Rajat Kalsan: हिसार में एडवोकेट रजत कल्सन को हुई 14 दिन की जेल, आज कोर्ट में हुई थी पेशी
Advocate Rajat Kalsan: एडवोकेट रजत कल्सन की आज कोर्ट में पेशी हुई थी। मारपीट के मामले में एडवोकेट रजत कल्सन 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा है।
एडवोकेट रजत कल्सन को हुई 14 दिन की जेल। (प्रतीकात्मक तस्वीर)
Advocate Rajat Kalsan: एडवोकेट रजत कल्सन को हिसार कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा दिया गया है। बीते दिन रजत कल्सन को 1 दिन की रिमांड पर रखा गया था, जिसके बाद आज कल्सन की कोर्ट में दोबारा पेशी हुई थी। बता दें कि कल्सन को बुडाना हत्याकांड में भड़काऊ बयान देने के मामले में हांसी कोर्ट से उन्हें जमानत मिल चुकी थी। लेकिन अब रजत कल्सन को मारपीट के पुराने केस में फिर से अरेस्ट कर लिया गया।
पुलिस के साथ मारपीट
जानकारी के मुताबिक,पुलिस को दी शिकायत में SI रविकांत ने बताया कि नारनौंद थाना पुलिस और शहर की स्पेशल टीम 30 जुलाई को रजत कल्सन को गिरफ्तार करने के लिए पुरानी ऑटो मार्केट पहुंची थी। उस दौरान रजत तीन अन्य लोगों के साथ कार में बैठा हुआ था और शराब पी रहा था। पुलिस ने उसे नोटिस देने के लिए कहा तो उसने गाली-गलौज शुरु कर दी। आरोपी वकील ने पुलिस से मारपीट शुरु कर दी, जिसमें एक पुलिसकर्मी भी घायल हो गया था।
SC आयोग को शिकायत
एडवोकेट रजत कल्सन की गिरफ्तारी के खिलाफ वकील बजरंग इंदल ने नई दिल्ली के राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग एवं राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को संयुक्त शिकायत भेजी है। उनका कहना है कि रजत कल्सन एक वरिष्ठ वकील हैं। इसके अलावा रजत ने मिर्चपुर हत्याकांड जैसे ऐतिहासिक दलित उत्पीड़न मामलों को उठाया है। 29 जुलाई को पुलिस ने रजत को सिविल कपड़ों में अपहरण शैली में अरेस्च कर लिया था। वकील बजरंग इंदल का आरोप है कि रजत को थाने में रखकर परिजनों को उनसे मिलने नहीं दिया गया और न ही FIR की कॉपी दी।
वकील बजरंग इंदल ने लगाया आरोप
वकील का आरोप है कि पुलिस ने जानबूझकर रजत को अपराधी स्टाइल में बिठाकर अपमानजनक फोटो ली और वायरल भी की है, जो उनकी गरिमा के खिलाफ है, बल्कि पूरे दलित समाज और वकील समुदाय का अपमान है। एडवोकेट बजरंग इंदल ने आयोगों से वकील रजत कल्सन की गिरफ्तारी और फोटो वायरल करने मामले की जांच करने की मांग उठाई है।
BSP प्रदेश अध्यक्ष ने किया विरोध
बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर कृष्ण जमालपुर और वरिष्ठ नेता पवन बलराज सातरोड ने एक संयुक्त प्रेस बयान जारी करके वकील रजत कल्सन और सामाजिक कार्यकर्ता संजय चौहान से हुए व्यवहार की निंदा की है। उनका कहना है कि वकील रजत कल्सन को पहले नारनौंद थाना, इसके बाद हिसार पुलिस ने दो बार अवैध रूप से हिरासत में लेकर उनका मानसिक उत्पीड़न किया गया है। इस बारे में उनके परिवार, सहयोगियों व अधिवक्ता संघ को इसकी कोई जानकारी दी गई है।