यूट्यूबर की भावुक मुलाकात: रक्षाबंधन पर हिसार जेल में पिता के गले लग फूट-फूटकर रोई ज्योति मल्होत्रा
पिता ने मीडिया को बताया कि उनकी बेटी का कोई भाई नहीं है, इसलिए वह खुद उससे राखी बंधवाने आए थे। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी बेटी निर्दोष है और उसे बेवजह बदनाम किया गया है।
यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा।
हरियाणा की हिसार जेल में देशद्रोह के आरोपों का सामना कर रही यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा के लिए शनिवार का दिन भावनाओं से भरा रहा। हिसार जेल में बंद ज्योति से मिलने उनके पिता हरीश मल्होत्रा पहुंचे, जो अपनी बेटी से राखी बंधवाने आए थे। कोई भाई न होने के कारण पिता-पुत्री के इस रिश्ते ने रक्षाबंधन के त्योहार को एक नई परिभाषा दी। इस भावुक मुलाकात के दौरान ज्योति अपने पिता के गले लगकर फूट-फूटकर रोईं। पिता ने उन्हें ढांढस बंधाया और जल्द ही जेल से बाहर आने का आश्वासन दिया।
यह मुलाकात न केवल एक त्योहार का हिस्सा थी, बल्कि एक पिता के दिल का दर्द और अपनी बेटी के प्रति अटूट विश्वास भी दर्शाती थी, जिसे समाज और कानून के बीच फंसा हुआ महसूस हो रहा है।
अपनी सगी बुआ की राखी ज्योति से बंधवाई
जेल से बाहर आकर हरीश मल्होत्रा ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि उन्होंने अपनी सगी बुआ की राखी ज्योति से बंधवाई। उन्होंने कहा ज्योति का कोई भाई नहीं है, इसलिए मैं खुद उससे राखी बंधवाने गया था। उन्होंने भावुक होकर बताया कि राखी बांधते समय ज्योति रोने लगी थी। मैंने उसे आशीर्वाद दिया और कहा कोई बात नहीं, जो हो गया सो हो गया। तुम जल्द ही बाहर आ जाओगी।
पिता ने इस दौरान अपनी बेटी को बदनाम किए जाने पर भी गहरा दुख व्यक्त किया। उनका मानना है कि ज्योति पूरी तरह से निर्दोष है और उसे बेवजह फंसाया गया है। मेरी बेटी को पूरी तरह बदनाम कर दिया है। अब वह कैसे जी पाएगी? बदनामी का एक दाग उस पर लगा दिया है। बिना मतलब उसे फंसा कर रख दिया है।
पुलिस की जांच पूरी हो चुकी
ज्योति मल्होत्रा के मामले में पुलिस की जांच पूरी हो चुकी है। पुलिस के पास 90 दिन का समय था और अब वह शुक्रवार 15 अगस्त तक या उससे पहले चार्जशीट पेश कर सकती है। यह चार्जशीट इस मामले की दिशा तय करेगी। दूसरी ओर ज्योति के वकील कुमार ने स्पष्ट किया है कि यदि पुलिस तय समय पर चार्जशीट दाखिल नहीं कर पाती है, तो वे डिफॉल्ट बेल के लिए आवेदन करेंगे। इस मामले की अगली सुनवाई 18 अगस्त को होनी है, जिस पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं।
राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से लगाई गुहार
अपनी बेटी की गिरफ्तारी और जांच प्रक्रिया से असंतुष्ट हरीश मल्होत्रा ने देश के सर्वोच्च पदों पर बैठे लोगों से न्याय की गुहार लगाई है। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और राज्यपाल अशीम घोष को चिट्ठी लिखकर हस्तक्षेप की मांग की है।
उन्होंने हिसार पुलिस की कार्रवाई पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उनके अनुसार पुलिस ने कोरे कागज पर हस्ताक्षर कराकर ज्योति का बयान खुद लिखा है। वे इस बात पर भी जोर देते हैं कि पुलिस ने देशद्रोह की धारा तो लगाई है, लेकिन उससे संबंधित कोई ठोस सबूत नहीं जुटा पाई है। हरीश मल्होत्रा का मानना है कि इस एफआईआर ने उनकी बेटी की पूरी जिंदगी खराब कर दी है। उन्होंने हिसार एसपी के बयान का हवाला देते हुए एफआईआर रद्द करने की मांग भी की है।
16 मई को पाकिस्तान के लिए जासूसी के शक में गिरफ्तार किया गया था
ज्योति मल्होत्रा को 16 मई को पाकिस्तान के लिए जासूसी के शक में गिरफ्तार किया गया था। उन पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 152 और आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम, 1923 की धारा 3, 4 और 5 के तहत कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इनमें जासूसी, राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालना और गोपनीय जानकारी साझा करना शामिल है। सोमवार, 4 अगस्त को हुई पिछली सुनवाई में, कोर्ट ने उनकी न्यायिक हिरासत 14 दिन और बढ़ा दी थी।
यह पूरा मामला एक यूट्यूबर की गिरफ्तारी से शुरू होकर, एक पिता की कानूनी लड़ाई और एक बेटी के भविष्य की चिंता तक पहुंच गया है। अब सभी की निगाहें आने वाली चार्जशीट और कोर्ट के फैसले पर हैं, जो इस जटिल और संवेदनशील मामले का भविष्य तय करेंगे। यह मामला न केवल कानूनी प्रक्रियाओं को, बल्कि समाज के पूर्वाग्रहों और एक परिवार पर पड़ने वाले उसके प्रभाव को भी उजागर करता है।