Anil Vij: अनिल विज ने ट्रांसपोर्ट विभाग से सभी जिलों की MVI रिपोर्ट तलब की, ATS का भी अपडेट मांगा
Anil Vij: अनिल विज ने ट्रांसपोर्ट और बिजली डिपार्टमेंट में रेड के बाद अब मोटर व्हीकल इंस्पेक्टरों (MVI) की रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट मिलने के बाद अनिल विज अगली कार्रवाई करेंगे।;
अनिल विज ने सभी जिलों से MVI की रिपोर्ट तलब की।

Anil Vij: हरियाणा के परिवहन मंत्री अनिल विज ने बीते दिन ट्रांसपोर्ट और बिजली डिपार्टमेंट में CM फ्लाइंग की छापेमारी कराई थी। लेकिन अब अनिल विज ने ट्रांसपोर्ट विभाग से प्रदेश के सभी जिलों की मोटर व्हीकल इंस्पेक्टरों (MVI) की रिपोर्ट तलब की है। अनिल विज इस रिपोर्ट के माध्यम से यह पता लगाना चाहते हैं कि कौन सा MVI कहां और कब से तैनात है।
ऐसा कहा जा रहा है कि बहुत जल्द अनिल विज को यह रिपोर्ट दे दी जाएगी। इसके बाद ही अगली कार्रवाई की जाएगी। ऐसा भी सामने आया हा कि अनिल विज ने ट्रांसपोर्ट विभाग में शुरू होने वाली ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशन (ATS) की प्रगति का भी अपडेट अधिकारियों मांगा है।
क्या है ATS?
ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशन (ATS) की सहायता से गाड़ियों की फिटनेस चेक की जाएगी। ATS मशीनें गाड़ियों की फिटनेस चेक करने के लिए कई मैकेनिकल उपकरणों का इस्तेमाल किया जाता है। बता दें कि हरियाणा सरकार की ओर से प्रदेश में 6 ATS स्थापित करने का फैसला किया है। इन स्टेशनों पर ATM, लाउंज, और कैफेटेरिया जैसी सुविधाओं की व्यवस्था की जाएगी।
ATS का क्या काम है ?
ATS मशीनें गाड़ियों की फिटनेस को चेक करने के लिए ब्रेक, सस्पेंशन, और उत्सर्जन स्तर का परीक्षण करती है।ये परीक्षण स्वचालित तौर पर किए जाते हैं। ATS मशीन गाड़ियों की फिटनेस के साथ-साथ वायु प्रदूषण को कम करने में भी मदद करती है।
सरकार ने 6 ATS स्थापित करने का फैसला
हरियाणा सरकार ने साल 2022 में 6 ATS स्थापित करने का फैसला किया गया था। इसकी घोषणा पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर ने की थी। 2023 में इसे स्थापित करने की प्रक्रिया शुरु हो गई थी। इन स्टेशनों को 3, 4, या 6 लेन में बनाने का फैसला लिया गया था। बताया जा रहा है कि प्रदेश में वेहिकल फिटनेस या उससे जुड़े कामों को मोटर वेहिकल इंस्पेक्टर के द्वारा किया जाता है।
लेकिन इस काम के लिए रिश्वत लेने के मामले भी सामने आए हैं। ऐसे में मंत्री अनिल विज ने CM फ्लाइंग रेड के लिए भी कहा है। लेकिन ATS के शुरु हो जाने के बाद MVI की पोस्ट पर खतरा मंडरा रहा है। ऐसे में संभावना जताई गई है कि पदों पर तैनात अधिकारियों को दूसरे कामों में भी लगाया जा सकता है।