लोकसभा टिकट की 100 करोड़ में डील: हिसार के भाजपा नेता से लाखों रुपये ठगने वाले दो आरोपी गिरफ्तार, किए बड़े खुलासे
हरियाणा के हांसी के एक भाजपा नेता को हिसार लोकसभा सीट का टिकट दिलवाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी हुई थी। इसमें पुलिस ने दो आरोपियों को पकड़कर अहम खुलासे किए हैं।
हांसी में पत्रकारों को जानकारी देते पुलिस अधीक्षक अमित यशवर्धन।
लोकसभा टिकट की 100 करोड़ में डील : हरियाणा के हांसी के भाजपा नेता से लोकसभा चुनाव में पार्टी का टिकट दिलवाने के नाम पर हुई लाखों रुपये की ठगी मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। अभी दो और आरोपी फरार हैं। जांच में खुलासा हुआ है कि हिसार लोकसभा सीट से भाजपा का टिकट दिलवाने के नाम पर 100 करोड़ रुपये में डील की गई थी। पीड़ित नेता ने अभी आरोपियों को 63 लाख 88 हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर करवाए थे। अपने साथ हुई ठगी का अहसास होने पर उन्होंने चार लोगों पर केस दर्ज करवाया था। पुलिस ने दिल्ली के राजेंद्र नगर निवासी कपिल और गुरुग्राम की दयाल मार्केट निवासी आशीष को गिरफ्तार कर उन्हें 6 दिन के रिमांड पर लिया है।
दिल्ली में भाजपा कार्यालय में हुई थी आरोपियों से पहली मुलाकात
पुलिस अधीक्षक अमित यशवर्धन ने मंगलवार को अपने कार्यालय में प्रेसवार्ता कर मामले से जुड़ी अहम जानकारियों का खुलासा किया। हांसी के भाजपा नेता की दिल्ली के भाजपा मुख्यालय में कपिल अग्रवाल और हर्ष अग्रवाल से मुलाकात हुई थी। इन लोगों ने झांसा दिया कि उनकी शीर्ष नेतृत्व के साथ पहचान है। इन्होंने आश्वासन दिया कि उन्हें हिसार लोकसभा का टिकट दिलवा देंगे। इसके बाद नॉर्थ एवेन्यू में हरपाल सिंह और आशीष पाठक से मुलाकात हुई। वहां 100 करोड़ में पार्टी टिकट दिलवाने की डील हुई थी, जिसमें 30 करोड़ एडवांस और 70 करोड़ रुपये टिकट मिलने के बाद देना फाइनल हुआ।
63 लाख 88 हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर करवाए
पुलिस अधीक्षक अमित यशवर्धन ने कहा कि आगे हुई मुलाकातों में भाजपा नेता ने 63 लाख 88 हजार रुपये आरोपियों के खातों में ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए और यह खाते कपिल अग्रवाल के नाम पर थे। कपिल अग्रवाल ने यह रुपये खाते से निकालकर आशीष पाठक को दे दिए। पुलिस ने इस मामले में सोमवार को दो लोगों कपिल और आशीष को गिरफ्तार किया। पुलिस इन्हें जांच के लिए दिल्ली लेकर गई हुई है। भाजपा नेता ने इसकी शिकायत 22 अप्रैल 2025 को पुलिस को दी थी।
दो फरार आरोपियों की तलाश में पुलिस
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपी एक संगठित गिरोह का हिस्सा हो सकते हैं, जो राजनीतिक महत्वाकांक्षा रखने वाले नेताओं को निशाना बनाकर इसी तरह की ठगी करते हैं। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है तथा दोनों नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमों का गठन कर दिया गया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि एक आरोपी हरपाल ने अग्रिम जमानत के लिए कोर्ट याचिका दायर की थी, लेकिन उनकी याचिका खारिज हो गई है। एसपी यशवर्धन ने बताया कि इस मामले से जुड़े और भी बड़े नाम सामने आ सकते हैं।
गुजरात से जुड़े हैं तार, आरोपी की है आईटी कंपनी
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जिस आरोपी आशीष पाठक निवासी गुजरात को पैसा कपिल अग्रवाल के अकाउंट के माध्यम से आया था, उसकी ब्लू पैक नाम से आईटी कंपनी है। इसमें करंट अकाउंट चलता है और वह आशीष पाठक के नाम रजिस्टर्ड है।