो धार्मिक पर्यटन से संबंधित हैं। हालांकि, इन वीडियो में धार्मिक स्थलों की जानकारी देने के बजाय, उसने वहां की सुरक्षा व्यवस्था पर ज्यादा ध्यान केंद्रित किया है। यह पैटर्न सीमावर्ती क्षेत्रों के वीडियो में और भी स्पष्ट रूप से देखा गया है, जहां उसने सुरक्षा से जुड़ी जानकारियां कैमरे में कैद करने की कोशिश की है।

NIA व IB की टीमें अब पाकिस्तान, चीन, इंडोनेशिया, दुबई, थाईलैंड, नेपाल व भूटान की यात्राओं के वीडियो की भी जांच कर रही हैं। सूत्रों के मुताबिक ज्योति के केस को NIA पूरी तरह से अपने हाथ में ले सकती है ताकि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े इस गंभीर मामले की बारीकी से जांच की जा सके और किसी भी संभावित नेटवर्क का पर्दाफाश किया जा सके।

घर से मिली डायरी में पाकिस्तान से 'मुहब्बत' का जुनून मिला

जांच एजेंसियों को ज्योति के घर से एक डायरी भी मिली है, जो उसके पाकिस्तान से गहरे लगाव और संभावित इरादों को दर्शाती है। डायरी में उसने लिखा कि पाकिस्तान से 10 दिन कैसे बीते पता ही नहीं चल सका। पाकिस्तान की अवाम से काफी प्यार मिला।

डायरी में आगे लिखा है कि सरहद की दूरियां पता नहीं कब तक बरकरार रहेंगी। पाकिस्तान की बस और ट्रक के बारे में जितना कहो उतना कम, क्रेजी और कलरफुल। पाकिस्तान गवर्नमेंट से रिक्वेस्ट है कि इंडियन्स के लिए और भी गुरुद्वारे और मंदिरों के लिए रास्ते खोलें और सहूलियतें पैदा करें ताकि हिंदू लोग भी वहां विजिट कर पाएं। 1947 में जो अपनी फैमिली से बिछड़ गए थे उनसे मिल पाएं। इस डायरी से यह भी पता चलता है कि ज्योति हिंदी के साथ-साथ उर्दू भी सीख रही थी, जो उसकी पाकिस्तान से जुड़ी गतिविधियों और संभावित जासूसी के प्रयासों को और अधिक संदिग्ध बनाती है। यह डायरी उसके आंतरिक विचारों और पाकिस्तान के प्रति उसकी भावनाओं को दर्शाती है, जो इस पूरे मामले को एक नया आयाम दे रही है।

भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए चुनौती

ज्योति मल्होत्रा का मामला भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक महत्वपूर्ण चुनौती बन गया है। एक ट्रैवल यूट्यूबर के आवरण में की गई जासूसी की यह कोशिश, डिजिटल युग में सुरक्षा खतरों के बढ़ते दायरे को दर्शाती है। NIA और IB अब इस मामले की जड़ तक पहुंचने और किसी भी अन्य संभावित एजेंट या नेटवर्क का पर्दाफाश करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं। आगामी दिनों में रिमांड अवधि पूरी होने के बाद ज्योति की पेशी और आगे की जांच से इस जटिल मामले की और भी परतें खुलने की उम्मीद है।

Tags:    

Similar News