मंत्री से डीएसपी की फरियादी: 47 लाख की धोखाधड़ी, सबूत दिए, पर एफआईआर नहीं, मंत्री बोले, विभाग...
मीटिंग में चंद्रमोहन पर भाजयुमो प्रधान के कंटाक्ष व कांग्रेस पार्षद पर सरकारी जमीन कब्जाने के आरोपों पर हंगामा, शांत करने के लिए मंत्री को करना पड़ा हस्तपक्षेप।
मीटिंग में मंत्री के सामने अपनी फरियाद रखते डीएसपी।
मंत्री से डीएसपी की फरियादी : हरियाणा के पंचकूला में चल रही ग्रीवेंश कमेटी की मीटिंग में उस समय अजीत स्थिति बन गई, जब मंत्री विपुल गोयल के सामने अपने ही विभाग के खिलाफ एक डीएसपी फरियादी बनकर पहुंच गया। डीएसपी की बात सुनने के बाद आखिरकार मंत्री को भी कमीश्नर से कहना पड़ा। आपके विभाग के अधिकारी हैं, कम से कम एफआईआर तो करवा दो। जिस पर कमीश्नर ने हां में सिर हिलाया। रोहतक की सुनारिया जेल के डीएसपी सुरेंद्र यादव ने मंत्री को बताया कि तीन लोगों ने उसके साथ 47 लाख की धोखाधड़ी। वह जिसके सबूत भी पुलिस दे चुका है। बावजूद इसके आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो रही।
मंत्री जी आपके कारण दिखने लगा लापता व्यक्ति
ग्रीवेंस की मीटिंग में समस्याओं के निराकरण से ज्यादा राजनीतिक कटाक्ष देखने को मिले। भाजयुमो अध्यक्ष योगेंद्र शर्मा ने मंत्री विपुल गोयल को देखते हुए कहा कि विधायक चंद्रमोहन बिश्नोई की ओर इशारा करते हुए कहा कि आपकी वजह से लापता व्यक्ति आज यहां देखने को मिल गया, जो एक साल से लापता था। जिससे मीटिंग में हंगामा हो गया। कांग्रेस नेताओं और खुद विधायक चंद्रमोहन ने इस पर कड़ा एतराज जताया। जिसके बाद मंत्री विपुल गोयल ने भी ऐसा बोलने वाले अध्यक्ष को डांटा और चंद्रमोहन से कहा कि ये तो बचपना कर गया, आप भी करेंगे क्या। तब जाकर कहीं ग्रीवेंस मीटिंग में मामला शांत हुआ।
कांग्रेस पार्षद के कब्जे पर हंगामा
भाजपा पदाधिकारियों ने कांग्रेस पार्षद सलीम दबकौली पर नगर निगम व दूसरे विभागों की करीब 6 मरला जमीन पर कब्जे करने की बात कही। यह मुद्दा भी मीटिंग में खूब गर्माया, कांग्रेस विधायक चंद्रमोहन बिश्नोई ने कहा कि तीन बार पैमाइश हो चुकी है। केवल राजनीतिक दुर्भावना से ऐसी बातें कर आप लोग गलत परंपरा डाल रहे हैं। जिस पर मंत्री विपुल गोयल ने कहा कि पैमाइश की रिपोर्ट कहां है। नगर निगम कमिश्नर आरके सिंह ने कहा कि रिपोर्ट अभी नहीं मिली है, अगली मीटिंग में प्रस्तुत कर दी जाएगी।
श्मशान और कब्रिस्तान का मुद्दा भी उठा
बैठक में खटौली और जसवंतगढ़ गांव में बनाए गए कब्रिस्तान का मुद्दा उठाया। ग्रामीणों ने कहा कि पहले से ही गांव में कब्रिस्तान है, जिसके बाद फिर से एक और कब्रिस्तान श्मशान के पास दिया गया। मंत्री ने अधिकारियों से पूछा तो ग्रीवेंस कमेटी के सदस्या ने जवाब दिया कि वे मौका देखकर आए हैं, जहां पर करीब 4 साल से कब्रिस्तान चल रहा है। ऐसे में अब कब्रिस्तान काे वहां से हटवाना गलत होगा।
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