हरियाणा में फिर लौटा कोरोना: गुरुग्राम और फरीदाबाद में मिले नए मरीज, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर
हरियाणा में एक बार फिर कोरोना ने दस्तक दे दी है। गुरुग्राम और फरीदाबाद में तीन केस सामने आए हैं। इनमें से दो तो मुंबई और दिल्ली से आए थे, लेकिन एक बुजुर्ग कहीं नहीं गए। प्रशासन इसे देखते हुए अलर्ट हो गया है।
Corona Update 31 May
हरियाणा में फिर लौटा कोरोना : हरियाणा में लगभग ढाई साल के लंबे अंतराल के बाद एक बार फिर कोरोना वायरस ने दस्तक दी है। राज्य के दो प्रमुख जिलों गुरुग्राम और फरीदाबाद में कोविड-19 के ताजा मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने इसे गंभीरता से लेते हुए सभी संक्रमितों को होम आइसोलेशन में भेज दिया है और उनके परिजनों की भी जांच शुरू कर दी गई है। हालांकि घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सतर्कता बरतना बेहद जरूरी हो गया है।
गुरुग्राम में दो पॉजिटिव केस, एक मुंबई से आई थी
गुरुग्राम जिले में दो नए कोरोना संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई है। इनमें एक 31 वर्षीय महिला है, जो हाल ही में मुंबई से यात्रा कर लौटी थी। महिला को बुखार और गले में खराश जैसे लक्षण थे। लगातार बुखार न उतरने पर उसने जांच करवाई, जिसमें कोरोना की पुष्टि हुई। स्वास्थ्य विभाग ने तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए महिला को होम आइसोलेट किया और उसके सैंपल को आगे जांच के लिए भेजा है। दूसरा मामला शहर के सेक्टर 70 से आया है, जहां एक 62 वर्षीय बुजुर्ग को बुखार और कमजोरी की शिकायत के बाद टेस्ट कराया गया। खास बात यह है कि इस मरीज की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है, जिससे यह संदेह और गहरा गया है कि वायरस का स्थानीय स्तर पर भी प्रसार हो सकता है।
फरीदाबाद में दिल्ली के एक सिक्योरिटी गार्ड की रिपोर्ट पॉजिटिव
फरीदाबाद के सेहतपुर गांव निवासी 28 वर्षीय युवक दिल्ली के एक मॉल में सिक्योरिटी गार्ड के तौर पर कार्यरत था। युवक को पिछले कुछ दिनों से सर्दी, खांसी और बुखार की शिकायत थी। स्वास्थ्य बिगड़ने पर उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी कोविड जांच की गई और रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। स्वास्थ्य विभाग ने युवक को होम आइसोलेट किया है और उसके स्वास्थ्य पर नजर रखने के लिए विशेष मेडिकल टीम तैनात की है। यह टीम प्रतिदिन दो बार मरीज से संपर्क कर उसकी सेहत का अपडेट ले रही है।
परिजनों की जांच और कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग शुरू
गुरुग्राम और फरीदाबाद दोनों ही जिलों में संक्रमित मरीजों के परिजनों के भी सैंपल लिए गए हैं और संपर्क में आए अन्य लोगों की पहचान कर उनकी जांच की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग ने कोविड प्रोटोकॉल के तहत संक्रमितों के घरों को सैनिटाइज कराने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।
वेरिएंट की पुष्टि के लिए जीनोम सीक्वेंसिंग जरूरी
अब तक सामने आए मामलों में यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि मरीजों को कोरोना का कौन-सा वेरिएंट हुआ है। डॉक्टरों ने बताया कि सभी सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है। इसके बाद ही यह साफ हो पाएगा कि ये संक्रमण किसी पुराने वेरिएंट से हुआ है या देश में बढ़ रही जेएन-1 वेरिएंट की आशंका सही साबित हो रही है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि मौजूदा वक्त में वेरिएंट को लेकर कई देशों में अलर्ट जारी किया गया है, इसलिए किसी भी तरह की लापरवाही भारी पड़ सकती है।