Haryana Energy Projects 2025: पानीपत व हिसार में लगेंगी 800 मेगावाट की अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल थर्मल यूनिट
हरियाणा में बिजली आपूर्ति को बढ़ाने के लिए मंत्री अनिल विज ने केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल के साथ अहम बैठक की। इसमें पानीपत व हिसार में नई थर्मल इकाइयां लगाने पर भी मंथन हुआ। जानें मीटिंग में क्या हुआ।
नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के साथ हरियाणा की ऊर्जा परियोजनाओं पर चर्चा करते मंत्री अनिल विज।
Haryana Energy Projects 2025 : हरियाणा में बढ़ती ऊर्जा मांग को देखते हुए राज्य के ढांचे को सुदृढ़ बनाने के लिए केंद्रीय ऊर्जा मंत्री और हरियाणा सरकार के उच्च अधिकारियों के बीच अहम बैठक हुई। इस हाई लेवल बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल ने की, जिसमें हरियाणा के ऊर्जा मंत्री अनिल विज, केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी और हरियाणा ऊर्जा विभाग के शीर्ष अधिकारी मौजूद रहे।
पानीपत और हिसार में नई थर्मल इकाइयां
बैठक में हरियाणा के ऊर्जा क्षेत्र की वर्तमान स्थिति, भविष्य की चुनौतियां और बढ़ती ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर विस्तार से चर्चा हुई। बैठक में हरियाणा सरकार की प्रमुख परियोजनाओं पर विशेष ध्यान दिया गया। विज ने बताया कि पानीपत और हिसार में प्रत्येक 800 मेगावाट की नई अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल थर्मल इकाइयां स्थापित की जाएंगी। इन परियोजनाओं के पूरा होने के बाद राज्य की बिजली उपलब्धता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी और बढ़ती हुई ऊर्जा मांग को पूरा करना संभव होगा। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने इस पर आश्वासन दिया कि भारत सरकार की नीतियों और योजनाओं के अंतर्गत हरियाणा को सभी आवश्यक सहायता और संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे।
कोयले की आपूर्ति पर जोर दिया
बैठक के दौरान हरियाणा के ऊर्जा मंत्री ने एचपीजीसीएल द्वारा प्रस्तावित विस्तार परियोजनाओं के लिए कोयला लिंकेज की आवश्यकता पर भी जोर दिया। केंद्रीय मंत्री ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे कोयला लिंकेज की मांग पर विचार करें और परियोजनाओं की समय पर स्थापना सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक मंजूरी प्रदान करें।
उच्च क्षमता कंडक्टर की मांग
बैठक में एचवीपीएनएल ने राज्य के ट्रांसमिशन नेटवर्क की क्षमता बढ़ाने और ग्रिड की विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए एचटीएलएस कंडक्टर लगाने की आवश्यकता पर चर्चा की। केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय ने पीएसडीएफ निधि के माध्यम से इस प्रस्ताव को विधिवत विचार के लिए प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
स्मार्ट मीटर परियोजना के लिए टोटेक्स मॉडल
बैठक में हरियाणा में पुनर्गठित वितरण क्षेत्र योजना की प्रगति की भी समीक्षा की गई। डीएचबीवीएनएल में ठेके देने और परियोजनाओं को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए गए। इसके तहत वितरण क्षेत्रों में सुधार और बिजली आपूर्ति की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने की बात कही गई। बैठक में स्मार्ट मीटर परियोजना के कार्यान्वयन पर भी विचार-विमर्श हुआ। केंद्रीय और राज्य अधिकारी टोटेक्स और कैपैक्स मॉडल का अध्ययन कर रहे हैं। विशेष रूप से पड़ोसी राज्यों जैसे राजस्थान के टोटेक्स मॉडल का गहन अध्ययन किया जाएगा, ताकि हरियाणा में स्मार्ट मीटर परियोजना में कोई देरी न हो। बैठक में यह भी स्पष्ट किया गया कि उपभोक्ताओं के डेटा की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होगी।
बैट्री एनर्जी स्टोरेज सिस्टम की क्षमता बढ़ेगी
बैठक में हरियाणा के ऊर्जा मंत्री ने BESS यानी बैट्री एनर्जी स्टोरेज सिस्टम की क्षमता 500 मेगावाट से बढ़ाकर 1500 मेगावाट करने का अनुरोध किया। केंद्रीय मंत्री ने प्रस्तावित क्षमता और स्थान को ध्यान में रखते हुए इसे विद्युत मंत्रालय में विचारार्थ प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। इससे राज्य में बिजली की अधिकतम मांग को नियंत्रित करने और ऊर्जा आपूर्ति को स्थिर बनाए रखने में मदद मिलेगी।
ऊर्जा क्षेत्र में हरियाणा की महत्वाकांक्षाएं
बैठक के दौरान यह भी स्पष्ट किया गया कि हरियाणा ऊर्जा क्षेत्र में नई परियोजनाओं, थर्मल इकाइयों और स्मार्ट मीटरिंग के माध्यम से न केवल ऊर्जा की उपलब्धता बढ़ाना चाहता है, बल्कि उपभोक्ताओं को भरोसेमंद और सुरक्षित बिजली आपूर्ति भी सुनिश्चित करना चाहता है। केंद्रीय और राज्य अधिकारी ऊर्जा परियोजनाओं के समय पर क्रियान्वयन और संचालन के लिए एक साथ काम करने पर सहमत हुए।