हिसार एयरपोर्ट फिर से चालू: ऑपरेशन सिंदूर के बाद सुरक्षा कारणों से बंद किया गया था, दिल्ली और अयोध्या की उड़ानें शुरू
सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाकर एयरपोर्ट पर ILS सिस्टम लगेगा। विमानन कंपनी एलाइंस एयर ने बुकिंग शुरू कर दी है। पहले चरण में शुक्रवार और रविवार को उड़ानें संचालित होंगी।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद सुरक्षा कारणों से बंद किए गए हरियाणा के हिसार एयरपोर्ट को एक बार फिर से उड़ान संचालन के लिए खोल दिया गया है। एयरपोर्ट पर सुरक्षा व्यवस्था को पहले से अधिक मजबूत कर दिया गया है। विमानन कंपनी एलाइंस एयर ने भी यहां से अपनी विमान सेवाएं फिर से शुरू कर दी हैं, जिससे यात्रियों को दिल्ली और अयोध्या के लिए सीधी उड़ानें उपलब्ध हो सकेंगी।
एलाइंस एयर ने शुरू की बुकिंग
एलाइंस एयर ने हिसार से दिल्ली और अयोध्या के लिए अपनी उड़ानों की ऑनलाइन और ऑफलाइन बुकिंग शुरू कर दी है। कंपनी ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी है। पोस्ट में कहा गया है कि एलाइंस एयर के सभी स्टेशन अब उड़ान संचालन के लिए खुल गए हैं और यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे एयरपोर्ट जाने से पहले एलाइंस एयर की वेबसाइट पर उड़ान कार्यक्रम की नवीनतम जानकारी अवश्य देख लें। वर्तमान में, हिसार एयरपोर्ट से अयोध्या और दिल्ली के लिए उड़ानें शुक्रवार और रविवार को संचालित होंगी।
कम दृश्यता की समस्या होगी दूर
महाराजा अग्रसेन हिसार एयरपोर्ट पर अक्सर दृश्यता कम होने के कारण विमानों के उड़ान भरने और उतरने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। धूल और प्रदूषण के कारण हिसार में अक्सर दृश्यता का स्तर नीचे चला जाता है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के मानकों के अनुसार, वर्तमान में दृश्यता 5 किलोमीटर होनी आवश्यक है। इस समस्या को दूर करने के लिए हिसार एयरपोर्ट के रनवे पर जल्द ही इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (ILS) स्थापित किया जा रहा है। यह सिस्टम विमानों को कम दृश्यता में भी सुरक्षित रूप से रनवे तक पहुंचने में मदद करेगा। ILS लगने के बाद दृश्यता की सीमा घटकर 550 मीटर रह जाएगी, जिससे उड़ानों में देरी की समस्या काफी हद तक कम हो जाएगी।
पीएम मोदी ने किया था उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 अप्रैल को हिसार में बन रहे हरियाणा के पहले एयरपोर्ट का उद्घाटन किया था। उन्होंने हिसार से अयोध्या के लिए पहली उड़ान को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। इसके साथ ही एयरपोर्ट पर इंटरनेशनल टर्मिनल की आधारशिला भी रखी गई थी, जिसे शंख के आकार में डिजाइन किया जा रहा है। हिसार में 7,200 एकड़ जमीन पर इस एयरपोर्ट का निर्माण तीन चरणों में किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य इसे दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (IGI) के विकल्प के रूप में विकसित करना है। इस परियोजना के लिए हरियाणा सरकार और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) के बीच एक समझौता ज्ञापन (MoU) भी স্বাক্ষरित हुआ है।