हरियाणा दशहरा उत्सव: बारिश ने डाला रावण दहन में खलल, भीगे पुतलों को नीचे गिराकर पेट्रोल डाल लगाई आग
हरियाणा में गुरुवार को हुए रावण दहन उत्सव में बारिश ने कई जगह खलल डाला। पुतले गीले होने की वजह से उनमें आग नहीं लग सकी तो उन्हें गिराकर फूंका गया।
बहादुरगढ़ में रावण का पुतला पूरी तरह जलने से पहले ही नीचे गिर गया।
हरियाणा दशहरा उत्सव : हरियाणा में गुरुवार शाम दशहरे के मौके पर जगह-जगह रावण दहन कार्यक्रम आयोजित किए गए। हालांकि अचानक हुई बारिश और तकनीकी गड़बड़ियों के कारण कई जिलों में रावण दहन कार्यक्रम में व्यवधान उत्पन्न हुआ। बारिश में पुतला गीला होने पर कहीं रावण का पुतला पूरा नहीं जल सका, तो कहीं रिमोट सिस्टम ने धोखा दे दिया। बावजूद इसके, लोगों ने बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक इस पर्व को उत्साह के साथ मनाया।
पंचकूला में रिमोट सिस्टम फेल, कारीगर ने लगाई आग
पंचकूला के सेक्टर 5 स्थित दशहरा मैदान में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे। यहां 181 फीट ऊंचा रावण का पुतला तैयार किया गया था। योजना के अनुसार सीएम को रिमोट कंट्रोल से रावण दहन करना था, लेकिन ऐन मौके पर रिमोट ने काम करना बंद कर दिया। इसके चलते सीएम सैनी खुद पुतले को आग नहीं लगा सके। अंततः पुतला बनाने वाले कारीगर ने ही रावण के पुतले को अग्नि दी और आतिशबाजी के बीच रस्म निभाई गई।
हिसार में रावण-कुंभकर्ण नहीं जल पाए
हिसार जिले में पांच स्थानों पर रावण दहन होना तय था। लेकिन बारिश की वजह से कई जगह पुतलों के भीतर तक आग नहीं पहुंच पाई। कटला रामलीला कमेटी द्वारा आयोजित मुख्य कार्यक्रम में रावण और कुंभकर्ण के पुतले पूरी तरह से जलने से पहले ही बुझ गए। आयोजकों को मजबूरन पुतलों को गिराकर पेट्रोल छिड़क कर आग लगानी पड़ी।
अंबाला कैंट में बारिश के बीच आतिशबाजी से अफरातफरी
अंबाला कैंट के रामबाग ग्राउंड में भी बारिश ने माहौल बिगाड़ दिया। यहां रावण का पुतला आधा ही जल पाया और अंत में उसे गिराकर दहन करना पड़ा। इस दौरान जब पुतलों के पास आतिशबाजी हुई, तो चिंगारियां दर्शकों की तरफ उड़ने लगीं। लोग घबराकर इधर-उधर भागे और कुछ समय के लिए अफरातफरी का माहौल बन गया। इसके बाद सुरक्षा कारणों से रामलीला का मंचन रद्द करना पड़ा।
करनाल में महिला घायल
करनाल में दशहरे से पहले ही बारिश के कारण मेघनाद का पुतला गिर गया। हादसे में पास खड़ी एक महिला इसकी चपेट में आ गई और घायल हो गई। उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। घटना के बाद आयोजन स्थल पर थोड़ी देर के लिए हड़कंप मच गया, लेकिन बाद में बाकी कार्यक्रम पूरे किए गए।
पानीपत और बहादुरगढ़ में पुतले गिरे
पानीपत के मॉडल टाउन और सेक्टर 13/17 में तैयार किए गए रावण और कुंभकर्ण के पुतले बारिश से भीगकर जमीन पर गिर गए। वहीं बहादुरगढ़ में भी 51 फीट ऊंचा रावण का पुतला आग लगते ही धराशायी हो गया। इसके बाद वहां मौजूद लोग पुतले की लकड़ियां और बारूद उठाने के लिए टूट पड़े। पुलिस को स्थिति संभालने के लिए भीड़ को पीछे हटाना पड़ा।