कन्हैया मित्तल के बिगड़े बोल: ऋषियों ने बलि मांगी तो क्षत्रिय से वैश्य बन गए थे महाराजा अग्रेसन
भजन गायक कन्हैया मित्तल ने विवादित बयान देते हुए कहा कि ऋषियों के बलिदान के बाद महाराजा अग्रेसन क्षत्रिय से वैश्य बने थे। सोशल मीडिया पर बयान वायरल।
कन्हैया मित्तल के बिगड़े बोल : हरियाणा के कैथल में रहने वाले कन्हैया लाल मित्तल अपनी बातों व गीतों को लेकर अक्सर सुर्खियों में बने रहते हैं। अब हिसार के अग्रोहा धाम में शरद पूर्णिमा पर आयोजित वार्षिक मेले में महाराजा अग्रसेन व मां दुर्गा देवी को लेकर गाए गए गीत को लेकर विवाद खड़ा कर दिया। कार्यक्रम में मंच पर महामंडलेश्वर जगतगुरु कुमार स्वामी, हिसार से निर्दलीय विधायक सावित्री जिंदल, अभिनेता गजेंद्र फौगाट व अग्रोहा धाम राष्ट्रीय कार्यकारिणी अध्यक्ष बजरंग दास गर्ग भी मौजूद थे।
महाराजा अग्रसेन ने वंश बढ़ाने के लिए पशुबलि देना नहीं स्वीकारा
अग्रोहा धाम वार्षिक मेले में कन्हैया मित्तल ने कहा वैश्य समाज के लोगों से कहा हम पहले क्षत्रिय थे। देश के ऋषि-मुनियों ने महाराजा अग्रसेन को संकल्प दिया कि अगर यज्ञ को सफल बनाना है तो घोड़े की बलि देनी पड़ेगी। यही क्षत्रियों की प्रथा है। जिस पर महाराजा अग्रसेन ने कहा कि यदि अपना कुल आगे बढ़ाने के लिए किसी की बलि देनी पड़े तो मैं ऐसा नहीं होने दूंगा। ऋषि-मुनियों ने कहा अगर बलि नहीं दोगे तो क्षत्रिय नहीं कहलाओगे। जब महाराजा अग्रसेन ने इसका समाधान पूछा तो ऋषियों ने कहा वैश्य बन जाओ। इसलिए जो कहते हैं कि 18 गौत्र है तो वे गलत हैं। गौत्र साढ़े 17 ही कहलाते हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रकार से महाराजा अग्रसेन क्षत्रिय से वैश्य बन गए।
अग्रवंशी खुद के साथ भगवान को भी करवाते हैं सात्विक भोजन
कन्हैया मित्तल यहीं पर नहीं रूके। उन्होंने आगे एक कदम और आगे बढ़ाते हुए मां दुर्गां व नवरात्र पूजा करने वालों को भी नहीं बख्शा। कन्हैया मित्तल ने कहा कि नवरात्र में पूरी दुनिया 9 दिन तक मां दुर्गा-मां दुर्गा करती है। जैसे ही नवरात्र खत्म होते हैं मां दुर्गा-मां दुर्गा कहने वाले मुर्गा-मुर्गा करने लगते हैं। अग्रवंशी अपने नियमों के पक्के हैं, जो नवरात्र व नवरात्रों के बाद भी उनका पालन करते है। वे न केवल खुद स्वात्विक भोजन करते हैं, बल्कि भगवान को भी कराते हैं।
कुमार स्वामी ने दिया मां लक्ष्मी की अराधना का मंत्र
मेले में पहुंचे स्वामी कुमार स्वामी ने कहा कि आप पर हमेशा मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को मां लक्ष्मी की अराधना करनी चाहिए। उन्होंने समाज के लोगों को मां लक्ष्मी की अराधना का मंत्र भी दिया।
धाम से जुड़ी हैं समाज की आस्था
हिसार से निर्दलीय विधायक एवं पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल ने कहा कि अग्रोहा धाम से वैश्य समाज की भावनाएं जुड़ी हैं। यहां हजारों लोग प्रतिदिन दर्शन के लिए आते हैं तथा हम सभी को मिलकर समाज को आगे बढ़ाने के लिए काम करना चाहिए। मेले में हर बार श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती है तथा इस बार मेला एतिहासिक रहा।
30 करोड़ से बनेगा ऑडिटोरियम
अग्रोहा धाम के राष्ट्रीय अध्यक्ष उत्तम प्रकाश अग्रवाल ने कहा कि धाम के सौंदर्यीकरण पर करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं। 30 करोड़ रुपए की लागत से ऑडिटोरियम व म्यूजियम समाज के सहयोग से बन रहा है।
सामाजिक व धार्मिक संस्थाएं लगी
राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि अग्रोहा धाम के नेतृत्व में देश व प्रदेश में हजारों संस्थाएं सामाजिक व धार्मिक कार्यों में लगी हुई है। वैश्य समाज के हर व्यक्ति को अग्रोहा धाम से जोड़ा जाएगा। महाराजा अग्रसेन के आदर्शों के अनुसार समाज के जरूरतमंद व्यक्तियों को ऊंचा उठाने के लिए सहायता कोष बनाया जाएगा।